Indian Express Editorial Summary (Hindi Medium)

इंडियन एक्सप्रेस सारांश (हिन्दी माध्यम) 

विषय : डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा (DPI)

GS-3 : मुख्य परीक्षा 

मुख्य बिंदु:

  • G20 शिखर सम्मेलन: नई दिल्ली, 2023 में DPI एक प्रमुख फोकस था।
  • भारत की सफलता: 6 वर्षों में 80% से अधिक वित्तीय समावेश।
  • वैश्विक नेतृत्व: भारत का लक्ष्य देशों को डिजिटल संप्रभुता, वित्तीय समावेश और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में मदद करना है।
  • विविध हितधारक: निजी उद्यम, सरकारी निकाय, गैर-लाभकारी संगठन और थिंक टैंक DPI विकास में शामिल हैं।

अच्छा बनाम बुरा DPI:

  • प्रामाणिकता: वास्तविक DPI समाधानों की पहचान करना।
  • सामंजस्य: सामाजिक आवश्यकताओं के साथ प्रौद्योगिकी का संरेखण।
  • भारत स्टैक: DPI का एक सफल उदाहरण, एक अरब से अधिक नागरिकों की सेवा कर रहा है।

नागरिक स्टैक:

  • विश्वसनीय पारिस्थितिकी तंत्र: भारत स्टैक की सफलता पर आधारित।
  • नियामक भूमिका: DPI के प्रमाणक और लेखा परीक्षक के रूप में कार्य करता है।
  • समन्वित दृष्टिकोण: सुरक्षा, स्केलेबिलिटी और समावेश को प्राथमिकता देता है।
  • विविध आवश्यकताएं: एक विशाल आबादी की विविध आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है।

अच्छे DPI के लिए पांच सूत्र:

  1. नागरिक संबंध: नागरिकों, बाजार और राज्य के बीच संबंध बनाए रखें।
  2. सशक्तीकरण और गोपनीयता: नागरिक सशक्तीकरण और गोपनीयता की रक्षा करें।
  3. एकाधिकार रोकें: प्रतिस्पर्धी एकाधिकार द्वारा लॉक-इन से बचें।
  4. तकनीकी-कानूनी विनियमन: नैतिक तकनीकी उपयोग के लिए सार्वजनिक प्रौद्योगिकी और कानून का संयोजन करें।
  5. सार्वजनिक-निजी नवाचार: कॉर्पोरेट हितों के प्रभुत्व से बचते हुए, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के सहयोग के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा दें।

आगे का रास्ता:

  • विश्वास निर्माण: DPI के व्यापक रूप से अपनाने के लिए नागरिक स्टैक के सिद्धांत महत्वपूर्ण हैं।
  • वैश्विक प्रभाव: भारत वैश्विक समुदाय के लाभ के लिए DPI प्रसाद बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

 

 

Indian Express Editorial Summary (Hindi Medium)

इंडियन एक्सप्रेस सारांश (हिन्दी माध्यम) 

विषय : स्वच्छ भारत मिशन: शिशु मृत्यु दर और उससे आगे पर प्रभाव

GS-2 : मुख्य परीक्षा 

मुख्य बिंदु:

  • शिशु मृत्यु दर में कमी: एसबीएम के तहत 11 करोड़ शौचालयों के निर्माण से सालाना 60,000-70,000 शिशु मृत्यु दर में कमी आई।
  • बेहतर स्वच्छता: खुले में शौच करना पानी और भोजन के दूषित होने का एक स्रोत है।
  • एसबीएम-जल जीवन मिशन तालमेल: संयुक्त प्रयास शिशु मृत्यु दर, कुपोषण और अपच को कम कर सकते हैं।
  • सरकारी सफलताएं: एसबीएम और जन धन योजना बड़े पैमाने पर सफल कार्यान्वयन को उजागर करती हैं।
  • सार्वभौमिक पहुंच: बैंक खातों ने सीधे सब्सिडी हस्तांतरण और डिजिटल भुगतान की सुविधा प्रदान की।
  • आगे का रास्ता: दीर्घकालिक प्रभाव के लिए निरंतर सरकारी हस्तक्षेप महत्वपूर्ण है।

विशिष्ट उपलब्धियां:

  • एसबीएम: शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय रूप से कमी आई।
  • जन धन: बैंक खातों की सार्वभौमिक पहुंच सक्षम बनाया, सीधे लाभ हस्तांतरण की सुविधा प्रदान की और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दिया।
  • जल जीवन मिशन: 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।

चुनौतियाँ और अवसर:

  • मृदा स्वास्थ्य कार्ड: कार्यान्वयन चुनौतियां मौजूद हैं।
  • जल जीवन मिशन: अभी तक प्रभाव दिखाई नहीं दे सकता है।
  • निरंतर हस्तक्षेप: सरकार को केवल प्रारंभिक संख्यात्मक लक्ष्यों को पूरा करने से आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

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