Micro Notes : Today The Hindu Newspaper Editorials Notes ( 8/3/2024) (Day-1)
A bold step towards a cervical cancer-free future ( 8/3/2024 : Editorial Notes)
जीएस-2 मेन्स (स्वास्थ्य)
प्रसंग:
- अंतरिम बजट 2024-25 में लड़कियों (9-14 वर्ष) के लिए एचपीवी टीकाकरण शामिल है।
- इसका उद्देश्य भारत में दूसरा सबसे आम सर्वाइकल कैंसर को कम करना है।
एचपीवी टीकाकरण – वैश्विक प्रयास:
- 2030 तक WHO के “90-70-90” लक्ष्य:
- 90% लड़कियों को 15 साल की उम्र तक टीका लगाया जाता है।
- 70% महिलाओं की जांच 35-45 वर्ष तक की जाती है।
- कैंसर से पीड़ित 90% महिलाओं का इलाज किया गया।
- 100 से अधिक देशों में एचपीवी टीकाकरण कार्यक्रम हैं।
- रवांडा के एचपीवी प्रकारों को कम करने के अभियान जैसी सफलता की कहानियाँ।
भारत की पहल:
- सिक्किम मॉडल: प्रभावी संचार और आउटरीच ने 97% कवरेज हासिल किया।
- सेरवावैक: भारत की सस्ती स्वदेशी क्वाड्रिवेलेंट एचपीवी वैक्सीन।
चुनौतियाँ और समाधान:
- टीके की झिझक और न्यायसंगत पहुंच।
- U-WIN: वास्तविक समय टीकाकरण ट्रैकिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक रजिस्ट्री।
- सांस्कृतिक मानदंडों को संबोधित करना: विभिन्न चैनलों (सोशल मीडिया, स्कूल) के माध्यम से अनुकूलित संदेश।
- सहयोग: समुदायों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के साथ सार्वजनिक और निजी भागीदारी।
निष्कर्ष:
- कोविड-19 टीकाकरण में भारत की सफलता एचपीवी टीकाकरण को बढ़ाने की आशा प्रदान करती है।
Micro Notes : Topic-1 : Challenges of TB Care for Homeless Women in India
GS-1 ( Women Section)
GS-2 ( Health Section)
प्रसंग:
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भारत में टीबी से पीड़ित बेघर महिलाओं की दुर्दशा पर प्रकाश डालता है।
फैलने के कारण:
- अत्यधिक भीड़-भाड़, अस्वच्छ रहने की स्थितियाँ।
- कुपोषण, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता।
- एचआईवी, शराब, धूम्रपान, तंबाकू चबाना।
- आश्रय की कमी से निदान और उपचार में देरी होती है, दवा प्रतिरोध बढ़ता है।
भारत पर टीबी का बोझ:
- विश्व स्तर पर सबसे अधिक टीबी के मामले (2022 WHO रिपोर्ट)।
- बेघर आबादी: प्रति 1,000 लोगों पर 85 टीबी के मामले।
- बेघर महिलाएं: बेघर पुरुषों की तुलना में टीबी का प्रसार 5 गुना अधिक है।
सरकारी कार्यक्रम:
- निक्षय पोषण योजना (एनकेवाई): मासिक नकद प्रोत्साहन (₹500)।
- निक्षय मित्र: भोजन की टोकरियाँ(Food baskets) (₹700) और सूचना/डॉक्टरों तक ऑनलाइन पहुंच।
बेघर महिलाओं के लिए बाधाएँ:
- कार्यक्रमों के लिए आईडी कार्ड और बैंक खाते आवश्यक हैं।
- डिजिटल सेवाओं को नेविगेट (navigate) करने में कठिनाई।
- अस्पष्ट प्रारंभिक टीबी के लक्षण गरीबी के दैनिक संघर्षों की तरह दिखते हैं
- कछल माइक्रोस्कोपी (Sputum microscopy ) अतिपुल्म (miss extrapulmonary) टीबी को छूट सकती है (जो महिलाओं में सामान्य है)।
- बेघर महिला प्रवासियों के बीच उच्च निरक्षरता दर।
सिफ़ारिशें:
- टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम में बेघरता और लिंग को शामिल करें।
- सरकारी योजनाओं के तहत स्वास्थ्य देखभाल अधिकारों की कानूनी गारंटी।