17/10/2019 करेंट अफेयर्स (Prelims Sure Shot) हिंदी में 

1.फ़ूड सेफ्टी मित्र स्कीम

  • 16 अक्टूबर, 2019 को विश्व खाद्य दिवस के अवसर  पर केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री ने फ़ूड सेफ्टी मित्र स्कीम लांच की। इसका मुख्य उद्देश्य ईट राईट इंडिया मूवमेंट को बल देना है।

योजना के मुख्य बिंदु

  • फ़ूड सेफ्टी मित्र को FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण) द्वारा प्रशिक्षण व प्रमाणीकरण प्रदान किया जायेगा।
  • इस योजना के द्वारा छोटे तथा मध्यम स्तर के फ़ूड बिज़नेस की सहायता की जायेगी।
  • इस योजना के तहत स्वच्छता तथा खाद्य सुरक्षा से सम्बंधित निरीक्षण भी किये जायेंगे।
  • इस योजना के साथ ईट राईट जैकेट तथा ईट राईट झोला को भी लांच किया है।
  • ‘ईट राईट जैकेट’ को फील्ड स्टाफ के लिए शुरू किया गया है, इस जैकेट में स्मार्टफ़ोन, RFID टैग, पहचान के लिए QR कोड इत्यादि को रखा जा सकता है। इससे खाद्य सुरक्षा प्रशासन में पारदर्शिता तथा कुशलता आएगी।
  • ‘ईट राईट झोला’ एक रीयूज़ेबल कपड़े का थैला है, इसका उद्देश्य प्लास्टिक बैग्स को रीप्लेस करना

2.20वीं पशुधन जनगणना : महत्वपूर्ण तथ्य

  • मत्स्यपालन , पशुपालन तथा डेयरी मंत्रालय के अधीन पशुपालन व डेयरी विभाग ने हाल ही में 20वीं पशुधन जनगणना जारी की। इस जनगणना के अनुसार देश में पशुधन की कुल संख्या 535.78 मिलियन है, इसमें पिछली जनगणना के मुकाबले 4.6% की वृद्धि हुई है। पिछली पशुधन जनगणना का आयोजन 2014 में किया गया था।

जनगणना के महत्वपूर्ण तथ्य

  • गोजातीय पशुओं (भैंस, मवेशी, मिथुन तथा याक इत्यादि) की संख्य 79 मिलियन है, 2019 में इसमें 1% की वृद्धि हुई है।
  • देश में मवेशियों की कुल संख्या 49 मिलियन है, इसमें 0.8% की वृद्धि हुई है। इसमें मादा मवेशियों की संख्या 145.12 मिलियन है, इसमें पिछली पशुधन जनगणना के मुकाबले 18% की वृद्धि हुई है।
  • स्वदेशी मादा मवेशियों की संख्या में 2019 में 10% की वृद्धि हुई है।
  • संकर मवेशियों की संख्या में 9% की वृद्धि हुई है।
  • भैंसों की कुल संख्या 85 मिलियन है, इसमें 1% की वृद्धि हुई है।
  • बकरियों की संख्या 8 मिलियन है, इसमें 10.1% की वृद्धि हुई है।
  • सुअरों की संख्या 06 मिलियन है, इसमें 12.03% की कमी आई है।
  • वाणिज्यिक पोल्ट्री की संख्या 74 मिलियन है, इसमें 4.5% की वृद्धि हुई है।

3.स्विट्ज़रलैंड के ग्लेशियर 10% सिंकुड़े : अध्ययन

  • पिछले पांच वर्षों में स्विट्ज़रलैंड के ग्लेशियर 10% सिंकुड़ चुके हैं।
  • स्विस अकैडमी ऑफ़ साइंसेज में क्रायोस्फेरिक कमीशन ने ग्लेशियरों की स्थिति पर वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
  • इस रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 20 ग्लेशियरों में पिघलने की दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुकी है।

अध्ययन के मुख्य बिंदु

  • अप्रैल तथा मई में ग्लेशियर में बर्फ की चादर सामान्य स्तर से 20 से 40% अधिक थी, इसकी गहराई 6 मीटर थी।
  • जून तथा जुलाई के अंत में स्विट्ज़रलैंड की वार्षिक पेयजल उपभोग आवश्यकता के बराबर बर्फ पिघल चुकी थी।
  • हालांकि स्नो कवर में वृद्धि हुई है लेकिन बर्फ के पिघलने की दर भी काफी अधिक बढ़ी है। पिछले 12 माह में अधिक बर्फबार के बावजूद भी स्विट्ज़रलैंड के ग्लेशियर का 2% हिस्सा पिघल चुका है।
  • पिछले 5 वर्षों में पिघलने की दर में 10% की वृद्धि हुई है।

स्विट्ज़रलैंड के ग्लेशियर

  • स्विट्ज़रलैंड में 500 से अधिक ग्लेशियर हैं।
  • स्विट्ज़रलैंड में ग्लेशियरों के पिघलने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कई प्रकार के अभियानों का आयोजन किया जा रहा है।
  • हाल ही में पिजोल ग्लेशियर के समाप्त होने पर ‘फ्यूनरल मार्च’ का आयोजन किया गया था।
  • यदि ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को नहीं रोका गया तो इस सदी के अंत तक ऐल्प्स से 4000 से अधिक ग्लेशियर समाप्त हो सकते हैं।

 

4.आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विश्वविद्यालय की स्थापना

  • संयुक्त अरब अमीरात ने विश्व के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की है। यह विश्वविद्यालय ग्रेजुएट स्तर का होगा।
  • इस विश्वविद्यालय का नाम ‘मोहम्मद बिन ज़ायेद युनिवर्सिटी ऑफ़ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (MBZUAI)  रखा जायेगा। इस विश्वविद्यालय का नाम अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाहयान के नाम पर रखा गया है। इस विश्वविद्यालय का कैंपस मसदर सिटी में होगा।
  • इस विश्वविद्यालय के लिए वेबसाइट द्वारा आवेदन किया जा सकता है, इसका पंजीकरण अगस्त, 2020 में शुरू होगा। ग्रेजुएट छात्रों के पहले बैच का अध्ययन सितम्बर, 2020 में शुरू होगा।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धि) कंप्यूटर साइंस की वह शाखा है जिसके द्वारा मशीनों में इंसानों की तरह सोचने समझने की क्षमता विकसित की जाती है।
  • AI मशीने वातावरण के अनुसार खुद को ढालने में सक्षम होती हैं।

 

5.टीम कैशलेस इंडिया

  • भुगतान टेक्नोलॉजी कंपनी मास्टर कार्ड ने अपने ब्रांड एम्बेसडर महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर देश में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए टीम कैशलेस इंडिया नामक एक पहल लांच की है।
  • मास्टर कार्ड ने 2020 तक देश भर में 10 मिलियन व्यापारियों को डिजिटल भुगतान तकनीक अपनाने के लिए अपने साथ जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
  • इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मास्टर कार्ड Confederation of All India Traders (CAIT) के साथ मिलकर कार्य करेगा। CAIT देश में व्यापार वर्ग का सर्वोच्च संगठन है।

मास्टर कार्ड

  • मास्टर कार्ड एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय वित्तीय सेवा कंपनी है, इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित है।
  • इसकी स्थापना 1966 में की गयी थी।
  • मास्टर कार्ड के उप्ताद में डेबिट कार्ड का क्रेडिट कार्ड प्रमुख हैं।
  • इसके प्रमुख ब्रांड सिरस, मेस्ट्रो, मोंडेक्स तथा मास्टर पास इत्यादि हैं।

 

6.वन धन इंटर्नशिप कार्यक्रम

  • केन्द्रीय जनजातीय मंत्रालय ने 17 अक्टूबर, 2019 को वन धन इंटर्नशिप कार्यक्रम लांच किया है।
  • वन धन इंटर्नशिप कार्यक्रम से जनजातीय लोगों को लाभ होगा।
  • इसका आयोजन ट्राइबल कोआपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (TRIFED) द्वारा किया जायेगा।

कार्यक्रम की विशेषताएं

  • इस कार्यक्रम में  सामाजिक कार्य, समाज सेवा/ग्रामीण प्रबंधन इत्यादि से सम्बंधित प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों के 18 इंटर्न हिस्सा लेंगे।
  • यह इंटर्न इस कार्यक्रम के अग्रणी फील्ड वर्कर होंगे।
  • उनका झुकाव जनजातीय आजीविका से सम्बंधित मामलों पर होगा।
  • यह इंटर्नशिप की अवधि 6 महीने की होगी।
  • इन इंटर्न्स को एक सप्ताह का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।

वन धन योजना

  • 14 अप्रैल, 2018 को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीजापुर, छत्तीसगढ़ में अम्बेडकर जयंती के महोत्सव के दौरान इस योजना की शुरुआत की थी।
  • इस योजना का उद्देश्य गैर-लकड़ी के छोटे वन उत्पादन (MFP), वन की वास्तविक संपत्ति का उपयोग करके जनजातियों के लिए आजीविका उत्पादन करना है।
  • इसके लिए, योजना उन्हें वन उत्पादन के मूल्यवर्धन के लिए कौशल उन्नयन और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण भी प्रदान करेगी। इसका उद्देश्य पारंपरिक ज्ञान और कौशल को प्रौद्योगिकी और आईटी की मदद से और निखारना है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य जनजातीय जमाकर्ताओं और कारीगरों की एमएफपी-केंद्रित आजीविका के विकास को बढ़ावा देना है।

कार्यान्वयन: 

  • इसे प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान करके केंद्रीय स्तर पर जनजातीय मामलों के मंत्रालय के माध्यम से तथा राष्ट्रीय स्तर पर नोडल एजेंसी के रूप में भारत के जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ (TRIFED) द्वारा लागू किया जाएगा।
  • राज्य स्तर पर, एमएफपी के लिए राज्य नोडल एजेंसी और जिला कलेक्टर योजना कार्यान्वयन में जमीनी स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

वन धन विकास केंद्र: 

  • वन संपदा से समृद्ध जनजातीय जिलों में वन धन विकास केंद्र जनजातीय समुदाय के माध्यम से संचालित किए जाएंगे।
  • प्रत्येक केंद्र 10 जनजातीय स्वयं सहायता समूह का गठन करेगा तथा प्रत्येक समूह में 30 जनजातीय संग्रहकर्ता शामिल होंगे. जो कौशल उन्नयन और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण प्रदान करेंगे और प्राथमिक प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन सुविधा की स्थापना करेंगे।
  • स्थानीय रूप से इन केंद्रों का प्रबंधन प्रबंध समिति द्वारा किया जाएगा।

 

7.BCCI के नये अध्यक्ष

  • पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए अध्यक्ष बन गये हैं।
  • सौरव गांगुली ने 1992 से 2008 तक भारतीय क्रिकेट को अपनी सेवाएं दी।

भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (BCCI)

  • भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (BCCI) की स्थापना 1928 में की गयी थी, यह भारत में क्रिकेट के लिए सर्वोच्च राष्ट्रीय गवर्निंग बॉडी है।
  • इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है।
  • भ्रष्टाचार तथा एकाधिकार से सम्बंधित के विवाधों के कारण सर्वोच्च न्यायालय ने 30 जनवरी, 2017 को प्रशासकों की समिति का गठन किया था।
  • इस समिति में विनोद राय, रामचंद्र गुहा, विक्रम लिमये तथा डायना एदुल्जी शामिल हैं।
  • इस समिति का गठन का BCCI में  लोधा समिति के सुधारों का क्रियान्वयन के लिए किया गया था।
  • इस समिति के प्रमुख भारत के पूर्व CAG विनोद राय हैं।

 

8.शिन्यु मैत्री अभ्यास

  • भारत और जापान की वायुसेना के बीच हवाई युद्ध अभ्यास “शिन्यु मैत्री” 17 अक्टूबर, 2019 को शुरू हो गया है।
  • इस अभ्यास का आयोजन पश्चिम बंगाल के एयरफोर्स स्टेशन अर्जन सिंह में किया जा रहा है।

शिन्यु मैत्री

  • भारतीय वायुसेना और जापानी वायुसेना के बीच आयोजित किये जाने वाले इस अभ्यास का केंद्र बिंदु मानवीय सहायता तथा आपदा राहत कार्य के लिए अभ्यास करना है।
  • इस अभ्यास में दोनों देशों की वायुसेनाएं लोडिंग/ऑफ लोडिंग का अभ्यास भी करेंगी।  
  • इस अभ्यास में जापानी वायुसेना का C2 एयरक्राफ्ट, एयर क्रू तथा पर्यवेक्षक हिस्सा ले रहे हैं ।
  • भारतीय वायुसेना इस अभ्यास में C17 तथा An-32 एयरक्राफ्ट, एयर क्रू तथा पर्यवेक्षकों के साथ हिस्सा ले रही है।

 

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