11/11/2019 करेंट अफेयर्स
NEFT ट्रांजेक्शन पर जनवरी, 2020 से कोई शुल्क नहीं लगेगा
- जनवरी, 2020 से कोई भी बैंक NEFT ट्रांजेक्शन के लिए बचत खाता धारकों से शुल्क नहीं वसूल सकेगा। इसकी घोषणा आरबीआई द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में की गयी है। भारतीय रिज़र्व बैंक के इस निर्णय का उद्देश्य देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना है।
NEFT क्या है?
- NEFT का पूर्ण स्वरुप National Electronic Funds Transfer है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रान्सफर सिस्टम है, इसे नवम्बर, 2005 में शुरू किया गया था। NEFT के द्वारा बैंक ग्राहक किसी दूसरे बैंक खाते में पैसे भेज सकते हैं।
- NEFT धन हस्तांतरण का समायोजन हर आधे घंटे बाद करता है। 11 जून को भारतीय रिज़र्व बैंक ने NEFT लेनदेन पर लगाए जाने वाले शुल्क को हटाने की घोषणा की थी, यह निर्णय 1 जुलाई, 2019 से लागू हो गया है।
- इससे पहले NEFT से किये जाने वाले लेनदेन पर मामूली शुल्क लिया जाता था, 10,000 रुपये तक के लेनदेन पर 2.50 रुपये शुल्क लगता था, जबकि 10,000 से एक लाख रुपये तक के लेनदेन पर 5 रुपये का शुल्क लगता था।
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस : 11 नवम्बर
- 11 नवम्बर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की स्मृति में मनाया जाता है।
- 11 नवम्बर को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती होने के कारण 11 नवम्बर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की स्थापना वर्ष 2008 में की गयी थी।
मौलाना अबुल कलाम आजाद
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद स्वतंत्रत भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री थे। वे 15 अगस्त, 1947 से 2 फरवरी, 1958 तक देश के शिक्षा मंत्री रहे।
- मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवम्बर, 1888 को हुआ था। वे गांधीजी की विचारधारा से काफी प्रभावित थे। उन्होंने खिलाफत आन्दोलन में हिस्सा लिया।
- वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य भी रहे। वे 1923 में 35 वर्ष की आयु में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे सबसे युवा अध्यक्ष बने।
- उन्होंने असहयोग आन्दोलन, स्वदेशी आन्दोलन, धरसना सत्याग्रह तथा भारत छोड़ो आन्दोलन में हिस्सा लिया तथा देश की स्वतंत्रता के लिए सक्रीय होकर कार्य किया।