भारत की स्वतंत्रता के लिये अंग्रेजों के विरुद्ध आन्दोलन दो प्रकार का था एक अहिंसक आन्दोलन एवं दूसरा सशस्त्र क्रान्तिकारी आन्दोलन। भारत में अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना के साथ ही सशस्त्र विद्रोह का आरम्भ हो गया था। बंगाल में सैनिक-विद्रोह, चूआड विद्रोह, संन्यासी विद्रोह, संथाल विद्रोह अनेक सशस्त्र विद्रोहों की परिणति सत्तावन के विद्रोह के रूप में हुई। अपितु कुछ सशस्त्र क्रान्तिकारी आन्दोलन भूमिगत होती थी। क्रांतिकारी आंदोलनों के समूह मुख्य रूप से बंगाल, महाराष्ट्र, बिहार, संयुक्त प्रांत और पंजाब में केंद्रित थे।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रसिद्ध क्रन्तिकारी नेताओ के नाम और उनसे सम्बंधित घटना –

क्रांतिकारी नेताओ का नाम / सम्बंधित घटना –
खुदीराम बोस – मुजफ्फरपुर की हत्या
चंद्रशेखर आजाद – काकोरी साजिश
राम प्रसाद बिस्मिल – काकोरी साजिश
भगत सिंह – सेंट्रल असेंबली बम केस 1929
उधम सिंह – कैक्सटन हॉल में शूटिंग
वंचिनाथन – थिरुनेलवेली के कर कलेक्टर राख की गोली मार कर हत्या
हेमू कलानी – रेलवे ट्रैक का सबोटेज
अशफाकुल्ला खान – काकोरी साजिश
सचिंद्र बक्शी – काकोरी साजिश
मनमाथ नाथ गुप्ता – काकोरी साजिश
वासुदेव बलवंत फडके – डेक्कन विद्रोह
अनंत लक्ष्मण कनहेर – ब्रिटिश अधिकारी जैक्सन की शूटिंग
कृष्णजी गोपाल करवे – ब्रिटिश अधिकारी जैक्सन की शूटिंग
गणेश दामोदर सावरकर – अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र आंदोलन
विनायक दामोदर सावरकर – हिंदू राष्ट्रवाद के पिता
बाग जातिन – हावड़ा-सिबपुर साजिश का मामला, हिंदू-जर्मन षड्यंत्र
बटुकेश्वर दत्त – सेंट्रल असेंबली बम केस 1929
सुखदेव थापर – सेंट्रल असेंबली बम केस 1929
शिवराम हरि राजगुरु – एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी, जे पी सैंडर्स की हत्या
रोशन सिंह – काकोरी षड्यंत्र, बमराउली एक्शन
प्रीतिलाता वडेदार – पहाड़ली यूरोपीय क्लब हमले
जतिन्द्र नाथ दास – भूख हड़ताल और लाहौर साजिश का मामला
दुर्गावती देवी (दुर्गा भाबी) – बम कारखाने ‘हिमालयी शौचालय’ चलाना
भगवती चरण वोहरा – बम का दर्शन
मदन लाल ढिंगरा – कर्ज़न वाईली की हत्या
ऑलुरी सितारामा राजू – 1922 का रामपा विद्रोह
कुशल कोनवार – ट्रेन सड़कों सरपथार
सूर्य सेन (मास्टरडा) – चटगांव आर्मरी छापा
अनंत सिंह – चटगांव शस्त्रागार हमला
श्री अरबिंदो घोष – अलीपुर बम केस
रश बेहारी बोस – भारतीय राष्ट्रीय सेना
उबायदुल्ला सिंधी – रेशम पत्र षड्यंत्र
जोगेश चंद्र चटर्जी – काकोरी साजिश
बायकुन्था शुक्ला – एक सरकारी दृष्टिकोण, फनिंद्र नाथ घोष की हत्या
अंबिका चक्रवर्ती – चटगांव शस्त्रागार हमला
बादल गुप्ता – राइटर्स बिल्डिंग पर हमला
दिनेश गुप्ता – राइटर्स बिल्डिंग पर हमला
बेनॉय बसु – राइटर्स बिल्डिंग पर हमला
राजेंद्र लाहिरी – काकोरी साजिश
बरींद्र कुमार घोष – अलीपुर बम केस
प्रफुला चाकी – मुजफ्फरपुर की हत्या
उल्लास्कर दत्ता – अलीपुर बम केस
हेमचंद्र कनुनगो – अलीपुर बम केस
बसवाना सिंह (सिन्हा) – लाहौर साजिश का मामला
भावभूषण मित्र – गदर विद्रोह
बीना दास – बंगाल के गवर्नर स्टेनली जैक्सन की हत्या का प्रयास किया
वीर भाई कोटवाल – कोटवाल दस्त, भारत छोड़ो आंदोलन
रानी लक्ष्मी बाई – अपने राज्य झांसी हत्या और ब्रिटिश अधिकारी का अपमान करने के लिए
ओम प्रकाश विज – भारत स्वतंत्रता सेनानी संघ के अध्यक्ष
निष्कर्ष –
भारतीय क्रांतिकारियों के कार्य अनियोजित कार्य नहीं थे, अपितु भारत को एकत्रित करने के लिए देशभक्तों की एक अखण्ड परम्परा के लिए सतत संघर्ष था। उन क्रान्तिकारियों का उद्देश्य अंग्रेजों का रक्त बहाना नहीं था बल्कि शोषणरहित समाजवादी प्रजातंत्र चाहते थे।

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