स्वतंत्र भारत का पहला मंत्रिमंडल
15 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में पहला भारतीय मंत्रिमंडल गठित किया गया। यह मंत्रिमंडल 15 सदस्यों का था, जिसमें जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री और सरदार वल्लभभाई पटेल उप प्रधानमंत्री थे।
मंत्रिमंडल के सदस्य:
- प्रधानमंत्री: जवाहरलाल नेहरू (विदेश मामले, वैज्ञानिक अनुसंधान)
- उप प्रधानमंत्री: सरदार वल्लभभाई पटेल (गृह, सूचना और प्रसारण)
- कानून: डॉ. भीमराव अंबेडकर
- वित्त: आर.के. शनमुखम चेट्टी
- रेल: डॉ. जॉन मथाई
- रक्षा: सरदार बलदेव सिंह
- स्वास्थ्य: राजकुमारी अमृत कौर
- शिक्षा: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
- वाणिज्य: श्यामा प्रसाद मुखर्जी
- खाद्य और कृषि: डॉ. राजेंद्र प्रसाद
- कार्य: जगजीवन राम
- पोस्ट और टेलीग्राफ: भवानी प्रसाद
- श्रम: जगजीवन राम
- ऊर्जा: एन.वी. गाडगिल
महत्वपूर्ण बातें:
- यह मंत्रिमंडल विविधतापूर्ण था, जिसमें विभिन्न जातियों, धर्मों और क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल थे।
- मंत्रिमंडल के सदस्यों को उनकी योग्यता और अनुभव के आधार पर चुना गया था।
- इस मंत्रिमंडल का मुख्य लक्ष्य स्वतंत्र भारत का पुनर्निर्माण करना और एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करना था।
- इस मंत्रिमंडल ने कई महत्वपूर्ण नीतियां और कार्यक्रम लागू किए, जिनमें संविधान का निर्माण, पंचवर्षीय योजनाएं, भूमि सुधार, शिक्षा में सुधार और औद्योगिक विकास शामिल हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह मंत्रिमंडल 1950 में भारत के संविधान के लागू होने तक ही सत्ता में रहा।