केन्या में बाढ़ अब ज्यादा नुकसान क्यों पहुंचा रहीं हैं?

GS-1: मुख्य परीक्षा

बाढ़ प्राकृतिक घटनाएं हैं, लेकिन मानवीय गतिविधियों के कारण अब ये ज्यादा नुकसान पहुंचा रही हैं:

  1. बढ़ा हुआ अपवाह (Runoff):
  • वनों की कटाई, पशुओं का चरना, खेती प्राकृतिक भूदृश्य को बदल देती है।
  • कम पानी जमीन में रिसता है, ज्यादा पानी बह जाता है।
  • पूर्वी अफ्रीकी बाढ़ मॉडल: वनों की कटाई -> बाढ़ का चरम 20 गुना ज्यादा हो जाता है।
  • केन्या के उत्तरी शुष्क क्षेत्रों में 90% भूक्षरण की समस्या।
  1. शहरीकरण और बफर क्षेत्रों का खोना:
  • बाढ़ के मैदानों और आर्द्रभूमि पर अतिक्रमण करने से प्राकृतिक जल संग्रहण कम हो जाता है।
  • 2050 तक केन्या की आधी आबादी शहरी होने का अनुमान है।
  • हरित क्षेत्रों की जगह इमारतें बन रहीं हैं, झुग्गी बस्तियों में जल निकासी खराब है।
  • शहरी क्षेत्रों में तेजी से और भयानक बाढ़ आना।
  1. बाढ़-ग्रस्त इलाकों में बसावट:
  • लोग निचले इलाकों और बाढ़ के मैदानों में घर बना लेते हैं।
  • बाढ़ के समय इन इलाकों में पानी भरना तय है।

अतिरिक्त कारक:

  1. नैरोबी में भूजल की कमी:
  • अत्यधिक बोरहोल के इस्तेमाल से जल स्तर कम हो जाता है।
  • कम जल स्तर और इमारतों के भार के कारण जलवाही स्तर का संकुचन।
  • जमीन धंसने से निचले स्थान बन जाते हैं, जहां बाढ़ का पानी जमा हो जाता है।

केन्या में बाढ़ के जोखिम को कम करने के लिए क्या किया जाना चाहिए?

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए बाढ़ जोखिम कम करने के उपाय अलग-अलग हैं।

ग्रामीण क्षेत्र:

  • समस्या: भूमि उपयोग में दबाव के कारण बड़ी बाढ़ प्राकृतिक जलधाराओं को बहा ले जा रही हैं।
  • समाधान:
    • प्राकृतिक वनस्पति वाले नदी तटों  की रक्षा करें।
    • इन क्षेत्रों में बस्तियों और पशुओं के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए मौजूदा कानूनों को लागू करें।

शहरी क्षेत्र (नैरोबी उदाहरण के तौर पर):

  • समस्याएं:
    • भ्रष्टाचार उचित शहरी नियोजन में बाधा उत्पन्न करता है।
    • अपर्याप्त जल, अपशिष्ट जल और ठोस कचरा प्रबंधन अवसंरचना।
    • बाढ़ के मैदानों और नदी तटों पर विकास पर नियंत्रण का अभाव।
  • समाधान:
    • प्रत्येक नगरपालिका को जरूरत है:
      • प्रभावी वर्षा जल निकास नेटवर्क (पाइप, चैनल) का नियमित रखरखाव।
      • अपशिष्ट जल और ठोस कचरे का अलग-अलग प्रबंधन।
    • बाढ़ भंडारण बेसिन (मौजूदा विकास के कारण नैरोबी में मुश्किल)।
    • प्राधिकरणों द्वारा नदी तट के बफर क्षेत्रों का सीमांकन और संरक्षण।

Source : https://www.downtoearth.org.in/blog/africa/kenya-s-devastating-floods-expose-decades-of-poor-urban-planning-and-bad-land-management-95927

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