भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India)
- भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग एक अर्ध-न्यायिक संवैधानिक संस्था है, इसकी स्थापना प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के तहत की गयी थी।
- इसकी स्थापना अक्टूबर, 2003 में हुई थी, इसने मई, 2009 में पूर्ण रूप से कार्य करना शुरू किया था।
- प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 के अनुसार इस आयोग का एक अध्यक्ष तथा न्यूनतम दो तथा अधिकतम 6 सदस्य होंगे।
- वर्तमान में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के 4 सदस्य तथा एक अध्यक्ष हैं।
- यह आरम्भ से कॉलेजियम के रूप में कार्य कर रहा है। यह आयोग कॉर्पोरेट मामले मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा को बुरे तरीके से प्रभावित करने वाले कारकों को रोकथाम, ग्राहकों के हितों की सुरक्षा तथा मुक्त व्यापार सुनिश्चित करना है।
- यह किसी संवैधानिक संस्था को प्रतिस्पर्धा सम्बन्धी मामले में अपनी राय भी प्रदान करता है। यह आयोग प्रतिस्पर्धा सम्बन्धी मामले में जागरूकता फैलाने का कार्य भी करता है।
सुप्रीम कोर्ट ने शबरिमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के मामले की सुनवाही बड़ी बेंच को दिया
- सुप्रीम कोर्ट ने शबरिमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के मामले की सुनवाही के लिए सात जजों की बड़ी बेंच को दे दिया है.
- यह संवैधानिक बेंच इस मामले के साथ-साथ मस्जिद में मुस्लिम, अज्ञारी में पारसी महिलाओं और दाऊदी बोहरा समुदाय की महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर भी फैसला लेगी.
- सुप्रीम कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि महिलाओं के प्रवेश का पिछला फैसला फिलहाल बरकरार रहेगा.
- CJI रंजन गोगोई ने कहा कि धार्मिक प्रथाओं को सार्वजनिक आदेश, नैतिकता और संविधान के भाग 3 के अन्य प्रावधानों के खिलाफ नहीं होना चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट ने लिंग आधारित भेदभाव माना था
- उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को अपने फैसले में शबरिमला मंदिर में 10 से 50 वर्ष की आयु वाली महिलाओं और लड़कियों के प्रवेश पर लगी रोक को लिंग आधारित भेदभाव माना था.
- कोर्ट ने हिंदू धर्म की सदियों पुरानी इस परंपरा को गैरकानूनी और असंवैधानिक कहा था.
- सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हिंसक विरोध के बाद 56 पुनर्विचार याचिकाओं सहित करीब 60 याचिकाएं अदालत में दाखिल हुईं जिन पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने सुनवाई की
निमोनिया से होने वाले मौतों में भारत दूसरे स्थान पर : यूनिसेफ रिपोर्ट
- 14 नवम्बर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में विश्व भर मे निमोनिया के कारण पांच वर्ष से कम आयु की बच्चों की होने वाली मौतों में भारत दूसरे स्थान पर है।
- विश्व भर में 2018 में आठ लाख से अधिक बच्चों की मौत हुई जिनकी उम्र पांच वर्ष से कम थी।
- गौरतलब है कि यह रोग टीकाकरण के द्वारा रोका जा सकता है, परन्तु अभी भी इससे काफी बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं।
मुख्य बिंदु
- निमोनिया के कारण जिन देशों में सबसे ज्यादा बच्चों की मौतें हुई : नाइजीरिया, भारत, पाकिस्तान, कांगो तथा इथियोपिया।
- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की 15% मौतें निमोनिया के कारण हुई हैं।
- निमोनिया के कारण होने वाली लगभग आधी मौतें वायु प्रदूषण से सम्बंधित हैं।
कारण
- अपर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएँ
- पेयजल की सुविधा का अभाव
- घर के अन्दर वायु प्रदूषण
- कुपोषण
सुझाव
- निमोनिया का सामना करने के लिए अधिक निवेश
- मज़बूत वैश्विक प्रतिबद्धता
मूड़ीज़ ने भारत की आर्थिक विकास की दर के अनुमान में कमी की
- अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी कंपनी मूडीज़ ने भारत की आर्थिक विकास की दर के अनुमान में कमी की है।
- मूडीज़ ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान में कमी करके इसे 5.6% किया है।
- हालाँकि वर्ष 2020 में जीडीपी विकास दर में वृद्धि होने के आसार जताए गये हैं, अगले वर्ष जीडीपी विकास दर 6.6% रहने का अनुमान है।
- वर्ष 2021 में जीडीपी विकास दर 6.7% रहने का अनुमान है।
मूडीज़
- मूडीज़ इन्वेस्टर्स सर्विस मूडीज़ कारपोरेशन के अधीन एक अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है।
- यह एजेंसी सरकारी तथा वाणिज्यिक इकाइयों द्वारा जारी बांड्स पर वित्तीय अनुसन्धान का कार्य करते हैं।
- स्टैण्डर्ड एंड पूअर्स तथा फिच ग्रुप के साथ मूडीज़ को विश्व की तीन सबसे बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक माना जाता है।
- इसकी स्थापना 1909 में की गयी थी।
चंद्रयान 3 : भारत नवम्बर 2020 तक चन्द्रमा पर दूसरी बार लैंडिंग का प्रयास करेगा
- भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन ने नवम्बर 2020 तक चन्द्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास की घोषणा की है।
- हाल ही में इसरो का चंद्रयान-2 मिशन चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में नाकाम रहा था।
- सॉफ्ट लैंडिंग के समय इसरो का लैंडर विक्रम से सम्पर्क टूट गया था।
- हालांकि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर अभी भी अपना कार्य पूर्ण कुशलता के साथ कर रहा है और यह लगातार चन्द्रमा की हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें इसरो को भेज रहा है।
मिशन चंद्रयान-2
- चंद्रयान-2 भारत का चंद्रमा पर दूसरा मिशन है, यह भारत का अब तक का सबसे मुश्किल मिशन है।
- यह 2008 में लांच किये गए मिशन चंद्रयान का उन्नत संस्करण है।
- चंद्रयान मिशन ने केवल चन्द्रमा की परिक्रमा की थी, परन्तु चंद्रयान-2 मिशन में चंद्रमा की सतह पर एक रोवर भी उतारा जाना था।
- इस मिशन के सभी हिस्से इसरो ने स्वदेश रूप से भारत में ही बनाये हैं, इसमें ऑर्बिटर, लैंडर व रोवर शामिल है।
- इस मिशन में इसरो पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड रोवर को उतारने की कोशिश की।
- यह रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके चन्द्रमा की सतह के घटकों का विश्लेषण करने के लिए निर्मित किया गया था।
- चंद्रयान-2 को GSLV Mk III से लांच किया गया। यह इसरो का ऐसा पहला अंतर्ग्रहीय मिशन है, जिसमे इसरो ने किसी अन्य खगोलीय पिंड पर रोवर उतारने का प्रयास किया।
- इसरो के स्पेसक्राफ्ट (ऑर्बिटर) का वज़न 3,290 किलोग्राम है, यह स्पेसक्राफ्ट चन्द्रमा की परिक्रमा करके डाटा एकत्रित करेगा, इसका उपयोग मुख्य रूप से रिमोट सेंसिंग के लिए किया जा रहा है।
- 6 पहिये वाला रोवर चंद्रमा की सतह पर भ्रमण करके मिट्टी व चट्टान के नमूने इकठ्ठा करने के लिए बनाया गया था, इससे चन्द्रमा की भू-पर्पटी, खनिज पदार्थ तथा हाइड्रॉक्सिल और जल-बर्फ के चिन्ह के बारे में जानकारी मिलने की सम्भावना थी।
11वां मैत्री दिवस : नार्थ-ईस्ट इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना की जायेगी
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 नवम्बर, 2019 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में 11वें मैत्री दिवस को संबोधित किया।
- अपने संबोधन में उन्होंने क्षेत्र को विकसित करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
सरकारी योजनायें
- सरकार नार्थ-ईस्ट इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना की योजना बना रही है। इससे उत्तर-पूर्व के लोगों के लिए रोज़गार के अवसरों का सृजन होगा।
- यह कॉरिडोर भारत तथा दक्षिण पूर्व एशिया को जोड़ेगा।
- इससे व्यापार तथा पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
- भारत सरकार उत्तर-पूर्व भारत के विकास के द्वारा ‘एक्ट ईस्ट पालिसी’ का क्रियान्वयन कर रही है।
- ईटानगर में होल्लोंगी एअरपोर्ट की स्थापना की जायेगी। इसके अलावा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रेलवे लाइनों का निर्माण भी किया जायेगा।
- केंद्र सरकार उत्तर-पूर्व के लोगों के लिए बेहतर सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए कार्य कर रही है।
- इन सभी योजनाओं का क्रियान्वयन 2024 तक कर लिया जायेगा।
मैत्री दिवस
- मैत्री दिवस दो दिवसीय सामाजिक-सैन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम है, इसका आयोजना तवांग नागरिक प्रशासन तथा भारतीय थल सेना द्वारा किया जाता है।
- इस दिवस का आयोजन तवांग के लोगों तथा भारतीय थलसेना के बीच के विशेष सम्बन्ध के सम्मान में किया जाता है।
- इस दिवस की थीम ‘अपनी सेना को जानो’ है।
- इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है।
जापानी स्पेसक्राफ्ट हायाबुसा 2 ने रयुगु क्षुद्रग्रह से घर वापसी की यात्रा शुरू की
- जापान के हायाबुसा 2 स्पेसक्राफ्ट ने रयुगु क्षुद्रग्रह अपना शोधकार्य पूरा कर लिया है।
- यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी से लगभग 300 मिलियन किलोमीटर दूर स्थित है। इस स्पेसक्राफ्ट ने रयुगु की सतह से नमूने एकत्रित किये है।
- एक वर्ष तक रयुगु क्षुद्रग्रह पर शोधकार्य करने के बाद अब यह स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी पर लौटने की तैयारी कर रहा है।
हायाबुसा 2
- हायाबुसा 2 जापानी अन्तरिक्ष एजेंसी द्वारा भेजा गया मिशन है।
- इससे पहले हायाबुसा नाम से एक अन्य मिशन भेजा गया था जो 2010 में क्षुद्रग्रह के नमूने लेकर वापस आया था।
- हायाबुसा 27 जून, 2018 को रयुगु क्षुद्रग्रह पर पहुंचा था।
- यह डेढ़ वर्ष तक रयुगु क्षुद्रग्रह का अध्ययन करेगा तथा बाद में नमूने वापस लेकर पृथ्वी पर लौटेगा।
- यह मिशन संभवतः दिसम्बर, 2020 तक पृथ्वी पर सैंपल लेकर वापस लौटेगा।
रयुगु क्षुद्रग्रह
- रयुगु क्षुद्रग्रह पृथ्वी के निकट मौजूद है, यह अपोलो समूह का क्षुद्रग्रह है।
- इससे सौर प्रणाली से सम्बंधित काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
- इससे ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति तथा विकास के बारे में जानकारी मिल सकती है।