Mitra Crater (मित्रा क्रेटर)
चर्चा में क्यों?
- चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर (Chandrayaan-2’s Orbiter) या मदर स्पेसक्राफ्ट (Mother Spacecraft) ने चंद्रमा पर उपस्थित एक क्रेटर को ढूंढा है जिसका नामकरण 20वीं शताब्दी के भौतिकशास्त्री शिशिर कुमार मित्रा के नाम पर किया गया।
अधिक जानकारी:–
- चंद्रमा की सतह से ~ 4375 किमी की ऊंचाई पर टेरेन मैपिंग कैमरा 2 (टीएमसी -2) से तस्वीरें ली गई और जैक्सन, मित्रा ,मेक और कोरोलेव क्रेटर का पता चला।
- इसके अलावा, चंद्रयान -2 चंद्रमा के उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्र की तस्वीरों को भी क्लिक किया है जिनमें कुछ इस तरह के क्रेटर हैं जैसे- Plaskett, Rozhdestvenskiy और hermite – सौर मंडल के सबसे ठंडे स्थलों में से एक है।
- मित्रा क्रेटर एक दूसरे क्रेटर की सतह पर है।
टेरेन मैपिंग कैमरा 2 (TMC-2)
- टीएमसी 2, चंद्रयान-1 मिशन में प्रयुक्त टेरेन मैपिंग कैमरे का एक लघु संस्करण है।
- इसका प्राथमिक उद्देश्य पैनक्रोमैटिक वर्णक्रमीय बैंड (0.5-0.8 माइक्रोन) 5 मीटर के एक उच्च स्थानिक संकल्प और 100 किमी चंद्र ध्रुवीय कक्षा से 20 किमी के स्वैथ में चंद्रमा की सतह की मैपिंग करना है।
- टीएमसी 2 द्वारा एकत्र डाटा हमें चंद्रमा के सतह की 3 डी नक्शा तैयार करने में मदद करेगा।
शिशिर कुमार मित्रा:
- शिशिर कुमार मित्रा (1890-1963) कलकत्ता विश्वविद्यालय में भौतिकी के एक बंगाली प्रोफेसर थे।
- भारत में वे आयनोस्फोरिक विज्ञान और रेडियो प्रौद्योगिकी के संस्थापक थे।
- वे विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों के साथ जुड़े थे जैसे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, विज्ञान और बंगाल इंडियन एसोसिएशन ऑफएशियाटिक सोसाइटी ऑफ कल्टीवेशन।