14 दिसंबर 2019 समसामयिकी (करंट अफेयर्स)

 

14 दिसम्बर : राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण दिवस

  • राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण दिवस प्रतिवर्ष 14 दिसम्बर को मनाया जाता है। यह दिवस विदुयत मंत्रालय के अंतर्गत ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के महत्व के बारें में लोगों में जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिवस का आयोजन केन्द्रीय उर्जा मंत्रालय के अधीन उर्जा दक्षता ब्यूरो के द्वारा 1991 से किया जा रहा है।

राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण दिवस

  • राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को उर्जा दक्षता तथा संरक्षण के बारे में अवगत करवाना है। इस दिवस के अवसर पर उर्जा दक्षता तथा संरक्षण के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाता है। इस दिन उर्जा दक्षता व संरक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले उद्योगों, संस्थानों, थर्मल पॉवर स्टेशन, जोनल रेलवे स्टेशन, नगरपालिकाओं, विद्युत् वितरण कंपनियों, होटलों,  अस्पतालों तथा शॉपिंग मॉल इत्यादि को पुरस्कृत किया जाता है।
  • उर्जा दक्षता ब्यूरो की स्थापना उर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 के तहत की गयी थी, यह एक वैधानिक संस्था है। उर्जा दक्षता ब्यूरो विद्युत् के उचित उपयोग के लिए सरकार की सहायता करता है।

 

मूडीज़ ने भारत की आर्थिक विकास की दर के अनुमान को कम किया

  • अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी कंपनी मूडीज़ ने भारत की आर्थिक विकास की दर के अनुमान में कमी की है। मूडीज़ ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में कमी करके इसे 6% किया है। हालाँकि वर्ष 2020 में जीडीपी विकास दर में वृद्धि होने के आसार जताए गये हैं, अगले वर्ष जीडीपी विकास दर 6.6% रहने का अनुमान है। वर्ष 2021 में जीडीपी विकास दर 6.7% रहने का अनुमान है।

मूडीज़

  • मूडीज़ इन्वेस्टर्स सर्विस मूडीज़ कारपोरेशन के अधीन एक अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है। यह एजेंसी सरकारी तथा वाणिज्यिक इकाइयों द्वारा जारी बांड्स पर वित्तीय अनुसन्धान का कार्य करते हैं। स्टैण्डर्ड एंड पूअर्स तथा फिच ग्रुप के साथ मूडीज़ को विश्व की तीन सबसे बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक माना जाता है। इसकी स्थापना 1909 में की गयी थी।

 

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 453.42 अरब डॉलर के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा

  • 6 दिसम्बर को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 34 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ अपने सर्वोच्च स्तर 453.42 अरब डॉलर तक पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत 8वें स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है।

विदेशी मुद्रा भंडार

  • इसे फोरेक्स रिज़र्व या आरक्षित निधियों का भंडार भी कहा जाता है भुगतान संतुलन में विदेशी मुद्रा भंडारों को आरक्षित परिसंपत्तियाँ’ कहा जाता है तथा ये पूंजी खाते में होते हैं। ये किसी देश की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति का एक महत्त्वपूर्ण भाग हैं। इसमें केवल विदेशी रुपये, विदेशी बैंकों की जमाओं, विदेशी ट्रेज़री बिल और अल्पकालिक अथवा दीर्घकालिक सरकारी परिसंपत्तियों को शामिल किया जाना चाहिये परन्तु इसमें विशेष आहरण अधिकारों , सोने के भंडारों और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की भंडार अवस्थितियों को शामिल किया जाता है। इसे आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय भंडार अथवा अंतर्राष्ट्रीय भंडार की संज्ञा देना अधिक उचित है।

6 दिसम्बर, 2019 को विदेशी मुद्रा भंडार

  • विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए):$421.26 बिलियन
    गोल्ड रिजर्व: $08 बिलियन
    आईएमएफ के साथ एसडीआर: $ 1.44 बिलियन
    आईएमएफ के साथ रिजर्व की स्थिति: $ 3.64 बिलियन

 

सरकार ने 21 दवाओं के दाम में वृद्धि की

  • भारत सरकार ने पहली बार ड्रग प्राइस कण्ट्रोल आर्डर, 2013 का उपयोग करके 21 दवाओं के मूल्य में वृद्धि कर दी है। इस मूल्य वृद्धि का उद्देश्य बाज़ार में इन दवाओं की उपलब्धता को बढ़ाना है। इन 21 दवाओं के मूल्य में 50% की वृद्धि की गयी है। इन दवाओं के अधिकतर तत्व चीन के आयात किये जाते हैं।
  • पिछले दो वर्षों में दवाओं में इस्तेमाल किये जाने वाले तत्वों के मूल्य में 5% से लेकर 88% तक की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि दवाओं में 40-80% लागत इन तत्वों की ही आती है।
  • जिन दवाओं के मूल्य में वृद्धि हुई है, वे इस प्रकार हैं : BCG वैक्सीन, मलेरिया, पेनिसिलिन, कुष्ठरोग की दवाई, एंटीबायोटिक, एंटी-एलर्जी दवा तथा अन्य जीवन रक्षक दवाएं।

 

लोकसभा ने पारित किया केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बिल, 2019

  • हाल ही में लोकसभा ने केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बिल, 2019 पारित किया, इसके द्वारा के तीन संस्कृत विश्वविद्यालयों को केन्द्रीय विश्वविद्यालय में परिवर्तित किया जाएगा।

बिल की विशेषताएं

  • इस बिल के द्वारा राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान (भोपाल), श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ (नई दिल्ली) तथा राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ (तिरुपति, आंध्र प्रदेश) को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। यह विश्वविद्यालय छात्रों को संस्कृत शिक्षा प्रदान करते हैं।
  • विश्व भर में 100 देशों के 250 से अधिक विश्वविद्यालयों में संस्कृत भाषा पढ़ाई जाती है। गौरतलब है कि जर्मनी के 14 विश्वविद्यालयों में संस्कृत पढ़ाई जाती है।

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