08/11/2019 करेंट अफेयर्स (Prelims Sure Shot) हिंदी में 

 

नवोदय विद्यालय समिति के लिए शालादर्पण पोर्टल लॉन्च

  • मानव संसाधन विकास राज्‍य मंत्री ने 6 नवंबर 2019 को नई दिल्‍ली में नवोदय विद्यालय समिति के लिए शाला दर्पण पोर्टल लॉन्‍च किया।
  • यह पोर्टल स्‍कूल स्‍वचालन और प्रबंधन प्रणाली से संबंधित है। नवोदय विद्यालय समिति के 22,000 शिक्षकों और कर्मचारियों तथा 2,00,000 छात्रों के बीच सूचना साझा करने के लिए इस एकीकृत प्‍लेटफॉर्म को विकसित किया गया है।
  • शालादर्पण विद्यालय ई-प्रशासन स्‍वचालन और प्रबंधन प्रणाली है। इसके कार्यान्‍वयन से नवोदय विद्यालयों की सभी गतिविधियों को ऑटोमेशन की सुविधा मिलेगी।

प्रणाली के प्रमुख घटक हैं –

  • पूर्ण स्कूल स्वचालन के लिए स्कूल सूचना और प्रबंधन प्रणाली
  • सूचना प्रसार के लिए द्विभाषी पठन सामग्री प्रबंधन पोर्टल
  • सभी कर्मचारियों की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों का प्रबंधन करने के लिए कर्मचारी ईआरपी
  • बजट और वित्त प्रबंधन प्रणाली
  • सामान और भंडार प्रबंधन प्रणाली
  • पुस्तकालय प्रबंधन प्रणाली

शालादर्पण पोर्टल

सूचना-तकनीकी एवं डिजिटलाइजेशन के समय में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तत्वावधान में बन रहा “शालादर्पण” एक एकीकृत द्विभाषिक ऑनलाइन एमआईएस पोर्टल है, जिसके माध्यम से राजस्थान के सभी राजकीय विद्यालय, उनमें पढ़ने वाले विद्यार्थी एवं इन विद्यालयों के कार्मिक मय शिक्षकों से सम्बंधित सूचनाओं का संकलन, विद्यालय स्तरीय शैक्षणिक गतिविधियों की प्रविस्टी एवं इनका नियमित रूप से अद्यतन सम्भव होगा ।

उपयोग

  • शिक्षा विभाग को विद्यालय स्तरीय सूचनाओं से अद्यतन रखना
  • विद्यार्थियों की अधिगम स्तर प्रगति की नियमित प्रविष्टि के साथ उनकी सहशैक्षिक गतिविधियों का सतत् मूल्यांकन
  • उपलब्ध मानव संसाधन का समुचित उपयोग
  • विद्यालय/शिक्षक/विद्यार्थी आधारित विभिन्न योजनाओं के निमार्ण हेतु आवश्यक इनपुट की एक क्लिक पर उपलब्धता
  • जिला/राज्य स्तर पर त्वरित मॉनीटरिंग द्वारा योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन

 

 

गुरु नानक देव की शिक्षा पर पुस्तकें लांच की गयी

  • केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल तथा केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशांत ने गुरु नानक देव की शिक्षा पर तीन पुस्तकें जारी की। इन पुस्तकों को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले लांच किया गया है।
  • यह तीन पुस्तकें हैं : गुरु नानक बाणी, नानक बाणी तथा सखियां गुरु नानक देव। इस पुस्तकों का प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा किया गया है। इन पुस्तकों के माध्यम से देश भर गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। ‘गुरु नानक बाणी’ का प्रकाशन पांच भाषाओँ (उर्दू, उड़िया, मराठी, हिंदी तथा गुजराती) में किया गया है, बाद में इसका प्रकशन 15 अन्य भारतीय भाषाओँ में किया जाएगा।

करतारपुर कॉरिडोर

  • इस कॉरिडोर से भारत से गुरुद्वारा दरबार साहिब कर्तापुर की यात्रा करने वाले यात्रियों को सुगमता होगी। इसका प्रस्ताव सर्वप्रथम श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 1999 में रखा गया था। यदि इसे दोनों ओर से जोड़ा जाये तो धार्मिक पर्यटन में काफी वृद्धि होगी।
  • इस कॉरिडोर का निर्माण केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किये गये फंड्स से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान को भी सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को मध्य नज़र रखते हुए, अपने क्षेत्र में कॉरिडोर का निर्माण करने के लिए भी कहा गया था।
  • करतारपुर साहिब पाकिस्तान में स्थित है, यह भारत के डेरा बाबा नानक श्राइन से 4 किलोमीटर दूर स्थित है। इस कॉरिडोर के द्वारा डेरा बाबा नानक श्राइन तथा करतारपुर साहिब को जोड़ा जायेगा।

 

 

भारत और इंडोनेशिया के बीच किया गया “समुद्र शक्ति” युद्ध अभ्यास का आयोज

  • भारत और इंडोनेशिया की नौसेनाओं के बीच 4 नवम्बर को इंडोनेशिया के सुराबाया में “समुद्र शक्ति” नौसैनिक अभ्यास शुरू हुआ।
  • इस युद्ध अभ्यास का उद्देश्य समुद्री सहयोग को बढ़ावा देना तथा दोनों देशों के बीच इंटरओपेराबिलिटी में वृद्धि करना है।
  • यह दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच पहला द्विपक्षीय नौसैनिक युद्ध अभ्यास है।

समुद्र शक्ति 2019

  • इस युद्ध अभ्यास के बंदरगाह चरण का आयोजन 4-5 नवम्बर के दौरान किया गया। इस चरण में क्रॉस डेक विजिट, खेल गतिविधियाँ तथा विचार-विमर्श इत्यादि गतिविधियों का आयोजन किया गया। बंदरगाह चरण के बाद इस युद्ध अभ्यास के समुद्री चरण का आयोजन किया गया।
  • इस चरण में हेलीकाप्टर ऑपरेशन, सतही युद्ध अभ्यास, पनडुब्बी रोधी अभ्यास तथा समुद्री लुटेरों के विरुद्ध युद्ध अभ्यास किया गया।
  • मई 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया की यात्रा पर गए थे और उस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा तथा समुद्री सहयोग पर सहमती बनी थी।
  • तब दोनों देशों ने व्यापक सामरिक साझेदार पर बल दिया था। भारत ने इंडोनेशिया के सबांग बंदरगाह को विकसित करने के लिए सहमती प्रकट की थी।

 

स्कूल कैंपस के 50 मीटर के दायरे में जंक फ़ूड की बिक्री तथा विज्ञापन पर प्रतिबन्ध लगाने की तैयारी : FSSAI ड्राफ्ट

  • भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हाल ही में स्कूली छात्रों के लिए सुरक्षित भोजन तथा स्वस्थ डाइट के नियमों के लिए ड्राफ्ट जारी किया। FSSAI ने विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से 30 दिन के भीतर उनकी टिपण्णी देने के लिए कहा है।

ड्राफ्ट के मुख्य बिंदु

  • इस ड्राफ्ट के तहत स्कूल कैंपस के 50 मीटर के दायरे में सॉफ्ट ड्रिंक्स, वेफर तथा अन्य जंक फ़ूड की बिक्री पर प्रतिबन्ध लगाया जायेगा, इन जंक फ़ूड के विज्ञापन पर भी प्रतिबन्ध लगाया जायेगा।
  • स्कूलों की कैंटीन/मेस/हॉस्टल किचन में HFSS फ़ूड (हाई इन फैट, साल्ट एंड शुगर) को नहीं बेचा जा सकेगा। इस प्रकार का भोजन स्कूली बच्चों को नहीं बेचा जा सकता तथा इसे स्कूल कैंपस के 50 मीटर के दायरे में नहीं बेचा जा सकता।
  • स्कूल कैंपस को ‘ईट राईट स्कूल’ बनाया जाना चाहिए ताकि सुरक्षित व स्वस्थ भोजन सुनिश्चित किया जा सके।
  • स्कूलों में भोजन उपलब्ध करवाने के लिए स्कूल अथॉरिटी तथा फ़ूड बिज़नेस ऑपरेटर को लाइसेंस प्राप्त करना होगा।
  • बच्चों के लिए मेनू तैयार करते समय स्कूलों को पोषण विशेषज्ञों तथा डायटीशियन की सहायता लेनी चाहिए।

 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *