16/11/2019 करेंट अफेयर्स (Prelims Sure Shot) हिंदी में
ब्रिक्स
क्या है ब्रिक्स
- ब्रिक्स (BRICS) दुनिया की पाँच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है।
- इसके घटक राष्ट्र ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं।
- इन्ही देशों के अंग्रेज़ी में नाम के प्रथम अक्षरों B, R, I, C व S से मिलकर इस समूह का यह नामकरण हुआ है।
- ब्रिक्स देशों में विश्वभर की 43% आबादी रहती है, जहां विश्व का सकल घरेलू उत्पाद 30% है और विश्व व्यापार में इसकी 17% हिस्सेदारी है।
ब्रिक्स का इतिहास
- अमेरिका की बैंकिंग और वित्तीय कंपनी ‘गोल्डमैन शश’ (Goldman Sachs) के चेयरमैन जिम ओ नील ने पहली बार वर्ष 2001 में ‘ब्रिक’ (BRIC) शब्द का प्रयोग किया.
- ब्रिक शब्द का तात्पर्य ब्राजील, रूस, भारत और चीन था. गोल्डमैन शश का तर्क था कि ब्राजील, रूस, चीन और भारत की अर्थव्यवस्थाएं आर्थिक रूप से इतनी मजबूत हैं कि 2050 तक ये चारों अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक परिदृश्य पर हावी होगी.
- शश का आकलन था कि भारत और चीन उत्पादित वस्तुओं और सर्विस के सबसे बड़े प्रदाता होंगे, वहीं ब्राजील और रूस कच्चे माल के सबसे बड़े उत्पादक हैं.
- ब्राजील जहां लौह अयस्कों की आपूर्ति में प्रथम है तो रूस तेल एवं प्राकृतिक गैस के मामले में शीर्ष पर है.
- ये चारों देश संयुक्त रूप से विश्व का एक-चौथाई क्षेत्र घेरते हैं और इनकी जनसंख्या विश्व की कुल आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक है.
- इन देशों का सकल घरेलु उत्पाद 15.435 ट्रिलियन डॉलर है.
- ब्रिक देशों की पहली औपचारिक शिखर सम्मेलन 16 जून, 2009 को रूस के येकेटिनबर्ग में हुई थी.
- इस सम्मेलन में ब्राजील से लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा, रूस से दिमित्री मेदवेदेव, भारत से मनमोहन सिंह और चीन से हू जिन्ताओ ने प्रतिनधित्व किया.
- शिखर सम्मेलन का मुख्य मुद्दा वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार और वित्तीय संस्थानों में सुधार का था.
ब्रिक समूह में दक्षिण अफ्रीका का प्रवेश
- 2010 में, दक्षिण अफ्रीका ने ब्रिक समूह में शामिल होने के प्रयास शुरू किए, और इसके औपचारिक प्रवेश की प्रक्रिया इसी वर्ष अगस्त में शुरू हुई. समूह में शामिल होने के लिए ब्रिक देशों द्वारा औपचारिक रूप से आमंत्रित किए जाने के बाद, 24 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका आधिकारिक तौर पर ब्रिक समूह का एक सदस्य राष्ट्र बन गया.
ब्रिक समूह में दक्षिण अफ्रीका के शामिल हो जाने के बाद इस समूह का नाम बदलकर ब्रिक्स (BRICS) कर दिय गया, जिसमें ‘एस’ दक्षिण अफ्रीका को सूचित करता है. - अप्रैल 2011 में, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति, जैकब ज़ुमा, सान्या, चीन में हुये ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पहली बार एक पूर्ण सदस्य के रूप में हिस्सा लिया था.
ब्रिक्स बिज़नेस काउंसिल
- ब्रिक्स बिज़नेस कौंसिल ने अगले शिखर सम्मेलन तक ब्रिक्स देशों के बीच 500 अरब डॉलर के व्यापार के लक्ष्य को हासिल करने के लिए रोडमैप तैयार किया गया।
- इस लक्ष्य की प्राप्त के लिए न्यू डेवलपमेंट बैंक तथा ब्रिक्स बिज़नेस काउंसिल के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।
ब्रिक्स बैंक (न्यू डेवलपमेंट बैंक)
- न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) ब्रिक्स समूह के देशों द्वारा स्थापित किए गए एक नए विकास बैंक का आधिकारिक नाम है.
- इसे पहले ब्रिक्स बैंक नाम से भी जाना जाता था. एनडीबी का मुख्यालय शंघाई, चीन में है.
- दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में इस बैंक का क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया गया है.
- ब्रिक्स बैंक में प्रत्येक सदस्य देश को सामान वोट का अधिकार है, और किसी के पास वीटो का अधिकार नहीं है.
एनडीबी के अधिकारी
- भारत के केवी कामत एनडीबी के पहले अध्यक्ष हैं. उनका कार्यकाल पांच साल का है.
- ब्रिक्स देशों ने एनडीबी स्थापित करने पर समझौता किया था कि इसका मुख्याल चीन के शंघाई शहर में होगा.
- समझौते के मुताबिक इस बैंक का पहला अध्यक्ष भारत से, बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के इनोगुरल चेयरमैन ब्राज़ील से होंगे व बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के इनोगुरल चेयरमैन रूस से होंगे.
एनडीबी की स्थापना
- ब्राज़ील के फ़ोर्टालेज़ा में आयोजित छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2014 में 100 अरब डॉलर की शुरुआती अधिकृत पूंजी के साथ न्यू डेवलपमेंट बैंक की स्थापना का निर्णय किया गया.
- इस धनराशि में सभी सदस्य देशों की बराबर-बराबर हिस्सेदारी है.
- ब्रिक्स देशों के उभरते बाजारों के बीच अधिक से अधिक वित्तीय और विकास सहयोग को बढ़ावा के लिए इस बैंक की स्थापना की गयी है.
एनडीबी के उद्देश्य
- एनडीबी का उद्देश्य ब्रिक्स देशों और अन्य उभरती तथा विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की सतत विकास की मूलभूत परियोजनाओं के लिए वित्तीय संसाधन जुटाना है.
भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त अभ्यास ‘टाईगर ट्रंफ’ का आयोजन
- भारत और अमेरिका के बीच 13 से 21 नवंबर के दौरान संयुक्त सैन्य अभ्यास (Indo-US Joint Military Exercise) का आयोजन किया जा रहा है. इस सैन्य-अभ्यास का नाम ‘टाइगर ट्रंफ’ दिया गया है. यह सैन्य-अभ्यास आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम और काकीनाडा में आयोजित किया जा रहा है.
- इस युद्धाभ्यास में भारतीय थल, जल और वायुसेना के 1200 जवान और 500 अमेरिकी जवान शामिल हुए है. इसमें युद्धाभ्यास के साथ ही आपदा के दौरान मदद पहुंचाने पर भी अभ्यास किया जायेगा. इसका उद्देश्य दोनों ही देशों की सेना के बीच बेहतरीन तालमेल बनाने पर जोर रहेगा.
- समुद्र में लूट और तस्करी रोकने के लिए अमेरिका के 10वें राष्ट्रीय दक्षिण-पूर्व एशिया सहयोग और प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 9 दिन के इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है.
- अमेरिका ने इसे इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग बढ़ाने का उदाहरण कहा है. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने भारतीय प्रशांत क्षेत्र के सहयोगियों के साथ सुरक्षा सहयोग एक बड़ी रकम खर्च की है ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रही.
आंध्र प्रदेश में ‘अम्मा वोडी’ और ‘नाडु-नेडु’ योजना की शुरुआत
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने 14 नवम्बर को ‘नाडु-नेडु’ और ‘अम्मा वोडी’ योजना की शुरुआत की.
- ‘नाडु-नेडु’ योजना के तहत सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 6 तक छात्रों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दी जाएगी.
- मुख्यमंत्री रेड्डी ने जनवरी 2020 से ‘अम्मा वोडी’ नामक एक और योजना शुरू करने की भी घोषणा की.
- इसके तहत कक्षा 12 तक लगातार अपने बच्चों को स्कूल भेजने वाली माताओं को सहायता दी जाएगी.
जम्मू-कश्मीर में अध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए “निष्ठा” कार्यक्रम लांच किया गया
- हाल ही में जम्मू-कश्मीर में “निष्ठा” कार्यक्रम लांच किया गया है।
- निष्ठा (National Initiative on School Head’s and Teachers’ Holistic Advancement) विश्व का सबसे बड़ा अध्यापक शिक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
निष्ठा (National Initiative on School Head’s and Teachers’ Holistic Advancement)
- “निष्ठा” पहल के लिए वेबसाइट, ट्रेनिंग मोड्यूल, प्राइमर बुकलेट तथा मोबाइल एप्प भी उपलब्ध है।
- मोबाइल एप्प तथा लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम का उपयोग रिसोर्स पर्सन तथा अध्यापकों के पंजीकरण के लिए किया जायेगा।
- इस एप्प के द्वारा मॉनिटरिंग, मेंटरिंग तथा प्रगति का मूल्यांकन किया जायेगा।
- यह MOODLE (Modular Object-Oriented Dynamic Learning Environment) पर बेस्ड है।
- इसका विकास NCERT द्वारा किया गया है।
- देश भर में इसमें 42 लाख से ज्यादा अध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इस कार्यक्रम के तहत अध्यापकों, प्राथमिक स्कूलों के मुख्य अध्यापकों तथा राज्य शिक्षा अनुसन्धान व प्रशिक्षण परिषद् के सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
संसदीय मामले की कैबिनेट समिति (CCPA)
- संसदीय मामले की कैबिनेट समिति (CCPA) कैबिनेट के 6 समितियों में से एक है, यह समिति संसद में सरकार के कार्य की प्रगति का अवलोकन करती है।
- इसकी अध्यक्षता केन्द्रीय गृह मंत्री द्वारा की जाती है। पांच अन्य कैबिनेट समितियां हैं – राजनीतिक मामले की कैबिनेट समिति, आर्थिक मामले की कैबिनेट समिति, सुरक्षा पर कैबिनेट समिति, कैबिनेट आवास समिति तथा कैबिनेट नियुक्ति समिति। इन पांच समितियों की अध्यक्षता प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है।
नई दिल्ली में किया जा रहा है “आदि महोत्सव” का आयोजन
- राष्ट्रीय जनजातीय उत्सव-आदि महोत्सव का आयोजन 16 नवम्बर से 30 नवम्बर, 2019 के बीच किया जा रहा है।
- इस उत्सव में जनजातीय संस्कृति, शिल्पकला, भोजन इत्यादि को प्रदर्शित किया जाएगा।
आदि महोत्सव
- “आदि महोत्सव” का आयोजन केन्द्रीय जनजातीय मामले मंत्रालय तथा ट्राइबल कोआपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (TRIFED) द्वारा किया जा रहा है।
- TRIFED ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में इस प्रकार के 26 उत्सव आयोजित करने का लक्ष्य रखा है।
- अभी तक लेह-लद्दाख, नॉएडा, शिमला, ऊटी, इंदौर, पुणे, भुबनेश्वर तथा विशाखापत्तनम में इस तरह के उत्सव आयोजित किये जा चुके हैं, जिनमे 900 से अधिक शिल्पकार हिस्सा ले चुके हैं, इन इवेंट्स से अब तक 5 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री की जा चुकी है।
- इस उत्सव में जनजातीय संस्कृति, भोजन, शिल्प तथा औषधियों का प्रदर्शन किया जायेगा, इससे जनजातीय समुदायों के लिए आर्थिक विकास में वृद्धि होगी।
- इस उत्सव में देश-भर के 27 से राज्यों से 1000 से अधिक जनजातीय शिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं।