1/9/2019 से 30/9/2019 करेंट अफेयर्स (Prelims Sure Shot) हिंदी में

 

 

केंद्र सरकार ने 10 सार्वजनिक सेक्टर के बैंकों के विलय की घोषणा की-
केंद्र सरकार ने सार्वजनिक सेक्टर के बैंकों का विलय 4 बैंकों में करने का निर्णय लिया है। इस विलय के बाद सार्वजनिक सेक्टर के बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी।

मुख्य बिंदु: पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स तथा यूनाइटेड बैंक का विलय एक इकाई में किया जायेगा, यह भारतीय स्टेट बैंक के बाद दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक बन जायेगा। केनरा बैंक तथा सिंडिकेट बैंक का विलय करके देश का चौथा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक अस्तित्व में आएगा। यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, आंध्र बैंक तथा कारपोरेशन बैंक का विलय एक इकाई के रूप में किया जायेगा, यह देश का पांचवा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक होगा।

इंडियन बैंक का विलय इलाहबाद बैंक के साथ किया जाएगा, यह देश का सातवाँ सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक होगा।  बैंक ऑफ़ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र तथा पंजाब एंड सिंध बैंक मौजूदा स्वरुप में कार्य करते रहेंगे।

 

 

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने स्टार्टअप्स की शिकायतों के लिए निवारण के लिए स्पेशल सेल के निर्माण की घोषणा की-
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अधिसूचना जारी करके स्टार्टअप्स की शिकायतों के लिए निवारण के लिए स्पेशल सेल के निर्माण की घोषणा की है, इस सेल में पांच सदस्य होंगे जो एंजेल टैक्स तथा अन्य कर संबंधों मुद्दों पर स्टार्टअप्स की सहायता करेंगे।

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड(CBDT): केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड आयकर विभाग की नीति निर्माण के लिए नोडल एजेंसी है, आयकर विभाग केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। यह एक संवैधानिक संस्था है, इसकी स्थापना केन्द्रीय राजस्व बोर्ड अधिनियम, 1963 के अंतर्गत की गयी है। प्रत्यक्ष कर नीति निर्माण के सन्दर्भ में यह देश की सर्वोच्च संस्था है, यह बोर्ड देश में प्रत्यक्ष कर कानून प्रवर्तन के लिए भी उत्तरदायी है।

 

हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने धर्मान्तरण के विरुद्ध बिल पारित किया-
हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने बलपूर्वक, लालच तथा धोखाधड़ी से धर्मान्तरण करने पर रोक लगाने के लिए बिल पारित किया है। हिमाचल प्रदेश की विधानसभा ने सर्वसम्मति से “हिमाचल प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक 2019 को पारित किया। इस विधेयक के द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन पर पांच वर्ष कैद की सज़ा का प्रावधान है। हिमाचल प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम, 2006 को हटा दिया गया है, इस अधिनियम को वीरभद्र सरकार द्वारा लागू किया गया था।

हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ है “बर्फ से ढका हुआ क्षेत्र”। हिमाचल प्रदेश भारत के उत्तरी भाग में स्थित है। इसके उत्तर में जम्मू-कश्मीर, पश्चिम में पंजाब, दक्षिण-पश्चिम में हरियाणा, दक्षिण—पूर्व में उत्तराखंड तथा पूर्व में तिब्बत स्थित है। हिमाचल प्रदेश का कुल क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है। हिमाचल प्रदेश की आधिकारिक भाषाएँ हिंदी और संस्कृत हैं। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर हैं, जबकि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र हैं।

 

 

MSME, स्टार्टअप्स तथा महिला उद्यमियों के विकास के लिए गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ने SIDBI के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये-
गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ने सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग, स्टार्टअप्स तथा महिला उद्यमियों के विकास के लिए हाल ही में सिडबी (Small Industries Development Bank of India : SIDBI) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस तथा सिडबी एक निश्चित टाइम फ्रेम के विक्रेताओं के भुगतान तथा पूँजी की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी): भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक भारत की स्वतंत्र वित्तीय संस्था है जो सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की वृद्धि एवं विकास के लक्ष्य से स्थापित किया गया है। यह लघु उद्योग क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास तथा इसी तरह की गतिविधियों में लगी अन्य संस्थाओं के कार्यां में समन्वयन के लिए एक प्रमुख विकास वित्तीय संस्था है। 2 अप्रैल 1990 को भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक की स्थापना हुई।

दि बैंकर, लंदन की हालिया रैंकिंग में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक ने विश्व के 30 सर्वोच्च विकास बैंकों में अपनी जगह बनाए रखी है । दि बैंकर, लंदन के मई 2001 अंक के अनुसार पूँजी व आस्तियों की दृष्टि से भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक का स्थान 25वाँ था।

 

 

तमिलनाडु की कन्दांगी साड़ी तथा डिंडीगुल ताले को GI टैग प्रदान किया गया-
हाल ही में तमिलनाडु की कन्दांगी साड़ी तथा डिंडीगुल ताले को GI टैग प्रदान किया गया। डिंडीगुल ताले को इसकी बेहतरीन गुणवत्ता तथा टिकाऊपन के लिए जाना जाता है। गौरतलब है कि तमिलनाडु के सरकारी संस्थानों जैसे जेल, गोदाम, अस्पताल तथा मंदिरों में इत्यादि में डिंडीगुल ताले का इस्तेमाल किया जाता है। कन्दांगी साड़ी का निर्माण शिवगंगा जिले के कराइकुड़ी तालुक में किया जाता है। कपास से बनने वाली इस साड़ी का उपयोग ग्रीष्मकाल में किया जाता है।

विशिष्ट भौगोलिक संकेत (Geographical Indication): GI टैग अथवा पहचान उस वस्तु अथवा उत्पाद को दिया जाता है जो कि विशिष्ट क्षेत्र का प्रतिनिधत्व करती है, अथवा किसी विशिष्ट स्थान पर ही पायी जाती है अथवा वह उसका मूल स्थान हो। GI टैग कृषि उत्पादों, प्राकृतिक वस्तुओं तथा निर्मित वस्तुओं उनकी विशिष्ट गुणवत्ता के लिए दिया जाता है। यह GI पंजीकरण 10 वर्ष के लिए वैध होता है, बाद में इसे रीन्यू करवाना पड़ता है। कुछ महत्वपूण GI टैग प्राप्त उत्पाद दार्जीलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर संतरा तथा कश्मीर पश्मीना इत्यादि हैं।

 

 

पांच राज्यों के लिए नए राज्यपाल नियुक्त किये गये-
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पांच राज्यों के लिए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र को अब राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।

हिमाचल का नया राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को नियुक्त किया गया है। भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, वे विद्यासागर राव का स्थान लेंगे। आरिफ मोहम्मद खान को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, वे पी. सदाशिवम का स्थान लेंगे। डॉ. तमिल्साई सुन्दराजन को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, वे ई.एस.एल. नरसिम्हन का स्थान लेंगे।

राज्यपाल के लिए संवैधनिक प्रावधान: अनुच्छेद 153- इस अनुच्छेद में प्रत्येक राज्य में राज्यपाल की व्यवस्था की गयी है। सातवें संवैधानिक संशोधन के अनुसार किसी एक व्यक्ति को दो या दो से अधिक राज्यों का राज्यपाल भी नियुक्त किया जा सकता है।

अनुच्छेद 156- इस अनुच्छेद के अनुसार राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाएगी, राज्यपाल राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यंत अपने पद पर बने रहते हैं।

 

 

वी.के. जोहरी बने BSF के नए महानिदेशक-
1984 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस अफसर वी.के. जोहरी बॉर्डर सिक्यूरिटी फ़ोर्स के नए महानिदेशक का कार्यभार संभाला। इससे पहले वे रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग)में कार्यरत्त थे। उन्होंने रजनी कान्त मिश्रा का स्थान लिया है, वे 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हुए।

बॉर्डर सिक्यूरिटी फ़ोर्स (BSF): BSF भारत की सीमाओं की सुरक्षा करती है, इसे भारतीय क्षेत्र की सीमा सुरक्षा की पहली पंक्ति भी कहा जाता है। यह पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमा की सुरक्षा करता है। BSF 1 दिसम्बर, 1965 को अस्तित्व में आया था, इसका उद्देश्य देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। इस निर्माण कई राज्य सशस्त्र पुलिस बटालियन के विलय से किया गया था। यह देश की पांच केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है, इनका नियंत्रण केन्द्रीय गृह मंत्रालय के पास है। इसका प्रमुख कार्य शांति काल में देश की सीमाओं की सुरक्षा करना है। BSF विश्व का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है। इसमें 186 बटालियन हैं, इसमें 2,57,363 कर्मचारियों की स्वीकृत संख्या है। इसमें एयर विंग, मरीन विंग, आर्टिलरी रेजिमेंट तथा कमांडो यूनिट भी शामिल हैं। BSF को भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा में भारतीय सेना के साथ तैनात किया जाता है। यह नक्सल विरोधी ऑपरेशन में भी कार्य करता है।

 

नए ट्रैफिक नियम-
नए मोटर वाहन अधिनियम, 2019 के प्रावधान आअज से लागू हो जायेंगे। नए नियमों के तहत ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने पर भारी-भरकम जुर्माने का प्रावधान रखा गया है।

नए नियमों की सूची-

बिना सीट बेल्ट लगाए गाडी चलाने पर पहले 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाता था, अब यह जुर्माना 1000 रुपये कर दिया गया है।

वाहन चलाने समय फ़ोन पर बात करने के लिए पहले 1000 रुपये जुर्माने की व्यवस्था थी, अब इस अपराध के लिए 1000 से 5000 रुपये जुर्माना निश्चित किया गया है।

शराब पीकर गाडी चलाने के लिए जुर्माने को 2000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है।

एम्बुलेंस तथा फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों को रास्ता न देने वाले चालकों पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा।

बिना लाइसेंस वाहन चलाने पर जुर्माने को 500 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दिया गया है।

ओवरस्पीडिंग के लिए 1000 से 2000 रुपये तक का जुर्माना वसूला जा सकता है।

खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाने पर जुर्माने को 1000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दिया गया है।

बिना इंश्योरेंस वाहन चलाने पर 2000 रुपये के जुर्माने की व्यवस्था है।

बिना हेलमेट वाहन चलाने पर 1000 रुपये का जुर्माना वसूला जायेगा तथा तीन महीने तक चालक का लाइसेंस निलंबित भी किया जा सकता है।

वाहनों की ओवरलोडिंग पर 20,000 रुपये के ज़ुर्माने की व्यवस्था है।

नाबालिग द्वारा गाड़ी चलाने पर वाहन के मालिक अथवा संरक्षक पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा तथा  उसे तीन साल की जेल भी हो सकती है, रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिया जायेगा।

 

 

चंद्रयान-2 अपडेट : लैंडर ‘विक्रम’ चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से सफलतापूर्वक अलग हुआ-
आज 2 सितम्बर, 2019 को चंद्रयान-2 का लैंडर ‘विक्रम’ ऑर्बिटर से अलग हो गया है। ऑर्बिटर से लैंडर को अलग करने की प्रक्रिया 13:15 पर शुरू हुई थी। अब इसके बाद लैंडर को चन्द्रमा के दक्षिणी क्षेत्र में उतारने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चंद्रयान-2 का लैंडर “विक्रम” 7 सितम्बर को चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। चंद्रयान -2 के लैंडर का नाम “विक्रम” रखा गया है, जबकि इसके रोवर का नाम “प्रज्ञान” रखा गया है।

मिशन चंद्रयान-2: चंद्रयान-2 भारत का चंद्रमा पर दूसरा मिशन है, यह भारत का अब तक का सबसे मुश्किल मिशन है। यह 2008 में लांच किये गए मिशन चंद्रयान का उन्नत संस्करण है। चंद्रयान मिशन ने केवल चन्द्रमा की परिक्रमा की थी, परन्तु चंद्रयान-2 मिशन में चंद्रमा की सतह पर एक रोवर भी उतारा जायेगा।

इस मिशन के सभी हिस्से इसरो ने स्वदेश रूप से भारत में ही बनाये हैं, इसमें ऑर्बिटर, लैंडर व रोवर शामिल है। इस मिशन में इसरो पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड रोवर को उतारने की कोशिश करेगा। यह रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके चन्द्रमा की सतह के घटकों का विश्लेषण करेगा।

चंद्रयान-2 को GSLV Mk III से लांच किया जायेगा। यह इसरो का ऐसा पहला अंतर्ग्रहीय मिशन है, जिसमे इसरो किसी अन्य खगोलीय पिंड पर रोवर उतारेगा। इसरो के स्पेसक्राफ्ट (ऑर्बिटर) का वज़न 3,290 किलोग्राम है, यह स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा की परिक्रमा करके डाटा एकत्रित करेगा, इसका उपयोग मुख्य रूप से रिमोट सेंसिंग के लिए किया जा रहा है।

6 पहिये वाला रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके मिट्टी व चट्टान के नमूने इकठ्ठा करेगा, इससे चन्द्रमा की भू-पर्पटी, खनिज पदार्थ तथा हाइड्रॉक्सिल और जल-बर्फ के चिन्ह के बारे में जानकारी मिलने की सम्भावना है।

चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करना इस मिशन का सबसे कठिन हिस्सा होगा, अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ही यह कारनामा कर पाए हैं। इजराइल का स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा पर क्रेश हो गया था।

 

भारतीय थल सेना- 

ईस्ट इंडिया कंपनी की सरकार के अंतर्गत सैन्य विभाग में 1776 में भारतीय थल सेना की शुरुआत हुई है। भारतीय सेना का आदर्श वाक्य “स्वपूर्व सेवा” है। भारतीय थल सेना बाहरी तथा अन्तरिक्ष खतरों से देश की रक्षा करती है तथा देश की सीमाओं को सुरक्षित रखते हुए देश में शांति सुनिश्चित करती है। भारतीय थल सेना में 12 लाख से अधिक सक्रीय सैनिक कार्यरत्त हैं।

 

वायुसेना में शामिल किये जायेंगे 8 अपाचे हेलिकॉप्टर-
भारतीय वायुसेना में अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग द्वारा निर्मित आठ अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल किये जायेंगे। इसके लिए पठानकोट एयरबेस में एक समारोह का आयोजन किया जायेगा, इस समारोह में एयर चीफ मार्शल बी.एस. धनोआ मुख्य अतिथि होंगे।

यह हेलिकॉप्टर विश्व का सबसे घातक अटैक हेलिकॉप्टर माना जाता है। इस हेलिकॉप्टर का पहला बैच 27 जुलाई को गाज़ियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचा। इस पहले बैच में चार AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर शामिल थे।

मुख्य बिंदु: मार्च, 2020 तक भारतीय वायुसेना में 22 अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल हो जायेंगे, इसके लिए भारत ने सितम्बर, 2015 में अमेरिका के साथ 13,952 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किये थे।

गौरतलब है कि इन हेलिकॉप्टर को ऑपरेट करने के लिए भारतीय वायुसेना के चयनित रेव ने अमेरिका के अलबामा में अमेरिकी सेना के बेस में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। भारतीय वायुसेना में अपाचे हेलिकॉप्टर को शामिल करना इसके हेलिकॉप्टर के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

AH-64E अपाचे हेलिकॉप्टर एक मल्टी-रोल अटैक हेलिकॉप्टर है, इसका उपयोग अमेरिकी सेना द्वारा किया जाता है। इस हेलीकाप्टर में हवा से हवा में मार कर सकने वाली स्टिंगर मिसाइल, हेलफायर लॉन्गबो एयर-टू-ग्राउंड मिशन, गन तथा राकेट उपयोग किये जा सकते हैं।

 

 

गूगल और केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्रालय ने इंजीनियरिंग छात्रों के लिए “बिल्ड फॉर डिजिटल इंडिया” कार्यक्रम लांच किया-
गूगल और केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्रालय ने संयुक्त रूप से इंजीनियरिंग छात्रों के लिए “बिल्ड फॉर डिजिटल इंडिया” कार्यक्रम लांच किया।

बिल्ड फॉर डिजिटल इंडिया”: इसके तहत इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान किया जायेगा जहाँ पर वे सामाजिक समस्याओं के लिए अपने टेक्नोलॉजी बेस्ड समाधान का विकास कर सकते हैं। आवेदकों को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन माध्यम के द्वारा मशीन लर्निंग तथ एंड्राइड इत्यादि के बारे में सीखने का मौका मिलेगा। गूगल स्ट्रेटेजी, प्रोडक्ट डिजाईन तथा टेक्नोलॉजी पर मेंटरिंग सत्र भी प्रदान करेगा।

इस कार्यक्रम के लियें देश भर से इंजीनियरिंग छात्रों को आमंत्रित किया जायेगा, वे छात्र शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा, अधोसंरचना, स्मार्ट सिटीज, स्मार्ट मोबिलिटी तथा परिवहन इत्यादि पर अपने आइडियाज प्रस्तुत करेंगे।

 

नई दिल्ली में किया गया ‘नमस्ते पैसिफिक’ का आयोजन-
ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी तथा फिजी ने नई दिल्ली में ‘नमस्ते पैसिफिक’ नामक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया, इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में प्रशांत महासागरीय देशों की संस्कृति का प्रदर्शन करना था। इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त रूप से ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी तथा फिजी के उच्चायुक्तों द्वारा किया गया।

मुख्य बिंदु: इस इवेंट में राजनयिक, सरकारी अधिकारी, बिज़नेस लीडर इत्यादि ने हिस्सा लिया। इस इवेंट में सौर उपकरण, विभिन्न क्षेत्रों के भोजन तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गयी। सांस्कृतिक इवेंट्स से भारत तथा प्रशांत महासागरीय देशों के बीच सम्बन्ध मज़बूत होंगे।

 

बुगाटी शिरॉन ने 490 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार के रिकॉर्ड को तोड़ा-
बुगाटी शिरॉन 300 मील प्रति घंटा (480 किलोमीटर प्रतिघंटा) से अधिक तेज़ गति से चलने वाली विश्व की पहली कार बन गयी है। एक टेस्ट के दौरान बुगाटी शिरॉन ने 490.484 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार को छुआ। इस टेस्ट में एंडी वालेस बुगाटी शिरॉन से चालक थे। इससे पहले कोएनिगसेग अगेरा ने 446.97 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार हासिल करके विश्व की सबसे तेज़ कार होने का गौरव हासिल किया था।

बुगाटी शिरॉन:

बुगाटी शिरॉन का निर्माण फ़्रांसिसी कार कंपनी बुगाटी द्वारा किया गया है।

बुगाटी शिरॉन में W-16 इंजन का उपयोग किया जाता है, इसमें 16 सिलिंडर उपयोग किये जाते हैं।

बुगाटी शिरॉन की कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये है।

यह 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार मात्र 2.5 सेकंड में पकड़ सकती है।

 

छत्तीसगढ़ में खुलेगा भारत का पहला ‘गार्बेज कैफ़े’-
भारत के पहला गार्बेज कैफ़े छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में खोला जायेगा, यह अंबिकापुर म्युनिसिपल कारपोरेशन की पहल है। इसका उद्देश्य अंबिकापुर को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाना है।

भारत का पहला ‘गार्बेज कैफ़े’: यह एक विशेष प्रकार का कैफ़े होगा। इस कैफ़े में निर्धन तथा कचरे का काम करने वाले लोगों को एक किलोग्राम प्लास्टिक के बदले मुफ्त में भोजन दिया जायेगा। आधा किलोग्राम प्लास्टिक के बदले उन्हें नाश्ता दिया जायेगा। इस कैफ़े में जमा किये गये प्लास्टिक को सॉलिड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट सेंटर में बेचा जायेगा। इस प्लास्टिक को बाद में प्रोसेस किया जायेगा और इसका इस्तेमाल शहर में सड़कों के निर्माण के लिए किया जायेगा।

अंबिकापुर तथा कचरा प्रबंधन: अंबिकापुर छत्तीसगढ़ का पहला डस्टबिन मुक्त शहर है, यह ठोस कचरा प्रबंधन में काफी कार्यकुशल है। स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर के बाद यह दूसरा सबसे स्वच्छ शहर है। अंबिकापुर में प्रोसेस किये गये प्लास्टिक तथा एस्फाल्ट से सड़क का निर्माण किया गया है। प्लास्टिक और एस्फाल्ट से बड़ी सड़क काफी लम्बे समय तक ठीक रहती है क्योंकि पानी इसके अन्दर प्रवेश नहीं कर पाता।

 

 

गर्वी गुजरात : प्रधानमंत्री मोदी ने किया दूसरे गुजरात भवन का उद्घाटन-
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाल गुजरात के दूसरे राज्य भवन ‘गर्वी गुजरात’ का उद्घाटन नई दिल्ली में किया। इस उद्घाटन समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणि, उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल तथा पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी शरीक हुए।

गर्वी गुजरात: यह नया भवन नई दिल्ली के अकबर रोड पर स्थित है, इसका निर्माण 7000 वर्गमीटर क्षेत्र में किया गया है। इस नए भवन में परंपरागत तथा नवीन वास्तुकला का मिश्रण है। यह गुजरात की संस्कृति, शिल्प तथा पाक-कला को  प्रदर्शित करेगा। यह राष्ट्रीय राजधानी में निर्मित पहला इको-फ्रेंडली राज्य भवन है। इस भवन का निर्माण गुजरात सरकार ने 131 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है। गौरतलब है कि इस भवन का निर्माण तय सीमा से 3 महीने पहले किया गया है।

 

 

IIT खड़गपुर और अमेज़न वेब सर्विसेज ने ‘नेशनल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसोर्स पोर्टल’ लांच किया-

IIT Kharagpur: IIT खड़गपुर ने अमेज़न वेब सर्विसेज के साथ मिलकर ‘नेशनल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसोर्स पोर्टल’ (NAIRP) लांच किया है। इसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अध्ययन तथा विकास को बढ़ावा देना है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धि) कंप्यूटर साइंस की वह शाखा है जिसके द्वारा मशीनों में इंसानों की तरह सोचने समझने की क्षमता विकसित की जाती है। AI मशीने वातावरण के अनुसार खुद को ढालने में सक्षम होती हैं।

IIT खड़गपुर: IIT खड़गपुर की स्थापना – 1951 में की गयी थी, यह पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में स्थित है। IIT खड़गपुर के चेयरमैन संजीव गोएंका हैं। IIT खड़गपुर का आदर्श वाक्य योगः कर्मसु कौशलम् है। IIT खड़गपुर  के कुछ प्रमुख एलुमनाई सुन्दर पिचाई, अरविन्द केजरीवाल, डी. सुब्बाराव, के. राधाकृष्णन तथा अरुण सरीन इत्यादि हैं।

 

 

स्वच्छ भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बिल एंड मेलिंडा फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया जायेगा-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बिल एंड मेलिंडा फाउंडेशन द्वारा ‘स्वच्छ भारत’ अभियान के लिए सम्मानित किया जायेगा, उन्हें यह सम्मान सितम्बर के अंत में उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान प्रदान किया जायेगा।

स्वच्छ भारत अभियान: सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज प्राप्त करने और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने के उदेश्य से अक्टूबर 2014 में यह मिशन लॉन्च किया गया था। मिशन का उद्देश्य स्वच्छ भारत की प्राप्ती करना तथा महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर उचित श्रद्धांजलि देने रूप में 2019 तक भारत को स्वच्छ बनाना है। शौचालय पहुंच और इसके उपयोग के संबंध में लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने का लक्ष्य रखने वाला यह विश्व का सबसे बड़ा स्वच्छता कार्यक्रम है । SBM में भी दो उप-मिशन शामिल हैं, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), ग्रामीण इलाकों में लागू करने के लिए और स्वच्छ भारत मिशन (शहरी), शहरी क्षेत्रों में लागू करने के लिए।

बिल एंड मेलिंडा फाउंडेशन: यह एक निजी फाउंडेशन है, इसकी स्थापना बिल गेट्स तथा उनकी पत्नी मेलिंडा गेट्स द्वारा की गयी थी। इसकी स्थापना वर्ष 2000 में की गयी थी, यह सीएटल में स्थित है।

 

 

सितम्बर को देश भर में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप मनाया जायेगा-
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की है कि सितम्बर 2019 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जायेगा,  इसका उद्देश्य देश में कुपोषण की समस्या को समाप्त करना है। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने “मन की बात” कार्यक्रम के दौरान की। इस अभियान को महीने भर चलाया जायेगा, इस अभियान का उद्देश्य ‘हर घर पोषण त्यौहार’ का सन्देश पहुँचाना है।

राष्ट्रीय पोषण माह: इसका उद्देश्य प्रसवपूर्व देखभाल, स्तनपान तथा एनीमिया, तथा बालिकाओं के लिए पोषण का महत्व, स्वच्छता तथा विवाह की सही उम्र के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसका आयोजन संयुक्त रूप से नीति आयोग, महिला व बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पेयजल व स्वच्छता मंत्रलाय, आवास व शहरी मामले मंत्रालय, अल्पसंख्यक मामले मंत्रालय, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, सूचना व प्रसारण मंत्रालय, उपभोक्ता मामले मंत्रालय, जनजातीय मामले मंत्रालय तथा आयुष मंत्रालय द्वारा द्वारा किया जायेगा।

पृष्ठभूमि: भारत में कुपोषण की समस्या काफी गंभीर है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के अनुसार भारत के 38% बच्चों की ऊंचाई कम है, 21% बच्चों का भार उनकी ऊंचाई के मुकाबले बहुत कम है जबकि 35.7% बच्चों का वज़न आवश्यकता से कम है। 2005-06 के मुकाबले 2015-16 में बच्चों के शारीरिक विकास में कमी आई है, 2005-06 में 19.8% बच्चों का भार उनकी ऊंचाई के अनुरूप कम था, जबकि 2015-16 में यह आंकड़ा बढ़ कर 21% हो गया। 2017 में विश्व भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) में भारत का स्थान 119 देशों में 100वां था। भारत में औसतन 5 बच्चों में से एक बच्चा वेस्टेड (ऊंचाई के अनुरूप वज़न कम होना) है। सरकार ने पोषण अभियान के लिए 9000 करोड़ रुपये की राशि आबंटित की है, यह मार्च, 2018 में लांच किया गया था। इस अभियान का उद्देश्य बच्चों, महिलाओं व किशोरियों  के शारीरिक विकास के मार्ग में बाधाओं को दूर करना है। इस अभियान का उद्देश 2022 तक बच्चों में स्टंटिंग (कुपोषण के कारण ऊंचाई कम होना) की दर को 38.4% से कम करके 25% तक लाना है।

 

 

जुलाई, 2019 में आठ कोर सेक्टर की वृद्धि दर कम होकर 2.1% पर पहुंची-
जुलाई में आठ कोर सेक्टरों जिसमे कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट तथा बिजली शामिल हैं, में 2.1% की दर से वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि जुलाई 2018 में इन आठ कोर सेक्टर में 7.3% की दर से वृद्धि हुई थी। इस बार कोर सेक्टर में गिरावट का मुख्य कारण कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस तथा रिफाइनरी उत्पादों का संकुचन था।

मुख्य बिंदु:

सीमेंट उत्पादन (भार : 5.37%)

कोयला (भार : 10.33%)

कच्चा तेल (भार : 8.98%)

स्टील (भार: 17.92%)

प्राकृतिक गैस (भार : 6.88%)

उर्वरक (भार : 2.63%)

रिफाइनरी उत्पाद (भार : 28.04%)

 

 

माता वैष्णों देवी तीर्थस्थल को ‘बेस्ट स्वच्छ आइकोनिक प्लेस’ चुना गया-
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पर्वत पर स्थित माता वैष्णों देवी तीर्थस्थल को देश में ‘बेस्ट स्वच्छ आइकोनिक प्लेस’ चुना गया है। राष्ट्रप्रति रामनाथ कोविंद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को ‘स्वच्छ महोत्सव’ के दौरान सम्मानित करेंगे। ‘स्वच्छ महोत्सव’ का आयोजन केन्द्रीय पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय द्वारा 6 सितम्बर, 2019 को किया जायेगा।

मुख्य बिंदु: केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा ‘स्वच्छ आइकोनिक प्लेसेस’ की रैंकिंग जारी की गयी।   इससे पहले 2017 में पेयजल तथा स्वच्छता मंत्रालय ने माता वैष्णों देवी तीर्थस्थल को सम्मानित किया था, इस वर्ष माता वैष्णों देवी तीर्थस्थल दूसरे स्थान पर रहा था। 2018 में इंडिया टुडे समूह ने  माता वैष्णों देवी तीर्थस्थल को सबसे स्वच्छ धार्मिक स्थल घोषित किया था।

माता वैष्णों देवी मंदिर: माता वैष्णों देवी मंदिर जम्मू क्षेत्र के रियासी जिले में त्रिकुटा पर्वत पर स्थित है । यह मंदिर माता आदि शक्ति वैष्णों देवी को समर्पित है। गौरतलब है कि 2019 में इस मंदिर में 86 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए जा चुके हैं।

बेस्ट स्वच्छ आइकोनिक प्लेस’ की दौड़ में माता वैष्णों देवी तीर्थस्थल के अतिरिक्त निम्नलिखित स्थान भी शामिल थे : चर्च एंड कान्वेंट ऑफ़ सैंट फ्रांसिस ऑफ़ असीसी (गोवा), छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (महाराष्ट्र), तिरुपति मंदिर (आंध्र प्रदेश), ताज महल (उत्तर प्रदेश), स्वर्ण मंदिर (पंजाब), कामख्या मंदिर (असम), जगन्नाथ पुरी (ओडिशा), अजमेर शरीफ दरगाह (राजस्थान) इत्यादि।

 

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा विश्व निर्वाचन निकाय संघ (AWEB) के चेयरमैन बने-
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त विश्व निर्वाचन निकाय संघ (AWEB) के चेयरमैन बने, उनका कार्यकाल दो वर्ष का होगा। भारत को रोमानिया से दो वर्ष की अवधि के लिए अध्यक्ष का कार्यभार सौम्पा गया है।

मुख्य बिंदु: 2017 में बुखारेस्ट (रोमानिया की राजधानी) में भारत को विश्व निर्वाचन निकाय संघ (AWEB) का उपाध्यक्ष चुना गया था। AWEB का झंडा इसके नए चेयरमैन सुनील अरोड़ा को सौंपा गया है, यह झंडा दो वर्ष तक भारतीय चुनाव आयोग के पास रहेगा। नई दिल्ली में India International Institute of Democracy and Election Management (IIIDEM) में एक AWEB केंद्र की स्थापना की जायेगी, इसकी स्थापना डॉक्यूमेंटेशन, अनुसन्धान व प्रक्षिक्षण इत्यादि के लिए की जायेगी।

सुनील अरोड़ा: सुनील अरोड़ा मौजूदा समय में भारत क३ 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। सुनील अरोड़ा 1980 बैच के राजस्थान कैडर आईएएस अफसर हैं। 

 

 

अशोक लेलैंड हैवी ड्यूटी ट्रक के लिए BS-VI प्रमाणीकरण हासिल करने वाली पहली वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी बनी-
अशोक लेलैंड हैवी ड्यूटी ट्रक के लिए BS-VI प्रमाणीकरण हासिल करने वाली पहली वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनी बन गयी है। शुरुआत में इन ट्रकों को एनसीआर-राजस्थान जैसे क्षेत्रों में बेचा जायेगा, जहाँ पर बीएस-VI इंधन उपलब्ध है। BS-VI मानक 1 अप्रैल, 2020 से लागू होंगे। अशोक लेलैंड हिंदुजा ग्रुप की कम्पनी है।

BS-IV तथा BS-VI में क्या अंतर है?

BS-IV तथा BS-VI में मुख्य अंतर सल्फर की मात्रा है।

BS-IV इंधन में 50 पार्ट्स पैर मिलियन (ppm) सल्फर की मात्रा पायी जाती है, जबकि BS-VI इंधन में केवल 10 ppm सल्फर की मात्रा पायी जाती है।

BS-VI से डीजल चारों में पार्टिकुलेट मैटर की मात्रा में 80% की कमी आएगी।

BS-VI से डीजल कारों में नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा में 70% तथा पेट्रोल कारों में 25% की कमी आएगी।

भारत स्टेज उत्सर्जन मानक  (Bharat Stage Emission Standards)

यह भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया उत्सर्जन मानक है, यह यूरोपियन रेगुलेशन पर आधारित है। इसका उद्देश्य वाहनों द्वारा उत्सर्जित किये जाने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करना है। भारत स्टेज के मानक व समय सीमा केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निश्चित की जाती है। यह मानक देश में पहली बार वर्ष 2000 में शुरू किये गए थे। देश में नए वाहनों का निर्माण इन मानकों के आधार पर ही किया जाता है। अक्टूबर 2010 में भारत स्टेज III मानक पूरे देश में लागू किये गए थे, अप्रैल 2017 से पूरे देश में BS-IV पूरे देश में लागू किया गया। 2016 में सरकार ने घोषणा की थी देश में BS-V लागू नहीं होगा, इसके स्थान पर BS-VI ही लागू किया जायेगा। भारत सरकार की योजना 2020 से BS-VI मानक लागू करने की है।

 

 

मसूद अजहर, हाफिज सईद तथा दाउद इब्राहिम को नए UAPA कानून के तहत आतंकवादी घोषित किया गया-
केंद्र सरकार ने नए अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मसूद अजहर, हाफिज सईद तथा दाउद इब्राहिम को आतंकवादी घोषित कर दिया है।

हाल ही में अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA), 1967 में संशोधन किया गया है। बिल के द्वारा देश में आतंकवादी गतिविधियों से निपटने में मदद मिलेगी।

अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के द्वारा किसी संगठन को ही आतंकवादी घोषित किया जा सकता है, परन्तु इस नए संशोधन के बाद किसी व्यक्ति को भी आतंकवादी घोषित किया जा सकता है। अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की अनुसूची 4 में संशोधन के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) किसी संदिग्ध व्यक्ति को आतंकवादी घोषित कर सकती है।

अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA): अवैध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के द्वारा भारत में अवैध काम कर रहे संगठनों पर रोक लागाई जाती है। इस तरह के संगठनों के अभिव्यक्ति के अधिकार, एकत्र होने के अधिकार इत्यादि पर भी अंकुश लगाया जाता है।

 

 

राष्ट्रीय शिक्षक दिवस : 5 सितम्बर-
प्रतिवर्ष 5 सितम्बर को देश भर में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षक दिवस भारत के पहले उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्म वर्षगाँठ की स्मृति में मनाया जाता है। शिक्षक दिवस के अवसर पर देश भर के स्कूलों तथा कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। इस दिवस के द्वारा शिक्षकों को छात्रों के उज्जवल भविष्य में योगदान देने के लिए सम्मानित किया जाता है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर, 1888 में ब्रिटिश भारत की मद्रास प्रेसीडेंसी में हुआ था। वे एक राजनेता के अलावा एक दार्शनिक व विद्वान भी थे। वे 1952-1962 के बीच देश के पहले उप-राष्ट्रपति रहे। इसके बाद 1962-1967 के बीच वे देश के दूसरे राष्ट्रपति रहे। वे भारत रत्न प्राप्त करने वाले प्रथम लोगों में से एक थे, उनके साथ सी. राजगोपालाचारी तथा सी.वी.रमण को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्हें ब्रिटिश रॉयल आर्डर ऑफ़ मेरिट से 1963 में सम्मानित किया गया था।

 

 

अमेरिका में किया जायेगा ‘युद्ध अभ्यास 2019’ का आयोजन-
भारत और अमेरिका के बीच “युद्ध अभ्यास 2019” नामक युद्ध अभ्यास अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में जॉइंट बेस लेविस मैक्कोर्ड में किया जेय्गा। यह युद्ध अभ्यास 5 सितम्बर से 18 सितम्बर के बीच किया जायेगा। यह ‘युद्ध अभ्यास’ का 15वां संस्करण है, इसकी शुरुआत 2004 में अमेरिकी सेना के प्रशांत पार्टनरशिप कार्यक्रम के तहत हुई थी।

युद्ध अभ्यास 2019: इस अभ्यास का उद्देशय दोनों देशों की सेनाओं के बीच आतंक विरोधी ऑपरेशन में दक्षता को वृद्धि करना है। इस बारे में युद्ध अभ्यास के दायरा काफी विस्तृत है। इस बार “युद्ध अभ्यास” में बटालियन स्तरीय प्रशिक्षण तथा डिवीज़न स्तरीय कमांड पोस्ट अभ्यास किया जायेगा।

पृष्ठभूमि: पिछले कुछ वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग में काफी वृद्धि हुई है। सितम्बर में दोनों देशों ने COMCASA नामक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे, इसके बाद भारतीय सेनाओं को अमेरिका से मिलिट्री-ग्रेड संचार उपकरण प्राप्त हो सकेंगे।

2019 में भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सबसे बड़े त्रि-सेवा युद्ध सेवा अभ्यास के आयोजन पर सहमती प्रकट की है। यह केवल दूसरा ऐसा अवसर होगा जब किसी अन्य देश के साथ युद्ध अभ्यास में भारत की थल सेना, जल सेना तथा वायुसेना एक साथ हिस्सा लेंगी। इससे पहले 2017 में रूस के साथ व्लादिवोस्टोक में युद्ध अभ्यास में भारत की तीनों सेनाओं ने हिस्सा लिया था।

जुलाई, 2018 में अमेरिका ने भारत को STA-1 (Strategic Trade Authorisation-1) देश का स्टेटस प्रदान करने की घोषणा की थी, भारत यह स्टेटस प्राप्त करने वाला दक्षिण एशिया का पहला देश है। यह स्टेटस दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों को प्राप्त है। इस स्टेटस से भारत को अमेरिका से महत्वपूर्ण रक्षा  टेक्नोलॉजी प्राप्त करने में सरलता होगी।

 

 

जयदीप सरकार को लेसोथो में नया भारतीय उच्चायुक्त नियुक्त किया गया-
लेसोथो: लेसोथो दक्षिण अफ्रीका की सीमा के भीतर एक छोटा से देश है। इसका क्षेत्रफल = 30,355 वर्ग किलोमीटर है, इसकी राजधानी मासेरु में स्थित है। लेसोथो की जनसँख्या लगभग 2 मिलियन है। लेसोथो ने 4 अक्टूबर, 1966 को यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्रता प्राप्त की थी।

 

 

पांच संस्थानों को इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनेंस का दर्जा दिया दिया-
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनेंस’ में पांच सार्वजनिक शिक्षण संस्थानों को शामिल किया गया है, यह संस्थान हैं : IIT मद्रास, IIT खड़गपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय तथा हैदराबाद विश्वविद्यालय।

निजी शिक्षण संस्थानों को इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनेंस का स्टेटस प्रदान करने के लिए चार विश्व विद्यालयों को ‘लैटर ऑफ़ इंटेंट’ जारी किये गये, यह विश्वविद्यालय हैं : वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, अमृता विश्व विद्यापीठम, जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी तथा कलिंगा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी।

मुख्य बिंदु: इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनेंस का उद्देश्य 20 विश्वस्तरीय संस्थानों को विकसित करना है और भारत को विश्व शिक्षा मानचित्र पर स्थापित करना है। इंस्टिट्यूट ऑफ़ एमिनेंस को फीस, कोर्स अवधि इत्यादि के लिए काफी अधिक स्वायत्तता दी जायेगी। सार्वजनिक संस्थानों को 1000 करोड़ रुपये की ग्रांट की जायेगी, परन्तु निजी संस्थानों को किसी भी किस्म की फंडिंग नहीं दी जाएगी।

 

 

नई दिल्ली में किया जा रहा है साइबर अपराध जांच-पड़ताल तथा साइबर फोरेंसिक्स पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन-
नई दिल्ली में प्रथम साइबर अपराध जांच-पड़ताल तथा साइबर फोरेंसिक्स पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, इस सम्मेलन का आयोजन 4-5 सितम्बर, 2019 के दौरान किया जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्घाटन सीबीआई के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला द्वारा किया गया।

मुख्य बिंदु: इस सम्मेलन का उद्देश्य एक प्लेटफार्म पर शोधकर्ताओं, फॉरेंसिक विशेषज्ञों, शिक्षाविदों तथा वकीलों को लाना है तथा साइबर अपराध के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करना है।

साइबर अपराध कानून लागू करने वाली एजेंसियों के सामने एक बड़ी चुनौती है, इस तरह के अपराध काफी जटिल होते हैं, इस तरह के अपराधों की खोज-बीन के लिए विशेष कौशल तथा फॉरेंसिक ज्ञान होना आवश्यक है। इस सम्मेलन में साइबर अपराध से सम्बंधित लगभग 50 DGP, ADGP तथा SP हिस्सा ले रहे हैं।

 

 

मिशन चंद्रयान-2: 

चंद्रयान-2 भारत का चंद्रमा पर दूसरा मिशन है, यह भारत का अब तक का सबसे मुश्किल मिशन है। यह 2008 में लांच किये गए मिशन चंद्रयान का उन्नत संस्करण है। चंद्रयान मिशन ने केवल चन्द्रमा की परिक्रमा की थी, परन्तु चंद्रयान-2 मिशन में चंद्रमा की सतह पर एक रोवर भी उतारा जायेगा।

इस मिशन के सभी हिस्से इसरो ने स्वदेश रूप से भारत में ही बनाये हैं, इसमें ऑर्बिटर, लैंडर व रोवर शामिल है। इस मिशन में इसरो पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड रोवर को उतारने की कोशिश करेगा। यह रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके चन्द्रमा की सतह के घटकों का विश्लेषण करेगा।

चंद्रयान-2 को GSLV Mk III से लांच किया जायेगा। यह इसरो का ऐसा पहला अंतर्ग्रहीय मिशन है, जिसमे इसरो किसी अन्य खगोलीय पिंड पर रोवर उतारेगा। इसरो के स्पेसक्राफ्ट (ऑर्बिटर) का वज़न 3,290 किलोग्राम है, यह स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा की परिक्रमा करके डाटा एकत्रित करेगा, इसका उपयोग मुख्य रूप से रिमोट सेंसिंग के लिए किया जा रहा है।

6 पहिये वाला रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके मिट्टी व चट्टान के नमूने इकठ्ठा करेगा, इससे चन्द्रमा की भू-पर्पटी, खनिज पदार्थ तथा हाइड्रॉक्सिल और जल-बर्फ के चिन्ह के बारे में जानकारी मिलने की सम्भावना है। चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करना इस मिशन का सबसे कठिन हिस्सा होगा, अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ही यह कारनामा कर पाए हैं। इजराइल का स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा पर क्रेश हो गया था।

 

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 8वीं सीओल रक्षा वार्ता 2019 को संबोधित किया-
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में दक्षिण कोरिया में ‘सीओल रक्षा वार्ता 2019’ को संबोधित किया। इस रक्षा वार्ता की थीम ‘एकजुट होकर शांति स्थापना : चुनौतियाँ तथा विज़न’ थी। रक्षामंत्री तीन दिवसीय दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गये हैं। अपने संबोधन के दौरान रक्षामंत्री ने विभिन्न सुरक्षा चुनौतियाँ पर प्रकाश डाला तथा आतंकवाद के खतरे से विश्व की परिचित करवाया। रक्षामंत्री ने आतंक का समर्थन करने वाले तथा वित्तपोषण करने वालों के विरुद्ध कड़ी करवाई करने की मांग की।

सीओल रक्षा वार्ता 2019: सीओल रक्षा वार्ता 2019 का आयोजन दक्षिण कोरिया की राजधानी सीओल में किया गया। इस वार्ता में 50 देशों तथा 5 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अधिकारियों तथा विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।

सीओल रक्षा वार्ता को 2012 में लांच किया गया था। यह एक उप-मंत्री स्तरीय बहुपक्षीय सुरक्षा विचार-विमर्श वार्ता है। इस वार्ता में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग तथा कोरियाई प्रायद्वीप में शान्ति पर चर्चा की जाती है।

 

ब्लैकहोल का पहला चित्र लेने वाली वैज्ञानिक टीम को ‘ब्रेकथ्रू प्राइज’ से सम्मानित किया जायेगा-
ब्लैकहोल का पहला चित्र लेने वाली वैज्ञानिक टीम को ‘ब्रेकथ्रू प्राइज’ से सम्मानित किया जायेगा। ‘ब्रेकथ्रू प्राइज’ को विज्ञान का ऑस्कर पुरस्कार भी कहा जाता है। वैज्ञानिकों की इस टीम को 3 मिलियन डॉलर की इनामी राशी भी दी जाएगी, इस इनामी राशी का वितरण 347 वैज्ञानिकों की टीम में किया जायेगा।

ब्लैक होल: ब्लैक होल (कृष्ण विवर) एक शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण युक्त खगोलीय क्षेत्र होता है जिसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति से प्रकाश भी नहीं बच सकता।

वैज्ञानिकों ने हाल ही में पहली बार ब्लैक होल का चित्र लिया था। इसके लिए शोध कार्य इवेंट होराइजन टेलिस्कोप (EHT) प्रोजेक्ट के तहत किया गया। यह कार्य 2012 में शुरू हुआ था। इसके लिए विश्व में 6 स्थानों पर टेलिस्कोप तैनात किये गये थे। वैज्ञानिकों ने जिस ब्लैक होल का चित्र लेने में सफलता प्राप्त की है, यह मेसियर 87 अथवा M87 गैलेक्सी के केंद्र  में है। यह ब्लैक होल पृथ्वी से लगभग 54 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। इसका द्रव्यमान सूर्य से 6.5 अरब गुणा अधिक है।

 

 

प्रोफेसर मुहम्मद युनुस को ‘लैंप ऑफ़ पीस ऑफ़ सेंट फ्रांसिस‘-
वैटिकन ने बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर युनुस को ‘लैंप ऑफ़ पीस ऑफ़ सेंट फ्रांसिस’ से सम्मानित किया, उन्हें यह सम्मान शांति व सद्भावना की स्थापना के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

प्रोफेसर मुहम्मद युनुस: वे एक बांग्लादेशी सामाजिक उद्यमी, बैंकर, अर्थशास्त्री तथा सिविल सोसाइटी लीडर हैं। उन्हें 2008 में शांति का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। उन्होंने ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी तथा सूक्ष्म साख व सूक्ष्म वित्त के कांसेप्ट को बढ़ावा दिया।

लैंप ऑफ़ पीस ऑफ़ सेंट फ्रांसिस: लैंप ऑफ़ पीस ऑफ़ सेंट फ्रांसिस का उद्देश्य शांति व सद्भावना को बढ़ावा देना है। यह पुरस्कार पहली बार 1981 में पोलिश व्यापार संघ के नेता लेच वालेसा को प्रदान किया गया था। अब तक यह पुरस्कार पोप जॉन पॉल II, दलाई लामा, मदर टेरेसा तथा मिखाइल गोर्बाचेव को प्रदान किया जा चुका है।

 

कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर वायुसेना कारगिल से कोहिमा नामक अल्ट्रा मैराथन का आयोजन-
कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर वायुसेना कारगिल से कोहिमा नामक अल्ट्रा मैराथन का आयोजन कर रही है। 4500 किलोमीटर की इस मैराथन को ‘कारगिल टू कोहिमा : ग्लोरी रन” नाम दिया गया है।

मुख्य बिंदु: 4500 किलोमीटर लम्बी यह मैराथन 6 नवम्बर, 2019 को समाप्त होगी। यह मैराथन जम्मू-कश्मीर के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक से शुरू होगी तथा नागालैंड के कोहिमा युद्ध स्मारक पर स्मारक होगी। कोहिमा और कारगिल में आधुनिक भारत के दो सबसे महत्वपूर्ण युद्ध क्रमशः 1944 तथा 1999 में लड़े गये थे।

इस मैराथन में 25 वायु सैनिक हिस्सा लेंगे, इस टीम फ्लाइट लेफ्टिनेंट रिशब जीत कौर तथा वारंट अफसर इंद्रा पल सिंह भी शामिल हैं। इस अभियान का नेत्र्तिवा स्क्वाड्रन लीडर सुरेश राजदान द्वारा किया जा रहा है।

यह टीम लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, असम होते हुए नागालैंड तक जायेगी। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।

 

 

नई दिल्ली में किया गया स्वच्छता महोत्सव 2019 का आयोजन-
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में स्वच्छता महोत्सव 2019 का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम का आयोजन केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छ भारत पुरस्कार प्रदान किये।

स्वच्छ भारत पुरस्कार 2019:

बेस्ट स्वच्छ आइकोनिक प्लेस अवार्ड : इस पुरस्कार माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (जम्मू-कश्मीर) को प्रदान किया गया।

स्वच्छता एक्शन प्लान श्रेणी में स्वच्छ अवार्ड ‘रेलवे मंत्रालय’ को प्रदान किया गया।

स्वच्छता पखवाडा अवार्ड रक्षा विभाग को प्रदान किया गया।

खुले में शौच तथा व्यवहारिक बदलाव के लिए गुजरात और सिक्किम को पुरस्कार दिया गया।

ग्राम गंगा पुरस्कार उत्तरकाशी के ‘बाघोरी’ गाँव को दिया गया।

स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप : प्रथम पुरस्कार NCC में रंजीता एस, NSS में भारतीय शहीद सैनिक स्कूल (नैनीताल) तथा नेहरु युवा केंद्र संगठन में विज़न यूथ एसोसिएशन (अनंतापुरामु, आंध्र प्रदेश) को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।

 

 

 

नई दिल्ली में किया गया स्वच्छता महोत्सव 2019 का आयोजन-
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में स्वच्छता महोत्सव 2019 का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम का आयोजन केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छ भारत पुरस्कार प्रदान किये।

स्वच्छ भारत पुरस्कार 2019: बेस्ट स्वच्छ आइकोनिक प्लेस अवार्ड : इस पुरस्कार माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (जम्मू-कश्मीर) को प्रदान किया गया। स्वच्छता एक्शन प्लान श्रेणी में स्वच्छ अवार्ड ‘रेलवे मंत्रालय’ को प्रदान किया गया। स्वच्छता पखवाडा अवार्ड रक्षा विभाग को प्रदान किया गया। खुले में शौच तथा व्यवहारिक बदलाव के लिए गुजरात और सिक्किम को पुरस्कार दिया गया। ग्राम गंगा पुरस्कार उत्तरकाशी के ‘बाघोरी’ गाँव को दिया गया।

स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप : प्रथम पुरस्कार NCC में रंजीता एस, NSS में भारतीय शहीद सैनिक स्कूल (नैनीताल) तथा नेहरु युवा केंद्र संगठन में विज़न यूथ एसोसिएशन (अनंतापुरामु, आंध्र प्रदेश) को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।

 

 

भारत में किया जा रहा है 6वीं भारत-चीन सामरिक आर्थिक वार्ता का आयोजन-
भारत में नई दिल्ली में 6वीं भारत-चीन सामरिक आर्थिक वार्ता का आयोजन किया जा रहा है। इस वार्षिक वार्ता में भारत की ओर से नीति आयोग तथा चीन की ओर से राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग (NDRC) हिस्सा लेता है। इस वार्षिक सम्मेलन के आयोजन बारी- बारी से नई दिल्ली तथा बीजिंग में किया जाता है।

मुख्य बिंदु: 6वीं भारत-चीन सामरिक आर्थिक वार्ता की अध्यक्षता नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार द्वारा की जायेगी, इस वार्ता में चीन का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग (NDRC) के चेयरमैन द्वारा किया जायेगा। इस वार्ता में दोनों ओर से नीति निर्माण, शिक्षा तथा औद्योगिक क्षेत्र से सम्बंधित विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। इस वार्ता में अधोसंरचना, उर्जा, संसाधन संरक्षण, अत्याधुनिक तकनीक, फार्मास्यूटिकल इत्यादि पर चर्चा की जायगी।

पृष्ठभूमि: भारत-चीन सामरिक आर्थिक वार्ता की स्थापना वर्ष 2010 में की गयी थी, यह भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए काफी उपयोगी है।

 

 

चंद्रयान-2 अपडेट : ऑर्बिटर ने लैंडर ‘विक्रम’ का थर्मल चित्र लिया-
इसरो ने चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ की लोकेशन की जानकारी प्राप्त कर ली है, दरअसल हाल ही में चन्द्रमा की कक्षा में परिक्रमा कर रहे ऑर्बिटर ने ‘विक्रम’ का थर्मल चित्र लिया है। परन्तु अभी तक ‘विक्रम’ से संपर्क नही हो पाया है।

चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का संपर्क इसरो के ग्राउंड स्टेशन से लैंडिंग से ठीक पहले टूट गया था। जब यह संपर्क टूटा उस समय  ‘विक्रम’ चन्द्रमा की सतह से मात्र 2.1 किलोमीटर ऊपर था। अभी डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है। अभी तक लैंडर ‘विक्रम’ की स्थिति के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है।

मिशन चंद्रयान-2: चंद्रयान-2 भारत का चंद्रमा पर दूसरा मिशन है, यह भारत का अब तक का सबसे मुश्किल मिशन है। यह 2008 में लांच किये गए मिशन चंद्रयान का उन्नत संस्करण है। चंद्रयान मिशन ने केवल चन्द्रमा की परिक्रमा की थी, परन्तु चंद्रयान-2 मिशन में चंद्रमा की सतह पर एक रोवर भी उतारा जाना था।

इस मिशन के सभी हिस्से इसरो ने स्वदेश रूप से भारत में ही बनाये हैं, इसमें ऑर्बिटर, लैंडर व रोवर शामिल है। इस मिशन में इसरो पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड रोवर को उतारने की कोशिश करेगा। यह रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके चन्द्रमा की सतह के घटकों का विश्लेषण करेगा।

चंद्रयान-2 को GSLV Mk III से लांच किया जायेगा। यह इसरो का ऐसा पहला अंतर्ग्रहीय मिशन है, जिसमे इसरो किसी अन्य खगोलीय पिंड पर रोवर उतारेगा। इसरो के स्पेसक्राफ्ट (ऑर्बिटर) का वज़न 3,290 किलोग्राम है, यह स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा की परिक्रमा करके डाटा एकत्रित करेगा, इसका उपयोग मुख्य रूप से रिमोट सेंसिंग के लिए किया जा रहा है।

6 पहिये वाला रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके मिट्टी व चट्टान के नमूने इकठ्ठा करेगा, इससे चन्द्रमा की भू-पर्पटी, खनिज पदार्थ तथा हाइड्रॉक्सिल और जल-बर्फ के चिन्ह के बारे में जानकारी मिलने की सम्भावना है।

चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करना इस मिशन का सबसे कठिन हिस्सा होगा, अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ही यह कारनामा कर पाए हैं। इजराइल का स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा पर क्रेश हो गया था।

 

 

CROSPC ने ‘मिड मानसून-2019 लाइटनिंग’ नामक रिपोर्ट जारी की-
हाल ही में Climate Resilient Observing Systems Promotion Council (CROSPC) ने ‘मिड मानसून-2019 लाइटनिंग’ नामक रिपोर्ट जारी की है। Climate Resilient Observing Systems Promotion Council (CROSPC) भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की एक अनुसन्धान संस्था है। इस रिपोर्ट में आसमानी बिजली की घटनाओं को कवर किया गया है, यह भारत में इस प्रकार की पहली रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जुलाई के बीच देश में ओडिशा में सर्वाधिक आसमानी बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इस रिपोर्ट में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर जबकि कर्नाटक तीसरे स्थान पर है। आसमानी बिजली गिरने के कारण देश में कुल 1,311 मौते हुई हैं, इसमें उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 224 मौतें हुई हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत भारत सरकार के मौसम विज्ञान प्रक्षेण, मौसम पूर्वानुमान और भूकम्प विज्ञान का कार्यभार सँभालने वाली भारतीय मौसम विज्ञान विभाग एक सरकारी एजेंसी है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। भारत से लेकर अंटार्कटिका भर में सैकड़ों प्रक्षेण स्टेशन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा वर्त्तमान में चलाये जाते हैं।

 

SLINEX 2019: भारत और श्रीलंका के बीच किया जा रहा है संयुक्त नौसैनिक अभ्यास का आयोजन-
SLINEX (Sri Lanka India Naval Exercise) 2019 संयुक्त नौसैनिक युद्ध अभ्यास का आयोजन भारत और श्रीलंका के बीच 7 सितम्बर से 14 सितम्बर के बीच किया जा रहा है। यह SLINEX का सातवाँ संस्करण है। SLINEX के पहले संस्करण का आयोजन 2005 में किया गया था।

SLINEX 2019: इस अभ्यास में श्रीलंकाई नौसेना के 323 अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। इस अभ्यास के लिए श्रीलंकाई नौसेना दो ऑफशोर पट्रोल वेसल ‘SLNS सिन्दुराला’ तथा SLNS सुरानिमाला’ को भेजा है, यह दोनों वेसल विशाखापत्तनम में पहुँच गये हैं। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग में वृद्धि करना है। इस अभ्यास में संयुक्त प्रशिक्षण, अनुभव का आदान प्रदान, समुद्री खोज व बचाव कार्य, खेल तथा सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस अभ्यास में संयुक्त प्रशिक्षण, समुद्री क्षेत्र की गशत इत्यादि कई गतिविधियां शामिल हैं।

टिपण्णी: SLINEX अभ्यास दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी ऑपरेशनल इंटरेक्शन का हिस्सा है। इससे दोनों देशों के बीच समुद्री क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा और परस्पर विश्वास में भी वृद्धि होगी। SLINEX 2017 का आयोजन विशाखापट्नम में सितम्बर, 2017 में किया गया था, इसमें श्रीलंकाई नौसेना के दो समुद्री जहाजों ने हिस्सा लिया था।

 

 

विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस : 10 सितम्बर-
प्रत्येक वर्ष 10 सितम्बर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के रूप मनाया जाता है, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इसका उद्देश्य विश्व भर में आत्महत्याओं को रोकना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के अनुसार प्रत्येक वर्ष विश्व में लगभग 8,00,000 लाख लोग आत्महत्या करते हैं, अर्थात प्रत्येक 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है। इस वर्ष विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस की थीम “आत्महत्या रोकने के लिए एकजुट होकर कार्य करना” है।

8 सितम्बर को मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस-
प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है, इसका उद्देश्य साक्षरता के महत्त्व पर बल देना है। इस दिवस की स्थापना 1966 में यूनेस्को द्वारा की गयी थी। इस वर्ष 54वां अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया गया। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम ‘साक्षरता और बहुभाषावाद’ है। इसका उद्देश्य शिक्षा में भाषाई विविधता को बढ़ावा देना है।

पृष्ठभूमि: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की घोषणा आधिकारिक रूप से यूनेस्को द्वारा नवम्बर, 1966 में यूनेस्को के 14वें सत्र में की गयी थी। इसके बाद इस दिवस को यूनेस्को के सदस्य देशों में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।

8 सितम्बर ही क्यों? दरअसल 8 सितम्बर, 1965 को शिक्षा मंत्रियों की विश्व कांग्रेस की पहली बैठक का आयोजन ईरान के तेहरान में किया गया था, इसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा कार्यक्रम पर चर्चा की गयी।

 

 

बैंकाक में 7वीं RCEP मंत्री स्तरीय बैठक शुरू हुई-
थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में व्यापक क्षेत्रीय आर्थिक साझेदारी (RCEP) की 7वीं मंत्री स्तरीय बैठक का आयोजन किया जा रहा है, यह बैठक 8 से 10 सितम्बर, 2019 तक चलेगी। इस बैठक में 10 आसियान देश तथा 6 FTA (मुक्त व्यापार समझौता) पार्टनर्स हिस्सा ले रहे हैं।

व्यापक क्षेत्रीय आर्थिक साझेदारी (RCEP): RCEP 10 आसियान देशों (ब्रूनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) और इसके 6 FTA साझेदारों (ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, भारत, चीन, जापान और कोरिया) के बीच एक प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement – FTA) है।

इस व्यापारिक समझौते के लिए वार्ता कंबोडिया में 2012 के आसियान शिखर सम्मेलन में शुरू हुई थी। इसमें वस्तुओं, सेवाओं, निवेश, आर्थिक व तकनीकी सहयोग, बौद्धिक संपदा अधिकार इत्यादि को शामिल किया जायेगा। RCEP के 16 सदस्य देशों की कुल जनसँख्या 3.4 अरब है, इसकी कुल जीडीपी (PPP) 49.5 ट्रिलियन डॉलर है, यह विश्व की कुल जीडीपी का 38% हिस्सा है।

आसियान विश्व के सबसे तेज़ी से बढ़ते हुए बाजारों में से एक है, इन देशों में भारत के लिए व्यापार और निवेश के काफी अवसर उपलब्ध हैं। 2017-18 में आसियान भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था, इस दौरान भारत और आसियान के बीच 81.33 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। यह भारत के वैश्विक व्यापार का 10.58% है। RCEP को ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप के विकल्प के रूप में भी देखा जा रहा है।

 

 

‘Savarkar: Echoes from a forgotten past, 1883-1924’ पुस्तक का विमोचन किया गया-
हाल ही में ‘Savarkar: Echoes from a forgotten past, 1883-1924’ पुस्तक का विमोचन किया गया। इस पुस्तक को इतिहासकार विक्रम संपत ने लिखा है। यह पुस्तक स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के जीवन पर आधारित है।

विनायक दामोदर सावरकर (1883-1966): विनायक दामोदर सावरकर को वीर सावरकर के नाम से जाना जाता था, उनका जन्म 28 मई, 1883 को महाराष्ट्र के नासिक में हुआ था। वे एक स्वतंत्रता सेनानी थे, उन्होंने 1887 की क्रांति को स्वतंत्रता का प्रथम युद्ध कहा था। उन्होंने पुणे में अभिनव भारत सोसाइटी नामक संगठन की थी लन्दन में उन्होंने फ्री इंडिया सोसाइटी का गठन किया। विनायक दामोदर सावरकर ने “जोसफ मैजिनी – जीवन कथा व राजनीती” नामक पुस्तक लिखी। उन्होंने 1857 की क्रान्ति पर “द इंडियन वॉर ऑफ़ इंडिपेंडेंस” नामक पुस्तक का प्रकाशन किया था। इसके अलावा उन्होंने रत्नागिरी में कैद के दौरान “हिंदुत्व – हु इस हिन्दू” नामक पुस्तक भी लिखी।

हालांकि वे हिन्दू महासभा के संस्थापक नही थे, परन्तु वे 1937 से 1943 के बीच हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रहे। वीर सावरकर ने भारत को “हिन्दू राष्ट्र” के रूप में एक निर्मित किये जाने का समर्थन किया, उन्होंने राष्ट्रवादी राजनीतिक विचारधारा “हिंदुत्व” के विकास किया। उनके सम्मान में अंडमान व निकोबार के पोर्ट ब्लेयर के हवाईअड्डे का नाम वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा रखा गया है।

भारत-नेपाल पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन का उद्घाटन किया गया-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने संयुक्त रूप से दक्षिण एशिया की पहली क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन का उद्घाटन किया। यह पाइपलाइन बिहार के मोतिहारी से नेपाल के अमलेखगंज के बीच स्थित है। इस पाइपलाइन का उद्घाटन विडियो कांफ्रेंस द्वारा किया गया।

मुख्य बिंदु: गौरतलब है कि इस परियोजना को 30 महीने में पूरा किया जाना था, परन्तु यह कार्य मात्र 15 महीने में ही पूरा हुआ। इस पाइपलाइन की लम्बाई 69 किलोमीटर है, इसकी  क्षमता 2 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। इस पाइपलाइन के द्वारा नेपाल को सस्ती दरों पर स्वच्छ पेट्रोलियम उत्पाद मुहैय्या करवाए जायेंगे। पहले चरण में नेपाल को भारत से डीजल की आपूर्ति की जायेगी।

इस पाइपलाइन का निर्माण इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा 324 करोड़  रुपये की लागत से किया गया है। भारत और नेपाल अमलेखगंज (नेपाल) में एक भण्डारण फैसिलिटी के निर्माण पर भी कार्य कर रहे हैं, इसके लिए नेपाल आयल कारपोरेशन लिमिटेड 75 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है।

 

गूगल ने गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के साथ समझौता किया-
गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने टेक कंपनी गूगल के साथ समझौता किया है, इस समझौते के अंतर्गत गुरुग्राम ताफ्फिक पुलिस सड़क बंद होने, डायवर्जन, ट्रैफिक सूचना इत्यादि के बारे में गूगल मैप्स के साथ सूचना को साझा करेगा। इस जानकारी को बाद में गूगल मैप्स में अपडेट किया जायेगा, जिससे वाहन चालकों को उपयोगी सूचना प्राप्त हो सकेगी।

गूगल: गूगल एक अमेरिकी टेक कंपनी है। इसकी स्थापना  4 सितम्बर, 1998 को लैरी पेज तथा सेर्गे ब्रिन द्वारा की गयी थी। वर्तमान में गूगल के सीईओ भारतीय मूल के सुन्दर पिचाई हैं। गूगल में एक लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। गूगल के मुख्य उत्पाद इस प्रकार हैं : यूट्यूब, गूगल सर्च इंजन, गूगल असिस्टेंट, गूगल ट्रांसलेट, गूगल एड्स, गूगल एडसेंस, ब्लॉगर, गूगल डॉक्स, गूगल हैंगआउट्स, गूगल ड्राइव, गूगल मैप्स, जीमेल, गूगल प्ले, एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम, गूगल पे, गूगल पिक्सल स्मार्टफ़ोन इत्यादि।

 

प्रधानमंत्री 12 सितम्बर को लांच करेंगे ‘किसान मान धन योजना’-
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 12 सितम्बर को झारखण्ड के रांची से ‘किसान मानधन योजना’ को लांच करेंगे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 400 एकलव्य आवासीय स्कूल भी लांच करेंगे, जहाँ पर अनुसूचित जनजाति के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जायेगी। वे झारखण्ड विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन करेने तथा रांची में सचिवालय के नए भवन का शिलान्यास भी करेंगे।

किसान मानधन योजना: इस योजना के तहत 5 करोड़ छोटे व सीमान्त किसानों को न्यूनतम पेंशन की सुविधा प्रदान की जायेगी। इस योजना का लाभ वे छोटे व सीमान्त किसान उठा सकते हैं जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष के बीच है। इस योजना के लिए अगले तीन वर्षों (2019-22) के लिए 10,774 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। इस योजना के तहत न्यूनतम 3000 रुपये प्रति माह की पेंशन प्रदान की जायेगी, यह पेंशन 60 वर्ष के बाद प्रदान की जायेगी।

 

 

भारत और एशियाई विकास बैंक ने 200 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किये-
भारत और एशियाई विकास बैंक ने महाराष्ट्र की ग्रामीण सड़कों को अपग्रेड करने के लिए 200 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, इस ऋण राशि का उपयोग महाराष्ट्र के 34 जिलों में सड़कों को सुधारने के लिए किया जायेगा। इससे स्थानीय लोगों को काफी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, इससे कृषि सम्बंधित गतिविधियों तथा अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

एशियाई विकास बैंक: एडीबी एक क्षेत्रीय विकास बैंक है जिसका उद्देश्य एशिया में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इसकी स्थापना दिसंबर 1966 में की गयी थी। इसका मुख्यालय मनीला (फिलीपींस) में स्थित है। इसके कुल 67 सदस्य हैं, जिनमें से 48 एशिया और प्रशांत क्षेत्र जबकि बाकी 19 अन्य क्षेत्र के हैं। एडीबी का मुख्य उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए ऋण, तकनीकी सहायता, अनुदान और इक्विटी निवेश प्रदान करके अपने सदस्यों और भागीदारों की सहायता करना है।

 

14 सितम्बर: राष्ट्रीय हिंदी दिवस-
14 सितम्बर को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हिंदी भाषा को बढ़ावा देना है और हिंदी को मातृ भाषा के रूप में प्रसारित करना है।

राष्ट्रीय हिंदी दिवस: राष्ट्रीय हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है। 14 सितम्बर, 1949 को संविधान सभा ने हिंदी अनुच्छेद 343 के तहत भारत की आधिकारिक भाषा चुना था, हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है। संविधान में कुल 22 अनुसूचित भाषाएँ हैं। भारत में आधिकारिक रूप से हिंदी व अंग्रेजी को राजकीय कार्य के लिए उपयोग किया जाता है।

हिंदी भाषा: हिंदी भारत के प्रमुख भाषा है, देश की लगभग 40% जनसँख्या इस भाषा का उपयोग करती है। यह भारतीय-यूरोपीय भाषा परिवार की हिन्द-आर्य शाखा से सम्बंधित है। 2011 की जनसँख्या के अनुसार 43.63% भारतीय हिंदी भाषा का उपयोग मातृभाषा के रूप में करते हैं। भारत में हिंदी भाषा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर बोला जाता है। इसके अलावा विश्व के कई अन्य देशों जैसे पाकिस्तान, मॉरिशस, त्रिनिदाद और सूरीनाम में भी हिंदी भाषा बोली जाती है। एशिया के बाद अंग्रेजी और फीजियन के साथ हिंदी फिजी की राष्ट्रीय भाषा भी है। फिजी में फिजी बात अथवा फिजी हिंदी बोली जाती है।

 

 

केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय अब स्कूलों में शुरू करेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पाठ्यक्रम-
केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने स्कूली स्तर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू करने के लिए मोड्यूल तैयार किया गया है। इसकी घोषणा केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के ‘टीचर्स अवार्ड्स 2018-19’ में संबोधन के दौरान की।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धि) कंप्यूटर साइंस की वह शाखा है जिसके द्वारा मशीनों में इंसानों की तरह सोचने समझने की क्षमता विकसित की जाती है। AI मशीने वातावरण के अनुसार खुद को ढालने में सक्षम होती हैं।

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) देश में सार्वजनिक तथा निजी स्कूलों के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है। वर्तमान में सीबीएसई के अंतर्गत 19,316 स्कूल भारत में तथा 211 स्कूल 28 देशों में जुड़े हुए हैं। सीबीएसई की गठन 3 नवम्बर, 1962 को किया गया था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। सीबीएसई केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।

सीबीएसई से मान्यता प्राप्त इन देशों में मौजूद हैं : अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश, इथियोपिया, घाना, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, जापान, केन्या, कुवैत, लाइबेरिया, लीबिया, मलेशिया, म्यांमार, नेपाल, नाइजीरिया, ओमान, क़तर, बेनिन, रूस, सऊदी अरब, सिंगापुर, सोमानिया, तंज़ानिया, थाईलैंड, यूगांडा, संयुक्त अरब अमीरात तथा यमन।

 

 

उत्तराखंड ने लांच की ‘मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना’-
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में ‘मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना’ लांच की, इस योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को प्रति माह दो प्रकार की दाल सस्ती दरों पर प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना: मुख्यमंत्री दाल पोषित योजना के तहत राज्य सरकार 15 रुपये की दर से दालें उपलब्ध करवाएगी। इसका लाभ राज्य के राशन कार्ड धारकों को मिलेगा, प्रत्येक राशन कार्ड धारक को प्रतिमाह दो किलो दाल प्रदान की जायेगी। इससे लोगों की प्रोटीन की आवश्यकता पूरी होगी। इस योजना से उत्तराखंड के 23.32 लाख राशन कार्ड धारकों को फायदा मिलेगा। इस योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को 44 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चना दाल प्रदान की जायेगी, बाज़ार में चना दाल की कीमत 65-70 रुपये प्रति किलोग्राम है।

 

 

लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस के नौसैनिक संस्करण ने सफलतापूर्वक शार्ट अरेस्टेड लैंडिंग की-
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस के नौसैनिक संस्करण ने गोवा में शोर बेस्ड टेस्ट फैसिलिटी में सफल शार्ट अरेस्टेड लैंडिंग की, यह लैंडिंग गोवा में ‘आईएनएस हंस’ पर की गयी। इसके बाद तेजस को नेवल एयरक्राफ्ट कैरियर ‘विक्रमादित्य’ पर भी लैंड किये जाने का प्रयास किया जा सकता है।

LCA (नेवी) फ्लाइट टेस्ट टीम का नेतृत्व जे.ए. माओलंकर (चीफ टेस्ट पायलट), कैप्टेन शिवनाथ दाहिय (LSO) तथा जे.डी. रतुरी (टेस्ट डायरेक्टर) द्वारा किया गया।

शोर बेस्ड टेस्ट फैसिलिटी (SBTF): शोर बेस्ड टेस्ट फैसिलिटी एक किस्म से एयरक्राफ्ट कैरियर की फ्लाइट डेक की प्रतिलिपि है, इसके द्वारा नौसैनिक पायलट को एयरक्राफ्ट कैरियर के छोटे रनवे पर विमान को लैंड करने का अभ्यास करवाया जाता है। इसके बाद पायलट वास्तव में एयरक्राफ्ट करियर पर एयरक्राफ्ट को लैंड कर सकते हैं।

तेजस: तेजस हल्के भार वाला सिंगल सीटर लड़ाकू विमान है, इसमें एक ही इंजन उपयोग किया गया है। यह अपनी श्रेणी का विश्व का सबसे छोड़ा व सबसे हल्का सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है। इसका शुरूआती निर्माण 1980 के दशक में शुरू किया था, इसका निर्माण मिग 21 लड़ाकू विमान की जगह लेने के लिए किया गया है। इसका नाम ‘तेजस’ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रखा गया था। इस एयरक्राफ्ट को पूर्ण रूप से विकसित करने में लगभग 20 वर्षों का समय लगा।

तेजस की विशेषताएं: तेजस में quadruplex digital fly-by-wire उड़ान नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया गया है, जिससे तेजस को नियंत्रित करना आसान होता है। इसमें डिजिटल कंप्यूटर बेस्ड अटैक सिस्टम और ऑटोपायलट मोड भी हैं।

इसके छोटे आकार और कार्बन कम्पोजिट के उपयोग के कारण राडार द्वारा इसे पकड़ा जाना मुश्किल है। इसमें आधुनिक एवियोनिक सॉफ्टवेर का उपयोग किया गया, जिसे आवश्यकता पड़ने पर आसानी से अपडेट किया जा सकता है।

इसकी रेंज लगभग 400 किलोमीटर है, इसका उपयोग एयर-टू-ग्राउंड ऑपरेशन में किया जायेगा। राफेल और सुखोई लम्बी दूरी तय करके दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकते हैं।

तेजस से हवा-से-हवा में मार कर सकने वाली मिसाइलें दागी जा सकती है। इसमें बम तथा अन्य प्रिसिशन गाइडेड विस्फोटक भी ले जाए जा सकते हैं। DRDO ने तेजस के परीक्षण दौरान इसमें कई प्रकार की मिसाइल इत्यादि का उपयोग किया। यह लेज़र गाइडेड बम गिराने में भी सक्षम है।

तेजस ने तमिलनाडु के सुलुर एयर फ़ोर्स स्टेशन में जुलाई, 2018 से कार्य शुरू किया गया, इसे दो वर्ष पूर्व भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। यह भारतीय वायुसेना के 45 स्क्वाड्रन के ‘फ्लाइंग डैगर्स’ का हिस्सा है।

 

 

राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल ने भूमिगत जल की अवैध निकासी पर रोक लगाने के लिए समिति का गठन किया-
राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल ने भूमिगत जल की अवैध निकासी पर रोक लगाने के लिए समिति का गठन किया है। इन सन्दर्भ में शैलेश सिंह नामक व्यक्ति द्वारा याचिका दायर की गयी थी। इस समिति में केन्द्रीय पर्यावरण व वन मंत्रालय, जल संसाधन मंत्रालय, केन्द्रीय भूमिगत जल बोर्ड, राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग केंद्र, राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान (रुड़की) तथा केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयुक्त सचिव शामिल होंगे।

राष्ट्रीय हरित अधिकरण: पर्यावरण संरक्षण, वनों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित मामलों के प्रभावी और शीघ्र निपटान के लिए राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल अधिनियम, 2010 के तहत वर्ष 2010 में एनजीटी की स्थापना की गयी थी। यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 से प्रेरित है, जो भारत के नागरिकों को स्वस्थ वातावरण का अधिकार प्रदान करता है। एनजीटी को प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित किया जाता है। इसमें पूर्णकालिक अध्यक्ष के रूप में भारत के सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश या उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायिक सदस्य और विशेषज्ञ सदस्य शामिल होते हैं। प्रत्येक श्रेणी में निर्धारित न्यायिक और विशेषज्ञ सदस्य की न्यूनतम संख्या 10 है तथा प्रत्येक श्रेणी में अधिकतम संख्या 20 होती है।

 

लक्ष्य सेन ने जीता बेल्जियन इंटरनेशनल चैलेंज का खिताब-
भारत के लक्ष्य सेन ने बेल्जियन इंटरनेशनल चैलेंज का खिताब अपने नाम किया, फाइनल में उन्होंने डेनमार्क के विक्टर स्वेंड्सन को 21-14, 21-15 से पराजित किया है।

लक्ष्य सेन: लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त, 2001 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुआ था। लक्ष्य सेन ने प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकैडमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया। वे फरवरी, 2017 में BWF वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में पहले स्थान पर थे। उन्होंने एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2018 को अपने नाम किया था, इस प्रतिस्पर्धा में उन्होंने विश्व के नंबर 1 खिलाड़ी कुनलावुत वितिदसैम को हराया था। लक्ष्य सेन ने 2016 में इंडिया इंटरनेशनल सीरीज में स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 2017 में उन्होंने यूरेशिया बुल्गारियन ओपन में स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 2017 में उन्होंने पुनः इंडिया इंटरनेशनल सीरीज में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

 

 

राजस्थान सरकार ने लांच किया ‘जन सूचना पोर्टल’-
राजस्थान सरकार ने हाल ही में ‘जन सूचना पोर्टल’ लांच किया है, इस पोर्टल का उद्देश्य सरकारी तथा विभागों की जानकारी आम जनता तक पहुँचाना है। इसका उद्देश्य सरकारी कार्य में पारदर्शिता लाना तथा जवाबदेही सुनिश्चित करना है।

जन सूचना पोर्टल: इस पोर्टल का विकास राज्य के सूचना व प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया गया है। इस पोर्टल के द्वारा एक ही प्लेटफार्म पर 13 विभागों की 23-24 प्रकार की सूचना उपलब्ध होगी। यह सूचना ‘ई-मित्र प्लस’ कीओस्क’ पर भी उपलब्ध होगी।

राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जो एक ही प्लेटफार्म पर दर्ज़न भर विभागों की सूचना उपलब्ध करवा रहा है। इस पोर्टल को राजस्थान इनोवेशन विज़न (राजीव) कार्यक्रम) के तहत लांच किया गया है।

 

 

जस्टिस पी. लक्ष्मण रेड्डी बने आंध्र प्रदेश के पहले लोकायुक्त-
जस्टिस पी. लक्ष्मण रेड्डी ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के प्रथम लोकायुक्त के रूप में शपथ ली। वे आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायधीश हैं। उन्हें राज्यपाल बिस्वाभूषण हरिचंदन द्वारा विजयवाड़ा में शपथ दिलाई गयी। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।

मुख्य बिंदु: जस्टिस पी. लक्ष्मण का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की अध्यक्षता वाली सरकारी ने हाल ही में लोकायुक्त अधिनियम में बदलाव किया था। इसके कारण सेवानिवृत्त न्यायधीश को लोकायुक्त नियुक्त किया जा सकता।

लोकायुक्त क्या है?
यह राज्यों में एक भ्रष्टाचार-रोधी संगठन है। लोकायुक्त अधिकारियों के विरुद्ध अनियमितता तथा भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करता है।

 

 

अक्टूबर में किया जायेगा ‘हिमविजय’ युद्ध अभ्यास का आयोजन-
भारतीय सेना अक्टूबर में अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ लगने वाली सीमा के निकट ‘हिमविजय’ नामक युद्ध अभ्यास का आयोजन करेगी। इस अभ्यास में M777 होवित्ज़र तथा चिनूक हैवी-लिफ्ट हेलिकॉप्टर का उपयोग किया जायेगा।

हिमविजय अभ्यास: इस युद्ध अभ्यास का आयोजन उत्तर पूर्वी भारत में 10,000 फीट की उंचाई पर किया जायेगा। इस युद्ध अभ्यास में ‘इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप्स’ हिस्सा लेंगे। इसमें नव गठित ’17 माउंटेन स्ट्राइक कोर’ के कौशल का परीक्षण किया जाएगा। इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना भी हिस्सा लेगी। इस अभ्यास में 15,000 सैन्य अधिकारी हिस्सा लेंगे। इस अभ्यास में C130J सुपर हर्कुलस, AN32 तथा C17 का उपयोग भी किया जायेगा।

 

 

हिमाचल प्रदेश में लांच की गयी मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन ’1100’-
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हाल ही में मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन ’1100’ को लांच किया, इसका उद्देश्य आधुनिक तकनीक का उपयोग करके जनता की शिकायतों का निवारण समयबद्ध तरीके से करना है। इस हेल्पलाइन पर कॉल करके राज्य के आम नागरिक अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।

हिमाचल प्रदेश इस प्रकार की सुविधा शुरू करने वाला देश का चौथा राज्य बन गया है, इससे पहले उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश इस प्रकार की सुविधा शुरू कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन: मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन ’1100’ का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के लोगों की समस्याओं का समाधान कम से कम समय में करना है, इसके लिए ’1100’ नामक टोल फ्री फ़ोन नंबर जारी किया गया है। सेवा संकल्प हेल्पलाइन को शिमला म्युनिसिपल कारपोरेशन के नए भवन में शुरू किया गया है। अब हिमाचल के लोगों को अपनी छोटी-मोटी समस्या के निपटान के लिए शिमला जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की आवश्यकता नहीं है, लोग घर बैठे 1100 नंबर पर कॉल करके अपनी बात सरकार तक पहुंचा सकते हैं। इस हेल्पलाइन में जियो मैपिंग तथा जियो टैगिंग के द्वारा राज्य के 56 विभागों तथा 6500 अफसरों को जोड़ा गया है। यह हेल्पलाइन हफ्ते में 6 दिन  सुबह 7 बजे से रात को 10 बजे तक काम करेगी (सोमवार-शनिवार), इस कॉल सेंटर में एक साथ 40 शिकायतें दर्ज करवाई जा सकती हैं। प्रत्येक शिकायत का समाधान 7-14 दिनों के भीतर किया जायेगा। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री निरंतर इस हेल्पलाइन की प्रगति को मॉनिटर करेंगे।

 

 

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को डॉ कलाम स्मृति इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवार्ड 2019 प्रदान किया गया-
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को डॉ कलाम स्मृति इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवार्ड 2019 प्रदान किया गया है। उन्हें यह सम्मान दक्षिण एशिया के लिए शांति तथा समृद्धि के लिए उनके विज़न के लिए प्रदान किया गया है। इस पुरस्कार के द्वारा भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को मज़बूत बनाने के लिए उनके योगदान को सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार की स्थापना भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में की गयी है।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: डॉ. अवुल पाकिर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम में हुआ था। वे भारत के 11वें राष्ट्रपति थे, वे 2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे। इससे पहले उन्होंने रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (ISRO) में लगभग 4 दशकों तक वैज्ञानिक तथा साइंस एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में कार्य किया। भारत के नागरिक अन्तरिक्ष कार्यक्रम तथा सैन्य मिसाइल विकास कार्यक्रम में उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही। मिसाइल विकास कार्यक्रम में योगदान के लिए उन्हें “मिसाइल मैन ऑफ़ इन्डिया” कहा जाता है।

इसके अलावा 1998 में किये गये पोखरण-II परमाणु परीक्षण में भी उनकी काफी महत्वपूर्ण भूमिका थी। वर्ष 1997 में उन्हें उनके योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। वर्ष 2009 में उन्हें हुवर मैडल प्रदान किया गया तथा 2013 में NSS वोन ब्राउन अवार्ड से सम्मानित किया गया।

डॉ. कलाम एक प्रसिद्ध लेखक भी थे, उनकी पुस्तकें विशेषतः छात्रों में काफी लोकप्रिय हैं। डॉ. कलाम द्वारा रचित प्रमुख पुस्तकें हैं : इंडिया 2020, विंग्स ऑफ़ फायर, इग्नाइटेड माइंडस, द लुमिनस स्पार्क्स, मिशन इंडिया, इंस्पायरिंग थॉट्स, इन्डोमिटेबल स्पिरिट, टर्निंग पॉइंट्स, टारगेट 3 बिलियन, फोर्ज योर फ्यूचर, ट्रांसेंडेंस : माय स्पिरिचुअल एक्सपीरियंस विद प्रमुख स्वामीजी, एडवांटेज इंडिया : फ्रॉम चैलेंज टू अपोर्चुनिटी।

भारतीय वायुसेना ने हवा-से-हवा में मार सकने वाली स्वदेशी मिसाइल ‘अस्त्र’ का सफल परीक्षण किया-भारतीय वायुसेना ने दूर हवा-से-हवा में मार कर सकने वाली स्वदेशी निर्मित मिसाइल ‘अस्त्र’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल को सु-30 MKI लड़ाकू विमान से दागा गया। इसका परीक्षण ओडिशा में किया गया।

अस्त्र मिसाइल: अस्त्र मिसाइल दृश्यमान रेंज से दूर हवा-से-हवा में मार कर सकने वाली स्वदेशी निर्मित मिसाइल है। इसका निर्माण रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO) द्वारा किया गया है। यह DRDO द्वारा निर्मित सबसे छोटे वेपन सिस्टम में से एक है। इसकी लम्बाई 3.8 मीटर तथा इसका भार 154 किलोग्राम है। यह एक सिंगल स्टेज मिसाइल है, इसमें ठोस इंधन का इस्तेमाल किया जाता है।

इस मिसाइल में 15 किलोग्राम पारंपरिक विस्फोटक ले जाया जा सकता है। इस मिसाइल को अलग-अलग ऊंचाई में से लांच किया जा सकता है। यह मिसाइल 4 मैक (ध्वनि की गति से चार गुना तेज़) की गति से अपने लक्ष्य को नष्ट कर सकती है। इस मिसाइल को किसी भी मौसम में लांच किया जा सकता है। इस मिसाइल में एक्टिव राडार टर्मिनल गाइडेंस, इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर (ECCM) तथा स्मोकलेस प्रोपल्शन जैसे फीचर हैं। इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर की सहायता से यह मिसाइल दुश्मन राडार के सिग्नल को जाम कर सकती है। इस मिसाइल को भारतीय वायुसेना के लगभग सभी लड़ाकू विमानों जैसे सुखोई-30, MKI, मिराज-2000, मिग-29, जैगुआर तथा तेजस में उपयोग किया जा सकता है।

 

 

DRDO का रुस्तम-2 ड्रोन कर्नाटक में दुर्घटनाग्रस्त हुआ-
रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन द्वारा निर्मित किया जा रहा रुस्तम-2 ड्रोन कर्नाटक के चित्रदुर्ग में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। यह दुर्घटना रुस्तम ड्रोन के परीक्षण के दौरान पेश आई।

रुस्तम-2 अलग-अलग तरह के पेलोड साथ ले जाने में सक्षम है। इस मानवरहित विमान प्रोजेक्ट की शुरुआत तीनो सेनाओं की आवश्यकताओ को ध्यान में रखकर शुरू की गयी है। मानव रहित विमानों को एयरोनाटिकल डेवलपमेंट एस्टाब्लिश्मेंट (ADE) जो की DRDO का ही एक शाखा है, के द्वारा विक्सित किया गया है। इस प्रक्रम में ADE के साथ हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड तथा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड भी साझेदार हैं।

रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन- रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO) की स्थापना 1958 में की गयी थी, इसका मुख्यालय नई दिल्ली के DRDO भवन में स्थित है। यह भारत सरकार की एजेंसी है। यह सैन्य अनुसन्धान तथा विकास से सम्बंधित कार्य करता है। DRDO का आदर्श वाक्य “बलस्य मूलं विज्ञानं” है। DRDO में 30,000 से अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं। वर्तमान में DRDO के चेयरमैन डॉ. जी. सतीश रेड्डी हैं। DRDO का नियंत्रण केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय के पास है। DRDO की 52 प्रयोगशालाओं का नेटवर्क है।

 

सर्वोच्च न्यायालय में पांच नए न्यायधीशों को शामिल किया गया-केंद्र ने सर्वोच्च न्यायालय में चार नए न्यायधीशों की नियुक्ति के लिए मार्ग प्रशस्त कर दिया है। इस नई नियुक्ति के साथ सर्वोच्च न्यायालय में न्यायधीशों की संख्या 34 पहुँच गयी है।

सर्वोच्च न्यायालय के चार नव-नियुक्त न्यायधीश हैं : हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश जस्टिस कृष्ण मुरारी. हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यम. राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश जस्टिस एस. रविन्द्र भट. केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश जस्टिस हृषिकेश रॉय

सर्वोच्च न्यायालय की संरचना: सर्वोच्च न्यायालय में न्यायधीशों की संख्या को संविधान के अनुच्छेद 124(1) के द्वारा निश्चित किया गया है। इस संख्या में संसदीय विधेयक के द्वारा वृद्धि की जा सकती है। इसके लिए संसद ने सर्वोच्च न्यायालय (न्यायधीशों की संख्या) अधिनियम, 1956 लागू किया था। शुरू में सर्वोच्च न्यायालय में न्यायधीशों की संख्या 10 (मुख्य न्यायधीश के अतिरिक्त) थी। इस अधिनियम अंतिम बार 2009 में संशोधन किया गया था, 2009 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों की संख्या को 25 से बढ़ाकर 30 (मुख्य न्यायधीश के अतिरिक्त) कर दिया गया था।

सर्वोच्च न्यायालय (न्यायधीशों की संख्या) विधेयक, 2019 के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों की संख्या को 31 से बढ़ाकर 34 (मुख्य न्यायधीश सहित) कर दिया गया है।

 

 

एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने ‘भरोसा बचत खाता’ लांच किया-
एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने हाल ही में ‘भरोसा बचत खाता’ लांच किया है, इसका उद्देश्य देश में वित्तीय समावेश को बढ़ावा देना है। इसके द्वारा देश के उन लोगों को बैंकिंग सेवा से जोड़ा जायेगा जो अब तक इससे अछूते हैं। इस खाते के साथ लाभार्थी को निशुल्क 5 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा भी मिलेगा, इसके लिए लाभार्थी को अपने खाते में 500 रुपये का बैलेंस मेन्टेन करना होगा तथा महीने में एक ट्रांजेक्शन भी करनी होगी।

पेमेंट्स बैंक: यह बैंकिंग का एक नया मॉडल है, इसके द्वारा मोबाइल कंपनियां, सुपरमार्किट चेन्स इत्यादि लोगों व व्यवस्याओं की बैंकिंग ज़रूरतों को पूरा करते हैं। यह बैंक से अलग होता है, पेमेंट्स बैंक में पैसे जमा किये जा सकते हैं, रेमिटेंस सेवा तथा इन्टरनेट बैंकिंग भी इसमें उपलब्ध होती है, परन्तु पेमेंट्स बैंक ऋण नहीं दे सकते। पेमेंट्स बैंक किसी ग्राहक से अधिकतम 1 लाख रुपये तक की राशि ही जमा कर सकते हैं। वे एटीएम अथवा डेबिट कार्ड जारी कर सकते हैं, परन्तु क्रेडिट कार्ड नहीं।

एयरटेल पेमेंट्स बैंक: एयरटेल पेमेंट्स बैंक को 11 अप्रैल, 2016 को आरबीआई द्वारा लाइसेंस प्रदान किया गया था। यह भारती एयरटेल लिमिटेड तथा कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड के बीच एक साझा उद्यम है, इसके 19.9% हिस्सेदारी कोटक महिंद्रा बैंक के पास है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

 

 

2019 ऑस्कर डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘मोती बाग़’ को मनोनीत किया गया-
‘मोती बाग़’ डाक्यूमेंट्री फिल्म 83 वर्षीय विद्यादत्त नामक किसान के संघर्ष पर आधारित है, इस डाक्यूमेंट्री फिल्म को 2019 ऑस्कर के लिए मनोनीत किया गया है। इस डाक्यूमेंट्री फिल्म में उत्तराखंड के गढ़वाल तथा कुमाऊ क्षेत्रों से प्रवासन की समस्या को रेखांकित किया गया है। इस डाक्यूमेंट्री फिल्म का निर्देशन निर्मल चन्द्र द्वारा किया गया है। इस फिल्म का निर्माण प्रसार भारती की वित्तीय सहायता से किया गया है।

ऑस्कर पुरस्कार: अकादमी पुरस्कार जिसे ऑस्कर के नाम से भी जाना जाता है जिसे अमेरिकन अकादमी ऑफ़ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस द्वारा फिल्म उद्योग में निर्देशकों, कलाकारों और लेखकों सहित पेशेवरों की उत्कृष्टता को पहचान देने के लिए प्रदान किया जाता है। ऑस्कर विश्व के सबसे प्रमुख पुरस्कार समारोहों में से एक है । यह मीडिया का सबसे पुराना पुरस्कार समारोह भी है।

 

 

विनेश फोगट ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता-
भारतीय रेसलर विनेश फोगट ने कजाखस्तान में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 53 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। इसके अतिरिक्त उन्होंने 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। वे 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं।

विनेश फोगट: विनेश फोगट एक महिला पहलवान हैं। उनका जन्म 25 अगस्त, 1994 को हरियाणा के भिवानी जिले में हुआ था। उन्होंने 2014 ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि 2018 के गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने 50 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। 2014 के इनचियोन एशियाई खेलों में उन्होंने 48 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। 2018 के जकार्ता एशियाई खेलों में उन्होंने 50 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वे राष्ट्रमंडल खेलों तथा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।

 

 

अंजली सिंह बनीं भारत की पहली महिला सैन्य राजनयिक-
विंग कमांडर अंजली सिंह भारत की पहली महिला सैन्य राजनयिक बन गयी हैं जिन्हें विदेश में भारतीय मिशन में तैनात किया गया है। उन्हें रूस में भारतीय दूतावास में डिप्टी एयर अताशे नियुक्त किया गया है। अंजली सिंह एक एयरोनॉटिकल इंजीनियर हैं, उन्होंने अपने 17 वर्षीय सैन्य करियर में फाइटर स्क्वाड्रन्स के साथ कार्य किया है। एयर अताशे एक वायुसेना अधिकार होता है, जो राजनयिक मिशन का हिस्सा होता है, वह दूसरे देश में अपनी वायुसेना का प्रतिनिधित्व करता है।

विंग कमांडर अंजली सिंह: 41 वर्षीय विंग कमांडर अंजली सिंह बिहार से हैं, उन्होंने 2001 में भारतीय वायुसेना में अफसर के रूप में कमीशन किया गया था। वे वायुसेना की एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग शाखा से जुड़ी हुई थीं, वे जोधपुर में कार्यरत्त थीं। उन्होंने मिग-29 लड़ाकू विमानों पर प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

 

 

एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया को वायुसेना का नया प्रमुख नियुक्त किया गया-
एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया को वायुसेना का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। वे 30 सितम्बर से अपना कार्यभार संभालेंगे। वे एयर चीफ मार्शल बी.एस. धनोआ की जगह लेंगे, बी.एस. धनोआ 30 सितम्बर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

मुख्य बिंदु: राकेश कुमार सिंह भदौरिया को भारतीय वायु सेना में 15 जून, 1980 को कमीशन किया गया था। वे अपने कार्यकाल पर कई पदों पर रहें, इनमे प्रमुख हैं : राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट, सेंट्रल एयर कमांड में सीनियर एयर स्टाफ ऑफिसर। वे जनवरी, 2016 से 28 फरवरी, 2017 के बीच डिप्टी चीफ ऑफ़ एयर स्टाफ रहे। मार्च 2017 से अगस्त, 2018 के बीच उन्होंने एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, सदर्न एयर कमांड के रूप में कार्य किया। वर्तमान में वे भारतीय वायु सेना की उप-प्रमुख हैं।

 

 

राजनाथ सिंह बने LCA तेजस में उड़ान भरने वाले पहले रक्षामंत्री-
केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ में उड़ान भरने वाले पहले रक्षामंत्री बन गये हैं। उन्होंने एयर वाईस मार्शल नर्मदेश्वर तिवार के साथ बंगलुरु में LCA तेजस में 30 मिनट तक उड़ान भरी।

तेजस: तेजस हल्के भार वाला सिंगल सीटर लड़ाकू विमान है, इसमें एक ही इंजन उपयोग किया गया है। यह अपनी श्रेणी का विश्व का सबसे छोड़ा व सबसे हल्का सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है। इसका शुरूआती निर्माण 1980 के दशक में शुरू किया था, इसका निर्माण मिग 21 लड़ाकू विमान की जगह लेने के लिए किया गया है। इसका नाम ‘तेजस’ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रखा गया था। इस एयरक्राफ्ट को पूर्ण रूप से विकसित करने में लगभग 20 वर्षों का समय लगा।

तेजस की विशेषताएं: तेजस में quadruplex digital fly-by-wire उड़ान नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया गया है, जिससे तेजस को नियंत्रित करना आसान होता है। इसमें डिजिटल कंप्यूटर बेस्ड अटैक सिस्टम और ऑटोपायलट मोड भी हैं।

इसके छोटे आकार और कार्बन कम्पोजिट के उपयोग के कारण राडार द्वारा इसे पकड़ा जाना मुश्किल है। इसमें आधुनिक एवियोनिक सॉफ्टवेर का उपयोग किया गया, जिसे आवश्यकता पड़ने पर आसानी से अपडेट किया जा सकता है।

इसकी रेंज लगभग 400 किलोमीटर है, इसका उपयोग एयर-टू-ग्राउंड ऑपरेशन में किया जायेगा। राफेल और सुखोई लम्बी दूरी तय करके दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकते हैं।

तेजस से हवा-से-हवा में मार कर सकने वाली मिसाइलें दागी जा सकती है। इसमें बम तथा अन्य प्रिसिशन गाइडेड विस्फोटक भी ले जाए जा सकते हैं। DRDO ने तेजस के परीक्षण दौरान इसमें कई प्रकार की मिसाइल इत्यादि का उपयोग किया। यह लेज़र गाइडेड बम गिराने में भी सक्षम है।

तेजस ने तमिलनाडु के सुलुर एयर फ़ोर्स स्टेशन में जुलाई, 2018 से कार्य शुरू किया गया, इसे दो वर्ष पूर्व भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। यह भारतीय वायुसेना के 45 स्क्वाड्रन के ‘फ्लाइंग डैगर्स’ का हिस्सा है।

 

 

युद्ध अभ्यास 2019’ संपन्न हुआ-
भारत और अमेरिका के बीच “युद्ध अभ्यास 2019” नामक युद्ध अभ्यास का आयोजन अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में जॉइंट बेस लेविस मैक्कोर्ड में किया गया। यह युद्ध अभ्यास 5 सितम्बर से 18 सितम्बर के बीच किया गया। यह ‘युद्ध अभ्यास’ का 15वां संस्करण है, इसकी शुरुआत 2004 में अमेरिकी सेना के प्रशांत पार्टनरशिप कार्यक्रम के तहत हुई थी।

युद्ध अभ्यास 2019: इस अभ्यास का उद्देशय दोनों देशों की सेनाओं के बीच आतंक विरोधी ऑपरेशन में दक्षता को वृद्धि करना है। इस बारे में युद्ध अभ्यास के दायरा काफी विस्तृत है। इस बार “युद्ध अभ्यास” में बटालियन स्तरीय प्रशिक्षण तथा डिवीज़न स्तरीय कमांड पोस्ट अभ्यास किया गया।

पृष्ठभूमि: पिछले कुछ वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग में काफी वृद्धि हुई है। सितम्बर में दोनों देशों ने COMCASA नामक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे, इसके बाद भारतीय सेनाओं को अमेरिका से मिलिट्री-ग्रेड संचार उपकरण प्राप्त हो सकेंगे।

2019 में भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सबसे बड़े त्रि-सेवा युद्ध सेवा अभ्यास के आयोजन पर सहमती प्रकट की है। यह केवल दूसरा ऐसा अवसर होगा जब किसी अन्य देश के साथ युद्ध अभ्यास में भारत की थल सेना, जल सेना तथा वायुसेना एक साथ हिस्सा लेंगी। इससे पहले 2017 में रूस के साथ व्लादिवोस्टोक में युद्ध अभ्यास में भारत की तीनों सेनाओं ने हिस्सा लिया था।

जुलाई, 2018 में अमेरिका ने भारत को STA-1 (Strategic Trade Authorisation-1) देश का स्टेटस प्रदान करने की घोषणा की थी, भारत यह स्टेटस प्राप्त करने वाला दक्षिण एशिया का पहला देश है। यह स्टेटस दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों को प्राप्त है। इस स्टेटस से भारत को अमेरिका से महत्वपूर्ण रक्षा  टेक्नोलॉजी प्राप्त करने में सरलता होगी।

 

 

सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत ने सुगम्य भारत अभियान के तहत लांच किया MIS पोर्टल-
सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत ने नई दिल्ली में सुगम्य भारत अभियान के तहत MIS पोर्टल लांच किया।

MIS पोर्टल: केन्द्रीय सामाजिक न्याय व सशक्तिकरण मंत्रालय के तहत दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग ने मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (MIS) का विकास किया है। इस पोर्टल के द्वारा राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की नोडल अथॉरिटीज को एक प्लेटफार्म पर एकत्रित किया जायेगा।

सुगम्य भारत अभियान: सुगम्य भारत अभियान को 3 दिसम्बर, 2015 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लांच किया गया था। इसका उद्देश्य देश भर में दिव्यांग जनों के लिए सुगम्यता सुनिश्चित करना है। इसके तहत स्कूलों, अस्पतालों, कार्यस्थलों, परिवहन स्थलों में दिव्यांग जनों की आवाजाही को निर्बाध बनाना है।

 

 

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ के पार पहुंची-
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ के पार पहुंच गयी है, इस योजना को 1 जनवरी, 2017 को लांच किया गया था। इस योजना को गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए लांच किया गया था। अब तक इस योजना के तहत 4000 करोड़ का वितरण लाभार्थियों में किया गया है।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत उन गर्भवती महिलाओं और स्‍तनपान कराने वाली माताओं को तीन किस्‍तों में पांच हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिन्‍होंने प्रसव का प्रारंभिक पंजीकरण कराया है, प्रसुति जांच कराई है, बच्‍चे के जन्‍म का पंजीकरण कराया है और परिवार के पहले बच्‍चे के लिए टीकाकरण का पहला चक्र पूरा किया है। पात्र लाभार्थियों को जननी सुरक्षा योजना के अन्‍तर्गत नकद प्रोत्‍साहन भी दिया जाता है। इस तरह औसतन एक महिला को 6,000 रुपए मिलते हैं।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को पहले इंदिरा गाँधी मातृत्व सहयोग योजना कहा जाता था। यह एक मातृत्व लाभ योजना है। इस योजना को भारत सरकार ने 2016 में शुरू किया था, इसका क्रियान्वयन केन्द्रीय महिला व बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जाता है। इस योजना के तहत 19 वर्ष से अधिक की गर्भवती महिला को वित्तीय सहायता, सुरक्षित प्रसव, पोषण इत्यादि सुविधा प्रदान की जाती है।

 

 

भारतीय डाटा सुरक्षा परिषद्, केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा गूगल इंडिया मिलकर ‘डिजिटल पेमेंट्स अभियान’ के लिए कार्य करेंगे-
नैसकॉम की भारतीय डाटा सुरक्षा परिषद्, केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा गूगल इंडिया मिलकर ‘डिजिटल पेमेंट्स अभियान’ के लिए कार्य करेंगे। इसे केन्द्रीय दूरसंचार व इलेक्ट्रॉनिक्स तथा आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने गूगल द्वारा आयोजित इवेंट ‘गूगल फॉर इंडिया’ में लांच किया था।

डिजिटल पेमेंट्स अभियान: इसका उद्देश्य देश में कैशलेस भुगतान को बढ़ावा देना है तथा लोगों को डिजिटल भुगतान के लाभ के बारे में शिक्षित करना है। इस अभियान के तहत ऑनलाइन वित्तीय सुरक्षा के बारे में लोगों को अवगत करवाया जायेगा। इस राष्ट्रव्यापी अभियान को सात भाषाओँ – हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली तथा मराठी में तैयार किया गया है।

इस अभियान के द्वारा लोगों को विभिन्न भुगतान माध्यमों जैसे UPI, वॉलेट, कार्ड्स, नेटबैंकिंग तथा मोबाइल बैंकिंग के उचित उपयोग के बारे में बताया जायेगा।

 

 

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस : 21 सितम्बर-
प्रतिवर्ष 21 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को पहली बार 1982 में मनाया गया था। इसका उद्देश्य वैश्विक शान्ति को बढ़ावा देना है। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की थीम “Climate Action for Peace” है।

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया था, इस प्रस्ताव को यूनाइटेड किंगडम और कोस्टा रिका द्वारा प्रस्तावित किया गया था। 2001 तक इस दिवस को सितम्बर के तीसरे मंगलवार को मनाया जाता था, 2001 के बाद से इस दिवस को 21 सितम्बर को मनाया जाने लगा।

 

 

भारतीय वायुसेना ने हवा-से-हवा में मार सकने वाली मिसाइल ‘अस्त्र’ के 5 सफल परीक्षण किये-
भारतीय वायुसेना ने दूर हवा-से-हवा में मार कर सकने वाली स्वदेशी निर्मित मिसाइल BVRAAM (Beyond Visual Range Air-to-Air Missile) ‘अस्त्र’ के 5 सफल परीक्षण किये। यह परीक्षण 16-19 सितम्बर, 2019 के दौरान किये गये।

इस मिसाइल का परीक्षण विभिन्न परिस्थितियों में अलग-अलग कॉन्फ़िगरेशन के साथ किया गया। मिसाइल ने वॉर-हेड के साथ अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया। इस मिसाइल से भारतीय वायुसेना की क्षमता में वृद्धि होगी।

अस्त्र मिसाइल: अस्त्र मिसाइल दृश्यमान रेंज से दूर हवा-से-हवा में मार कर सकने वाली स्वदेशी निर्मित मिसाइल (BVRAAM: Beyond Visual Range Air-to-Air Missile) है। इसका निर्माण रक्षा अनुसन्धान व विकास संगठन (DRDO) द्वारा किया गया है। यह DRDO द्वारा निर्मित सबसे छोटे वेपन सिस्टम में से एक है। इसकी लम्बाई 3.8 मीटर तथा इसका भार 154 किलोग्राम है। यह एक सिंगल स्टेज मिसाइल है, इसमें ठोस इंधन का इस्तेमाल किया जाता है।

इस मिसाइल में 15 किलोग्राम पारंपरिक विस्फोटक ले जाया जा सकता है। इस मिसाइल को अलग-अलग ऊंचाई में से लांच किया जा सकता है। यह मिसाइल 4 मैक (ध्वनि की गति से चार गुना तेज़) की गति से अपने लक्ष्य को नष्ट कर सकती है। इस मिसाइल को किसी भी मौसम में लांच किया जा सकता है। इस मिसाइल में एक्टिव राडार टर्मिनल गाइडेंस, इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर (ECCM) तथा स्मोकलेस प्रोपल्शन जैसे फीचर हैं। इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर की सहायता से यह मिसाइल दुश्मन राडार के सिग्नल को जाम कर सकती है। इस मिसाइल को भारतीय वायुसेना के लगभग सभी लड़ाकू विमानों जैसे सुखोई-30, MKI, मिराज-2000, मिग-29, जैगुआर तथा तेजस में उपयोग किया जा सकता है।

 

 

हाउडी मोदी : प्रधानमंत्री मोदी ने हॉस्टन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के हॉस्टन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में 50,000 से अधिक लोग शरीक हुए।

मुख्य बिंदु: अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद की निंदा की। अनुच्छेद 370 पर प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि , “जो लोग अपने देश को ठीक से नहीं संभाल पा रहे, उन्हें अनुच्छेद 370 पर भारत के निर्णय पर परेशानी हो रही है” ।

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की चौतरफा प्रगति का ज़िक्र भी किया और कहा कि सरकार देश में सभी नागरिकों तक सुविधाएं पहुंचाने के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि 2 अक्टूबर, 2019 तक भारत खुले में शौच की समस्या से मुक्त हो जायेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर रौशनी डालते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों में 15 करोड़ नए गैस कनेक्शन आबंटित किये गये हैं। तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 2 लाख किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ है।

 

जनवरी 2020 तक तैयार हो जायेगा NATGRID-
रियल टाइम डाटा के साथ संदिग्ध आतंकियों को ट्रैक करने तथा आतंकी हमलों को रोकने के लिए नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (NATGRID) की स्थापना का कार्य तीव्र कर दिया गया है। हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्री ने NATGRID परियोजना की समीक्षा की थी। जनवरी, 2020 तक NATGRID के शुरू होने के आसार हैं।

NATGRID क्या है?
नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (NATGRID) एक शक्तिशाली इंटेलिजेंस एकत्रीकरण मैकेनिज्म है। इस परियोजना की लागत लगभग 3400 करोड़ रुपये है, इसकी परिकल्पना 26 /11 मुंबई आतंकी हमले के बाद की गयी थी।

NATGRID में आप्रवासन प्रवेश तथा प्रस्थान, हवाई यात्रा, क्रेडिट कार्ड के खरीददारी, बैंकिंग तथा वित्तीय लेनदेन, कर दाता, दूरसंचार तथा ट्रेन यात्रियों से सम्बंधित डाटा एकत्रित होगा।

NATGRID के डाटा रिकवरी केन्द्र का निर्माण बंगलुरु में किया गया है, जबकि इसके मुख्यालय के निर्माण दिल्ली में लगभग पूरा हो चुका है।

पहले चरण में NATGRID में 10 यूजर एजेंसियां तथा 21 सर्विस प्रोवाइडर शामिल होंगे। बाद में इसमें 950 संगठन इसमें जोड़े जायेंगे।

10 एजेंसियां जो NATGRID से रियल टाइम बेसिस पर डाटा प्राप्त कर सकती हैं :

इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB)

रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW)

केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI)

प्रवर्तन निदेशालय (ED)

राजस्व इंटेलिजेंस निदेशालय (DRI_

फाइनेंसियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU)

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT)

सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम्स (CBEC)

डायरेक्टर जनरल ऑफ़ सेंट्रल एक्साइज एंड इंटेलिजेंस (DGCEI)

नारकोटिक्स कण्ट्रोल बोर्ड (NCB)

 

 

लद्दाख के शोंडोल नृत्य को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल किया गया-
लद्दाख के नृत्य शोंडोल को गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में सबसे बड़े लद्दाखी नृत्य के रूप में शामिल किया गया। वार्षिक नारोपा उत्सव का अवसर पर 408 महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में इस नृत्य को प्रस्तुत किया गया।

मुख्य बिंदु: इस नृत्य कार्यक्रम का आयोजन बौद्ध उत्सव नारोपा के अंतिम दिन किया गया, इसका आयोजन हेमिस मठ में किया गया। हेमिस मठ लद्दाख के विश्व प्रसिद्ध मठ है, इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था।

शोंडोल नृत्य: शोंडोल नृत्य को लद्दाख का राजसी नृत्य भी कहा जाता है। पहले यह नृत्य विशेष अवसरों पर कलाकारों द्वारा लद्दाख के राजा के लिए प्रस्तुत किया जाता था। इस वर्ष के नृत्य का आयोजन लिव टू लव इंडिया,द्रुक्पा चैरिटेबल ट्रस्ट तथा यंग द्रुक्पा एसोसिएशन द्वारा किया गया।

 

 

टाइगर ट्राइंफ : अमेरिका और भारत के बीच आंध्र प्रदेश में किया जायेगा त्रि-सेवा अभ्यास का आयोजन-
अमेरिका और भारत के बीच त्रि-सेवा अभ्यास ‘टाइगर ट्राइंफ’ का आयोजन आंध्र प्रदेश में किया जायेगा। इस अभ्यास का आयोजन आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम तथा काकीनाडा में किया जायेगा। इसका आयोजन नवम्बर, 2019 में किया जायेगा।

यह ऐसा दूसरा अवसर होगा जब भारत थल सेना, नौसेना तथा वायुसेना सहित किसी दूसरे देश के साथ त्रि-सेवा सैन्य अभ्यास करेगा, इससे पहले भारत ने 2017 में रूस के व्लादिवोस्टोक में त्रि-सेवा युद्ध अभ्यास ‘इंद्र’ में हिस्सा लिया था।

टाइगर ट्राइंफ त्रि-सेवा अभ्यास: यह भारत और अमेरिका के बीच प्रथम त्रि-सेवा अभ्यास होगा। इसका मुख्य फोकस मानवीय सहायता तथा आपदा राहत ऑपरेशन होगा। इसका आयोजन बंगाल की खाड़ी के साथ पूर्वी तट पर किया जायेगा। इसका आयोजन इंटीग्रेटेड डिफेन्स स्टाफ के तहत किया जायेगा।

 

 

दिल्ली सरकार ने डेंगू से लड़ने के लिए ‘चैंपियंस कैंपेन’ लांच किया-
दिल्ली सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए ‘चैंपियंस कैंपेन’ लांच किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने लोगों से आग्रह किया है कि अपने दोस्त को अपने घर में मच्छर के लार्वा इत्यादि का निरीक्षण करने के लिए प्रेरित करें। इस अभियान के तहत व्यक्ति को कम से कम अपने 10 दोस्तों को यह कार्य करने के लिए प्रेरित करना है।

10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट – हर रविवार, डेंगू पर वार: इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने 1 सितम्बर से 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट – हर रविवार, डेंगू पर वार” नामक पहल शुरू किया था । इस पहल का उद्देश्य डेंगू तथा चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए कार्य करना है। इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली सरकार ने सभी लोगो को प्रत्येक रविवार को सुबह 10 बजे 10 मिनट तक अपने घर में तथा आस पास रुके हुए पानी के स्त्रोत ढूँढने का आग्रह किया है, क्योंकि डेंगू के मच्छर रुके हुए  साफ पानी में पनपते हैं।

 

 

जनगणना 2021 : जनगणना भवन के लिए आधारशिला रखी गयी-
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनगणना भवन की आधारशिला नई दिल्ली में रखी। इस भवन का निर्माण ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर किया जा रहा है। यह भवन सात मंजिला होगा, इसका निर्माण 44 करोड़ रुपये की लागत से किया जायेगा। यह भवन 2021 तक बन कर तैयार हो जायेगा।

मुख्य बिंदु: 2021 की जनगणना भारत की 16वीं जनगणना होगी, यह 1 मार्च को पूरी होगी। 2021 की जनगणना नवीनतम टेक्नोलॉजी का उपयोग करके की जायेगी। इससे जनगणना का कार्य अधिक कुशलतापूर्वक किया जा सकेगा। डिजिटल तकनीक का उपयोग करके जनगणना के डाटा का विश्लेषण बहुत कम समय में किया जा सकेगा।

भारत में जनगणना: भारत में पहली बार जनगणना 1872 में की गयी थी, परन्तु देश की प्रथम पूर्ण जनगणना 1881 में की गयी। देश की अंतिम जनगणना 2011 में की गयी थी, यह 15वीं जनगणना थी। जनगणना से सम्बंधित कार्य Registrar General and Census Commissioner of India (under Union Home Ministry) द्वारा किया जाता है।

 

 

अमिताभ बच्चन ने दादासाहेब फाल्के पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया जायेगा-
महान अभिनेता अमिताभ बच्चन को देश के सर्वोच्च सिनेमा सम्मान दादासाहेब फाल्के पुरस्कार 2019 के लिए चुना गया है, उन्हें यह सम्मान सिनेमा में उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है।

अमिताभ बच्चन: अमिताभ बच्चन अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 1969 में ‘सात हिन्दुस्तानी’ फिल्म से की थी।  उन्होंने अपने करियर ने काफी सारी बेहतरीन फ़िल्में की। उन्हें 1984 में पद्मश्री, 2001 में पद्मभूषण तथा 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। 2007 में फ़्रांसिसी सरकार ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान “The Knight of the Legion of Honour” से सम्मानित किया था। वे अब तक 4 नेशनल अवार्ड तथा 15 फिल्मफेयर अवार्ड जीत चुके हैं।

दादासाहेब फाल्के पुरस्कार: भारतीय सिनेमा में किसी व्यक्ति विशेष को उसके आजीवन योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है। दादा साहेब फाल्के के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 से इस पुरस्कार की शुरुआत हुई । इस पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति को 10 लाख रुपये और स्वर्ण कमल दिया जाता है। यह पुरस्कार सर्वप्रथम देविका रानी को प्रदान किया गया था।

 

 

अन्‍त्‍योदय दिवस : 25 सितम्बर-
25 सितम्बर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म वर्षगाँठ के उपलक्ष्य पर देश भर में अन्तोदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक विचारक, इतिहासकार तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे। अन्‍त्‍योदय का अर्थ समाज के कमजोर वर्गों को ऊपर उठाना है। इस अवसर पर देश में रक्त दान शिविर, संगोष्ठी तथा सम्मेलनों का आयोजन किया गया।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय (1916-88): पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक प्रसिद्ध राजनीतिक व्यक्तित्व तथा विचारक थे। वे जन संघ के समन्वयक तथा नेता थे, जन संघ से ही भारतीय जनता पार्टी की उत्पत्ति हुई थी। वे साम्यवाद व पूँजीवाद दोनों के आलोचक थे। उन्होंने एकीकृत मानवता का समर्थन किया, इसमें राजनीती में नैतिकता तथा अर्थशास्त्र में मानव केन्द्रित दृष्टिकोण शामिल है। उन्होंने स्वदेशी तथा लघु स्तरीय औद्योगिकीकरण का समर्थन किया। वे राष्ट्रवादी विचार के समर्थक थे, उनका मानना था कि आंखें मूँद कर पश्चिमी विचारधारा का पालन करना भारत के लिए उचित नहीं है। उन्होंने राष्ट्र धर्मं प्रकाशन और मासिक पत्रिका राष्ट्र धर्मं की स्थापना की। बाद में उन्होंने साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य तथा दैनिक पत्रिका स्वदेश की शुरुआत की। उन्होंने हिंदी में चन्द्रगुप्त मौर्य नामक नाटक की रचना हिंदी में की। इसके अतिरिक्त उन्होंने शंकराचार्य की जीवनी भी लिखी।

 

 

प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में 50 किलोवाट ‘गाँधी सोलर पार्क’ का उद्घाटन किया-
प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में 50 किलोवाट ‘गाँधी सोलर पार्क’ का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन गांधीजी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस अवसर पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना तथा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन भी मौजूद थे।

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आर्थिक व सामाजिक परिषद् के  ‘Leadership Matters: Relevance of Gandhi in the Contemporary World’ में गांधीजी की स्मृति में विशेष डाक टिकट भी लांच की गयी।

गाँधी सोलर पार्क: भारत ने संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय की छत पर सोलर पैनल स्थापित करने के लिए भारत ने 1 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस रूफ-टॉप सोलर पार्क में 193 पैनल लगे हुए हैं, प्रत्येक पैनल संयुक्त राष्ट्र के कुल 193 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है। यह सोलर पैनल अधिकतम 50 किलोवाट उर्जा का उत्पादन कर सकते हैं। पारंपरिक विधि से  इतनी उर्जा उत्पन्न करने के लिए 30,000 किलोग्राम कोयले का उपयोग किया जाता है।

 

 

फोर्ब्स की ‘World’s Best Regarded Companies’ में 17 भारतीय कंपनियां शामिल-
फोर्ब्स की ‘World’s Best Regarded Companies’ की सूची में 17 भारतीय कंपनियां शामिल हैं, इनमे इनफ़ोसिस, TCS, HDFC इत्यादि शामिल हैं।

World’s Best Regarded Companies: वीजा, फरारी, इनफ़ोसिस, नेटफ्लिक्स, पेपल, माइक्रोसॉफ्ट, वाल्ट डिज्नी, टोयोटा मोटर, मास्टरकार्ड, कॉस्टको होलसेल

सूची में शामिल भारतीय कंपनियां: इनफ़ोसिस (तीसरा स्थान), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (22वां स्थान), टाटा मोटर्स (31वां स्थान), टाटा स्टील (105वां स्थान), लार्सेन एंड टूब्रो (115वां स्थान), महिंद्रा एंड महिंद्रा (117वां स्थान), HDFC (135वां स्थान), बजाज फिन्सेर्व (143वां स्थान), पिरमल एंटरप्राइजेज (149वां स्थान), स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (153वां स्थान), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (155वां स्थान), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (157वां स्थान), विप्रो (168वां स्थान), HDFC बैंक (204वां स्थान), सन फार्मा इंडस्ट्रीज (217वां स्थान), जनरल इंश्योरेंस कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया (224वां स्थान), आईटीसी (231वां स्थान), एशियन पेंट्स (248वां स्थान)

फोर्ब्स पत्रिका: फोर्ब्स पत्रिका अमेरिका बिज़नेस पत्रिका है, इसमें वित्त, उद्योग, निवेश तथा मार्केटिंग जैसे विषयों पर लेख छपते हैं। फोर्ब्स पत्रिका का पहला संस्करण 15 सितम्बर, 1917 को जारी हुआ था। फोर्ब्स पत्रिका का मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्थित है ।

 

 

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ‘वैक्सीन हीरो’ अवार्ड जीता-
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने Global Alliance for Vaccination and Immunisations (GAVI) का ‘वैक्सीन हीरो’ अवार्ड जीता। उन्हें यह सम्मान बच्चों के टीकाकरण में बांग्लादेश की सफलता के लिए दिया गया। उन्हें यह सम्मान संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक समारोह के दौरान प्रदान किया गया।

मुख्य बिंदु: प्रधानमंत्री शेख हसीना को यह पुरस्कार बांग्लादेश में पोलियो, कोलेरा तथा अन्य रोगों की रोकथाम के लिए टीकाकरण की सफलता के लिए प्रदान किया गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उम्मीद जताई है कि बांग्लादेश 2030 से पहले ‘सबके लिए टीकाकरण’ के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। इससे पहले 2009 तथा 2012 में भी बच्चों के टीकाकरण के लिए बांग्लादेश को GAVI द्वारा सम्मानित किया गया था। बांग्लादेश में 18,000 से अधिक सामुदायिक क्लिनिक तथा स्वास्थ्य केंद्र टीकाकरण की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।

वैक्सीन हीरो अवार्ड: ‘वैक्सीन हीरो’ अवार्ड की शुरुआत जिनेवा बेस्ड Global Alliance for Vaccination and Immunisations (GAVI) द्वारा की गयी थी। इस पुरस्कार के द्वारा उन लोगों को सम्मानित किया जाता है जो ‘वैक्सीन अलायन्स’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्य करते हैं। Global Alliance for Vaccination and Immunisations (GAVI) एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, इसकी स्थापना वर्ष 2000 में की गयी थी। यह सार्वजनिक तथा निजी संगठनों के बीच एक वैश्विक स्वास्थ्य साझेदार है। इसका उद्देश्य सभी के लिए टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करना है।

 

 

सरकार ने किसानों के लिए ‘CHC-फार्म मशीनरी’ एप्प लांच की-
देश के किसान अब ‘CHC-फार्म मशीनरी’ एप्प के माध्यम से ट्रेक्टर तथा अन्य कृषि उपकरण किराए पर ले सकते हैं। इस एप्प को कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली में लांच किया।

CHC-फार्म मशीनरी एप्प: इस एप्प के द्वारा किसानों को निकटम ‘कस्टम हायरिंग सर्विस सेंटर’ से जोड़ा जायेगा। इस एप्प को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप्प के माध्यम से किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार उचित दर पर कस्टम हायरिंग सर्विस सेंटर से उपकरण प्राप्त कर सकते हैं। इससे छोटे व सीमान्त किसानों को काफी लाभ होगा। छोटे व सीमान्त किसान महेंगे कृषि उपकरण खरीदने की क्षमता नहीं रखते हैं, अतः वे इन कृषि उपकरणों को किराए पर लेकर अपना कार्य कर सकते हैं।  किसान उन्नत कृषि उपकरणों का उपयोग करके कम समय में अधिक कुशलतापूर्वक अपना कार्य कर सकेंगे।

अब तक 40,000 से अधिक कस्टम हायरिंग सर्विस सेंटर इस एप्प पर अपना  पंजीकरण करवा चुके हैं, इस एप्प पर अभी 1,20,000 कृषि उपकरण किराए पर लेने के लिए उपलब्ध हैं।

 

 

3,80,700 करोड़ की नेटवर्थ के साथ मुकेश अम्बानी लगातार आठवें वर्ष सबसे अमीर भारतीय : IIFL वेल्थ हुरून इंडिया रिच लिस्ट-
IIFL वेल्थ हुरून इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार भारत के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अम्बानी लगातार आठवें वर्ष देश के सबसे धनी व्यक्ति रहे, उनकी कुल नेटवर्थ 3,80,700 करोड़ रुपये है।

मुख्य बिंदु: इस सूची में लन्दन बेस्ड एस.पी. हिंदुजा व परिवार 1,86,500 करोड़ रुपये की नेटवर्थ के साथ दूसरे स्थान पर है। इस सूची में तीसरे स्थान पर विप्रो के संस्थापक अज़ीम प्रेमजी हैं, उनकी नेटवर्थ 1,17,100 करोड़ रुपये है। आर्सेलरमित्तल के चेयरमैन व सीईओ लक्ष्मी निवास मित्तल 1,07,300 करोड़ रुपये के साथ पांचवें स्थान पर हैं। गौतम अदानी 94,500 करोड़ रुपये की नेटवर्थ के साथ इस सूची में पांचवें स्थान पर हैं।

इस सूची में छठवें स्थान पर उदय कोटक (94,100 करोड़ रुपये), सातवें सायरस एस. पूनावाला (88,800 करोड़ रुपये), आठवें स्थान पर सायरस पल्लोंजी (76,800 करोड़ रुपये), नौवें स्थान पर शापूर पल्लोंजी (76,800 करोड़ रुपये) तथा दसवें स्थान पर दिलीप शांघवी (71,500 करोड़ रुपये) हैं। IIFL वेल्थ हुरून इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार भारत ने 953 लोगों की नेटवर्थ 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है, पिछले वर्ष यह आंकड़ा 831 था। अमेरिकी डॉलर में अरबपतियों की संख्या 141 से कम होकर 138 हो गयी है।

 

 

केंद्र सरकार ने लांच की ‘कृषि किसान’ मोबाइल एप्प-
केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ‘कृषि किसान’ मोबाइल एप्प लांच की। इस एप्प के द्वारा किसानों को नवीन कृषि तकनीकों, बीज भंडार तथा मौसम सम्बन्धी जानकारी मिलेगी। इस मौके पर कृषि मंत्री ने किसानों को उच्च कृषि उत्पादकता तथा नयी तकनीकों की जानकारी प्राप्त करने के लिए इस एप्प का उपयोग करने का आग्रह किया।

कृषि किसान’ मोबाइल एप्प: इस एप्प के मध्यम से किसानों को नई कृषि तकनीकों तथा निकटम बीज भंडारों की जानकारी मिलेगी। इस एप्प को गूगल प्लेस्टोर से मुफ्त में डाउनलोड किया जा सकता है। किसान इस एप्प में लॉग इन करके निकटतम फसल प्रदर्शन क्षेत्र की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, सरकारी नई तकनीकों की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए इस प्रकार की प्रदर्शनियों का आयोजन करती है।

यह एप्प किसानों को जियो-फेंसिंग तथा जियो टैगिंग में भी सहायता करेगा। कृषि एप्प में सरकार ने डेमो फील्ड तथा बीज भंडारों को जियो-टैग किया है, इससे न केवल उनके प्रदर्शन को ट्रैक किया जा सकता है बल्कि किसानों को भी इसका लाभ पहुँचाया जा सकता है। इस एप्प के द्वारा किसानों को मौसम पूर्वानुमान सम्बन्धी जानकारी भी मिलेगी। इस एप्प के द्वारा सरकार पायलट बेसिस पर चार जिलों : भोपाल (मध्य प्रदेश), वाराणसी (उत्तर प्रदेश), राजकोट (गुजरात) तथा नांदेड़ (महाराष्ट्र) में फील्ड लेवल मौसम की जानकारी प्रदान कर रही है।

 

 

आज मनाया जा रहा है विश्व समुद्री दिवस-
सितम्बर के अंतिम बृहस्पतिवार को प्रतिवर्ष विश्व समुद्री दिवस (World Maritime Day) के रूप में मनाया जाता है। इसके द्वारा शिपिंग सुरक्षा के महत्व, समुद्री सुरक्षा तथा समुद्री वातावरण की सुरक्षा तथा समुद्री उद्योग पर प्रकाश डाला जाता है। इस वर्ष विश्व समुद्री दिवस की थीम “समुद्री समुदाय में महिलाओं का सशक्तिकरण” (Empowering Women in the Maritime Community)।

महत्व: विश्व समुद्री दिवस 1958 में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) सम्मलेन के अनुकूलन की तिथि चिन्हित करता है। इस दिवस को पहली बार 1978 में मनाया गया था। अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) का शुरूआती नाम अंतरसरकारी समुद्री सलाहकार संगठन था, इसे 1982 में बदलकर अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) कर दिया गया।

अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन: यह संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशेष एजेंसी है, यह शिपिंग को विनियमित करने के कार्य करती है। इसकी स्थापना 1948 में जिनेवा में अंतर्राष्ट्रीय अंतरसरकारी समुद्री सलाहकार संगठन के रूप में गी यी थी। इसका मुख्यालय यूनाइटेड किंगडम के लन्दन में स्थित है। इसके 171 सदस्य तथा 3 एसोसिएट सदस्य हैं। भारत 1959 में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन का सदस्य बना था। अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन का कार्य शिपिंग तथा इसके अनुमोदन के लिए एक व्यापक नियामक फ्रेमवर्क को विकसित करना है। इस फ्रेमवर्क में सुरक्षा, कानूनी मामले, पर्यावरण मामले, तकनीकी सहयोग, समुद्री सुरक्षा तथा शिपिंग दक्षता इत्यादि शामिल हैं।

 

भारतीय तटरक्षक बल ऑफशोर पट्रोल वेसल ‘वराह’ को कमीशन किया गया-
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 25 सितम्बर, 2019 को चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट में भारतीय तटरक्षक बल ऑफशोर पट्रोल वेसल ‘वराह’ को कमीशन किया। इसका निर्माण लार्सेन एंड टूब्रो शिपबिल्डिंग लिमिटेड द्वारा किया गया है। यह नया पोत को न्यू मंगलोर से ऑपरेट करेगा, यह कन्याकुमारी तक के क्षेत्र को कवर करेगा। यह कमांडर कोस्ट गार्ड (पश्चिमी क्षेत्र) के नियंत्रण में कार्य करेगा। इस पोत में 14 अफसर तथा 89 कर्मचारी कार्य करेंगे। इस पोत से भारतीय तटरक्षक बल की समुद्री आतंकवाद, तस्करी तथा अन्य समुद्री समस्याओं से निपटने की क्षमता में वृद्धि होगी।

ICGS वराह: यह 98 मीटर के 7 ऑफशोर पट्रोल वेसल की श्रृंखला का चौथा पोत है। इसका निर्माण लार्सेन एंड टूब्रो द्वारा उत्तरी चेन्नई में कटुपल्ली शिप बिल्डिंग यार्ड में किया गया है।

विशेषताएं: इस पोत में नवीनतम नौसंचालन तथा संचार उपकरण लगाए गये हैं। यह एक ट्विन एगिने हेलीकाप्टर तथा 4 हाई स्पीड बोट ले जाने में सक्षम है।इसमें अत्याधुनिक सेंसर तथा मशीनरी का उपयोग किया गया है। इसमें 33 मिलीमीटर की गन भी लगायी गयी है। इस पोत में इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम, ऑटोमेटेड पॉवर मैनेजमेंट सिस्टम, इंटीग्रेटेड प्लेटफार्म मैनेजमेंट सिस्टम तथ हेलो ट्रेवर्सिंग सिस्टम भी उपलब्ध हैं।

 

 

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’ अभियान लांच किया-
केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 25 सितम्बर को ‘टीबी हारेगा देश जीतेगा’ अभियान लांच किया। इसका उद्देश्य देश से टीबी को समाप्त करना है। इस अभियान के तहत सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि टीबी से पीड़ित लोगों को सरकारी तथा निजी अस्पतालों में निशुल्क तथा उच्च गुणवत्ता युक्त उपचार उपलब्ध हो सके। संयुक्त राष्ट्र ने 2030 तक विश्व में टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। जबकि भारत ने देश से टीबी को 2025 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है.

क्षय रोग (टीबी): क्षय रोग के फैलने का सबसे बड़ा कारण है इस बीमारी के प्रति लोगों में जानकारी का अभाव। टीबी (क्षय रोग) यानि ट्यूबरक्लोसिस एक संक्रामक रोग है, जो माइकोबैक्टिरीयम ट्यूबरक्यूलोसिस नाम के बैक्टीरिया की वजह से होता है। ये बीमारी हवा के जरिए एक इंसान से दूसरे में फैलती है। सबसे आम फेफड़ों की टीबी है लेकिन ये गर्भाशय, मुंह, लिवर, किडनी, गला,ब्रेन, हड्डी जैसे शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। टीबी बैक्टीरिया शरीर के जिस भी हिस्से में होता है उसके टिश्यू को पूरी तरह से नष्ट कर देता है और उससे उस अंग का काम प्रभावित होता है।

टीबी के लक्ष्ण हैं : खांसते समय बलगम में खून का आना,भूख में कमी, थकान और कमजोरी का एहसास, सीने में दर्द, बार बार खांसना, बुखार, गले में सूजन और पेट में गड़बड़ी का होना।

 

 

केंद्र सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर राष्ट्रीय एकता के लिए सर्वोच्च नागरिक सम्मान की स्थापना की-
केंद्र सरकार ने सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर पर राष्ट्रीय एकता के लिए सर्वोच्च नागरिक सम्मान की स्थापना की है। यह पुरस्कार देश की एकता व अखंडता को बढ़ावा देने के लिए दिया जायेगा। इस पुरस्कार की घोषणा 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (सरदार पटेल की जयंती) के अवसर पर की जायेगी। एक वर्ष में अधितकम तीन पुरस्कार ही दिए जा सकेंगे।

राष्ट्रीय एकता व अखंडता  के लिए सरदार पटेल पुरस्कार: यह पुरस्कार राष्ट्रीय एकीकरण के लिए योगदान देने वाले लोगों को प्रदान किया जायेगा। देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपना पूर्ण जीवन देश के एकीकरण में समर्पित कर दिया था। उनके प्रयासों के उपरांत  ही भारत का वर्तमान स्वरुप संभव हो सका है। उनके नाम पर राष्ट्रीय एकीकरण पुरस्कार रखना उनके प्रति देश की ओर से एक श्रद्धांजली है, इससे लोगों को भारत की एकता को बनाये  रखने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

सरदार वल्लभ भाई पटेल: सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को हुआ था, वे भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री थे। वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। स्वतंत्रता के बाद देशी रियासतों के एकीकरण में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी। हैदराबाद को भारत में शामिल करने में उनकी भूमिका काफी अहम थी। वे 15 अगस्त, 1947 से लेकर 15 दिसम्बर, 1950 तक देश के पहले गृह मंत्री तथा उप-प्रधानमंत्री रहे। उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर, 1950 को हुई थी।

 

 

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में गाँधी पीस गार्डन का उद्घाटन किया गया-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुटेरेस तथा अन्य वैश्विक नेताओं के साथ संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में गाँधी पीस गार्डन का उद्घाटन किया गया। यह उद्घाटन महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित इवेंट के दौरान किया गया।

गाँधी पीस गार्डन: यह एक नई पहल है जिसके तहत कांसुलेट जनरल ऑफ़ इंडिया (न्यूयॉर्क), शांति फण्ड (लॉन्ग आइलैंड बेस्ड NGO) तथा स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयॉर्क- ओल्ड वेस्टबरी ने 150 पौधों की रोपाई के लिए समझौता किया है। यह एक क्राउडसोर्सड प्रोजेक्ट है, इसमें लोग स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयॉर्क- ओल्ड वेस्टबरी कैंपस में  अपने प्रियजनों की स्मृति में पेड़ों को अडॉप्ट करेंगे। यह गार्डन स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयॉर्क- ओल्ड वेस्टबरी के कैंपस में स्थित है। यह बाग़ महात्मा गाँधी की स्मृति में समर्पित किया गया है।

 

 

तेलुगु कवि के. सिवा रेड्डी को प्रतिष्ठित सरस्वती सम्मान प्रदान किया गया-
तेलुगु कवि के. सिवा रेड्डी को प्रतिष्ठित सरस्वती सम्मान प्रदान गया है, उन्हें यह सम्मान उनके काव्य संग्रह “पक्काकी ओट्टीगिलिते” के लिए प्रदान किया गया। इस काव्य संग्रह का प्रकाशन 2016 में हुआ था।

सरस्वती सम्मान: प्रतिवर्ष यह सम्मान संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को दिया जाता है। यह सम्मान के. के. बिड़ला फ़ाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला साहित्य पुरस्कार है। हिंदी के साहित्यकार डॉ॰ हरिवंश राय बच्चन को पहला सरस्वती सम्मान उनकी चार खंडों की आत्मकथा के लिए दिया गया था। सरस्वती सम्मान की शुरुआत 1991 में बिरला फाउंडेशन द्वारा की गयी थी। इस पुरस्कार के विजेता को 15 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीक चिन्ह इनामस्वरुप दिए जाते हैं।

 

 

लघु ग्रह का नाम पंडित जसराज के नाम पर रखा गया-
अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने हाल ही में मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच एक लघु ग्रह का नाम भारतीय शास्त्रीय संगीतज्ञ पंडित जसराज के नाम पर रखा है। वे यह सम्मान प्राप्त करने वाले पहले भारतीय संगीतकार हैं। इस ग्रह की खोज 11 नवम्बर, 2006 को हुई थी।

इन लघु ग्रहों को अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ द्वारा स्थानीय अंक दिए जाते हैं, पंडित जसराज ग्रह को 300128 अंक दिया गया है, यह उनकी जन्म तिथि 28-01-30 का उल्टा है।

पंडित जसराज: पंडित जसराज को कई पुरस्कार, उपाधियाँ व सम्मान दिए गये हैं। उन्हें पद्म विभूषण तथा संगीत नाटक अकादमी से सम्मानित किया गया है। वे मेवाती घराने से ताल्लुक रखते हैं।

क्षुद्रग्रह: लघु ग्रहों को क्षुद्रग्रह भी कहा जाता है। मंगल तथा बृहस्पति ग्रह के बीच क्षुद्रग्रहों की चार बेल्ट हैं, इन्हें सेरेस, वेस्ता, पलास तथा हायजिया नाम दिया गया है।

अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU): अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) की स्थापना 1919 में की गयी थी। इसका उद्देश्य खगोलीय विज्ञान को बढ़ावा देना है। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ की महासभा की बैठक तीन वर्ष में एक बार की जाती है। पिछली बार इसकी बैठक का आयोजन ऑस्ट्रिया के विएना में 2018 में किया गया था। अगली बार IAU की बैटक का आयोजन 2021 में दक्षिण कोरिया के बुसान में किया जायेगा।

 

पश्चिम बंगाल का मिदनापुर बना वाई-फाई युक्त 5000वां रेलवे स्टेशन-
पश्चिम बंगाल का मिदनापुर रेलवे स्टेशन वाई-फाई युक्त 5000वां रेलवे स्टेशन बन गया है। रेलटेल के अनुसार रेलवायर वाई-फाई विश्व का सबसे बड़ा सार्वजनिक वाई-फाई है।

रेल वायर (RailWire): रेलवायर रेलटेल की रिटेल ब्रॉडबैंड पहल है। इसका उद्देश्य जनता तक ब्रॉडबैंड को पहुँचाना है। रेलटेल एक वर्ष के भीतर देश में सभी रेलवे स्टेशन में तेज़ और निशुल्क WiFi सुविधा प्रदान करने पर काम कर रहा है। रेलटेल से 985 रेलवे स्टेशन में अपनी फंडिंग से तेज़ Wi-Fi की सुविधा प्रदान की है। A, A1 तथा C श्रेणी के 415 रेलवे स्टेशन पर गूगल के सहयोग से Wi-Fi सुविधा की स्थापना की गयी है। 200 रेलवे  स्टेशनों पर Wi-Fi सुविधा भारत सरकार के यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेटरी फण्ड की सहायता से प्रदान की गयी है।

यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फण्ड: यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फण्ड की स्थापना भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए की थी। इस फण्ड के लिए धन टेलिकॉम ऑपरेटरों पर लगाए जाने “यूनिवर्सल एक्सेस लेवी” नामक शुल्क से प्राप्त होता है।

रेलटेल (RailTel): रेलतटेल कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड भारत सरकार के अधीन एक मिनीरत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। यह देश के सबसे बड़े टेलिकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं में से एक है, इसमें पास देश भर में फैला हुआ ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क है।

 

 

28 सितम्बर को मनाया गया विश्व रेबीज दिवस-

  • 28 सितम्बर को विश्व भर में विश्व रेबीज दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसका उद्देश्य रेबीज बिमारी तथा इसकी रोकथाम के बारे जागरूकता फैलाना है। विश्व रेबीज दिवस 2019 की थीम “रेबीज : समाप्त करने के लिए टीकाकरण” है।
  • इस दिवस का उद्देश्य जानवरों व इन्सानों पर रेबीज के प्रभाव तथा रेबीज के रोकने के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाना है।

पृष्ठभूमि: 

  • विश्व रेबीज दिवस ग्लोबल अलायन्स फॉर रेबीज कण्ट्रोल की पहल है, इसकी शुरुआत 2007 में रेबीज की रोकथाम पर जागरूकता फैलाने के की गयी थी।
  • 28 सितम्बर को प्रतिवर्ष विश्व रेबीज दिवस के रूप में मनाया जाता है, रेबीज दिवस फ़्रांसिसी केमिस्ट व माइक्रोबायोलॉजिस्ट लुइस पाश्चर की मृत्यु वर्षगाँठ पर मनाया जाता है।
  • लुइस पाश्चर ने अपने सहकर्मियों के साथ  मिलकर रेबीज के लिए पहले टीके का आविष्कार किया था।

रेबीज: 

  • रेबीज एक वायरल बिमारी है, इसके कारण गर्म रक्त वाले जीवों के मस्तिष्क के सूजन (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस) होती है।
  • यह एक जूनोटिक बिमारी है अर्थात यह एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलती है, यह आमतौर पर कुत्तों के काटने अथवा संक्रमित जानवरों से खरोंच लगने के कारण होता है।
  • रेबीज वायरस केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे मस्तिष्क में रोग उत्पन्न होता है और अंत में रोगी की मृत्यु होती है।
  • घरेलु कुत्ता रेबीज वायरस का प्रमुख स्त्रोत होता है।
  • रेबीज के कारण होने वाली 95% मौतें कुत्तों के कारण होती हैं। रेबीज के प्रमुख लक्षण रौशनी व पानी से डर है।
  • पालतू जानवरों को टीके लगाने से रेबीज को नियंत्रित किया जा सकता है।

 

 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *