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संघ और उसकी भौगोलिक सीमाएँ: एक विस्तृत विश्लेषण
(The Union and its Geographical Boundaries: A Detailed Analysis)
राजव्यवस्था नोट्स
(Polity Notes in Hindi)
परिचय
- भारतीय संघ एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य है। यह 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों का एक संघ है।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 में भारत के राज्य क्षेत्र को परिभाषित किया गया है।
इस अनुच्छेद के अनुसार, भारत के राज्य क्षेत्र में शामिल हैं:
- संपूर्ण भारत का क्षेत्र: इसमें सभी 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं।
- भारत सरकार द्वारा शासित सभी क्षेत्र: इसमें लद्दाख, जम्मू और कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश, और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं।
- भारत सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अधिग्रहित कोई भी क्षेत्र: इसमें वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर का कुछ हिस्सा, और चीन के कब्जे वाले अरुणाचल प्रदेश का कुछ हिस्सा शामिल है।
भौगोलिक सीमाएँ
- भारत की भौगोलिक सीमाएँ उत्तर में हिमालय पर्वत श्रृंखला, पश्चिम में अरब सागर, पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण में हिंद महासागर से निर्धारित होती हैं।
- भारत की कुल भौगोलिक सीमा लगभग 7,516.6 किलोमीटर है।
राज्यों की सीमाएँ
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 3 के अनुसार, संसद राज्यों की सीमाओं का निर्धारण, परिवर्तन या पुनर्गठन कर सकती है।
- संसद ने अतीत में कई बार राज्यों की सीमाओं का पुनर्गठन किया है।
केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाएँ
- केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाएँ संसद द्वारा निर्धारित की जाती हैं।
- संसद केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाओं को बदलने या उन्हें नए राज्यों में मिलाने का भी निर्णय ले सकती है।
भौगोलिक सीमाओं का महत्व
- भारत की भौगोलिक सीमाएँ देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- ये सीमाएँ भारत को बाहरी आक्रमणों से बचाने में मदद करती हैं।
- भौगोलिक सीमाएँ भारत की राष्ट्रीय पहचान और संस्कृति के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
सीमा विवाद
- भारत के कई पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद हैं।
- इनमें चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल शामिल हैं।
- ये सीमा विवाद अक्सर तनाव और संघर्ष का कारण बनते हैं।
निष्कर्ष
- भारतीय संघ की भौगोलिक सीमाएँ जटिल और विविध हैं।
- ये सीमाएँ देश की राष्ट्रीय सुरक्षा, पहचान और संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- हालांकि, कई पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवाद भी हैं जो अक्सर तनाव और संघर्ष का कारण बनते हैं।
- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह एक जटिल विषय है और इस पर कोई आसान जवाब नहीं है।
- विभिन्न विद्वानों और विशेषज्ञों की इस मुद्दे पर अलग-अलग राय है।
अतिरिक्त बिंदु:
- भारत की भौगोलिक सीमाओं को निर्धारित करने में कई कारकों पर विचार किया जाता है, जिनमें भौगोलिक विशेषताएं, ऐतिहासिक दावे और राजनीतिक समझौते शामिल हैं।
- भारत सरकार अपनी भौगोलिक सीमाओं की रक्षा के लिए सेना, अर्धसैनिक बलों और सीमा सुरक्षा बलों (BSF) का उपयोग करती है।
- भारत सरकार अपने पड़ोसी देशों के साथ सीमा विवादों को सुलझाने के लिए कूटनीति और वार्ता का उपयोग करती है।