Indian Express Summary (Hindi Medium) : इंडियन एक्सप्रेस सारांश (हिन्दी माध्यम) 

विषय-1 :  भारतीय अर्थव्यवस्था: सतर्क आशावाद

GS-3: मुख्य परीक्षा 

संक्षिप्त नोट्स

नोट : (आज के संपादकीय से सीधे प्रश्न नहीं आएँगे, लेकिन आपके नोट्स के लिए मूल्यवान बिंदुओं को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है)

विकास अनुमान

  • राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय: 2023-24 के लिए 7.6%
  • अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF): 2024-25 के लिए 6.8% (6.5% से ऊपर)
  • भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI): 2024-25 के लिए 7%
  • एशियाई विकास बैंक: 2024-25 के लिए 7%
  • विश्व बैंक: दक्षिण एशिया विकास अद्यतन में 2024-25 के लिए 6.6%
  • रेटिंग एजेंसियां:
    • क्रिसिल – 6.8%
    • इक्रा – 6.5%

आशावाद के कारण

  • सामान्य से अधिक मानसून की उम्मीद (IMD):
    • ला नीना परिस्थितियों की 60% संभावना (NOAA)
    • खाद्य उत्पादन और ग्रामीण मांग के लिए सकारात्मक
  • निजी निवेश में तेजी:
    • बढ़ती क्षमता उपयोग दरें
    • स्वस्थ बैंक और कॉर्पोरेट बैलेंस शीट (नोमुरा रिपोर्ट)
      • बैंक गैर-निष्पादित ऋण (एनपीए): 3.2% (सितंबर 2023)
      • कॉर्पोरेट ऋण-इक्विटी अनुपात: 0.85 (2022-23) बनाम 1.16 (2014-15)
  • सरकारी पूंजीगत व्यय का दबाव (दीर्घकालिक चालक)

चिंताएं

  • रोज़गार सृजन: अधिक उत्पादक रोजगार के अवसरों की आवश्यकता (हर साल लाखों लोग कार्यबल में प्रवेश करते हैं)
  • राजकोषीय सुदृढ़ीकरण: सरकारी ऋण को कम करने की आवश्यकता है

कुल मिलाकर

  • भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बने रहने की संभावना है (6.5-7% जीडीपी विकास सीमा)।
  • गति बने रहने की उम्मीद है, लेकिन रोजगार सृजन और राजकोषीय सुदृढ़ीकरण चिंता का विषय बने हुए हैं।

 

 

Indian Express Summary (Hindi Medium) : इंडियन एक्सप्रेस सारांश (हिन्दी माध्यम) 

विषय-2 : नई उत्पादक शक्ति: भारत के लिए चुनौतियां और अवसर 

GS-2 or GS-3  मुख्य परीक्षा : अंतरराष्ट्रीय संबंध  या  अर्थव्यवस्था

संक्षिप्त नोट्स

नोट : (आज के संपादकीय से सीधे प्रश्न नहीं आएँगे, लेकिन आपके नोट्स के लिए मूल्यवान बिंदुओं को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है)

प्रौद्योगिक उन्नति पर वैश्विक फोकस

  • चीन का डीप टेक पुश: (चीन का गहन तकनीकी धक्का) (China’s Deep Tech Push)
    • विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अमेरिका को पीछे छोड़ने का लक्ष्य।
    • इलेक्ट्रिक वाहनों, अंतरिक्ष अन्वेषण और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसे क्षेत्रों पर ध्यान दें।
    • “सस्ते विनिर्माण” से तकनीकी नेतृत्व में बदलाव लाने की कोशिश करता है।
  • (पश्चिम ने उत्तर दिया)  (पश्चिम जवाब देता है) (The West Responds)
    • अमेरिका – उन्नत प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में नेतृत्व हासिल करना।
      • बुनियादी ढांचे, चिप्स और मुद्रास्फीति में कमी के लिए द्विदलीय कानून।
      • चीनी तकनीकी विकास के लिए समर्थन सीमित करना।
      • प्रौद्योगिकी गठबंधन (क्वाड, चिप-4 गठबंधन, भारत के साथ आईसीईटी) का निर्माण।
    • यूरोप – वैश्विक तकनीकी शक्ति में एक प्रमुख स्थान प्राप्त करना।

प्रौद्योगिकी पर भारत का रुख

  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी भारत की विकास रणनीति का एक प्रमुख हिस्सा है।
  • प्रधान मंत्री मोदी की पहल:
    • सेवा वितरण के लिए डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाना।
    • नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश करना।
    • घरेलू सेमीकंडक्टर उत्पादन को पुनर्जीवित करना।
    • कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षमताओं में तेजी लाना।
    • विदेश नीति साझेदारी में एक प्रमुख तत्व के रूप में प्रौद्योगिकी।
  • भाजपा घोषणापत्र के वादे:
    • एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति बनें।
    • राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) बुनियादी ढांचे को मजबूत करना।
    • एक शोध कोष स्थापित करें।
    • क्वांटम कंप्यूटिंग के लिए एक नया मिशन शुरू करें।

भारत के लिए चुनौतियां

  • प्रौद्योगिकी विभागों का आमूलचूल परिवर्तन।
  • अनुसंधान एवं विकास व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि।
    • आधुनिक प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान, विकास और उत्पादन में निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करना।

निष्कर्ष

  • वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भारत के तकनीकी आधार का आधुनिकीकरण महत्वपूर्ण है।
  • अगली सरकार को “नए और उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पादन बलों” के वैश्विक मानचित्र का हिस्सा बनने को प्राथमिकता देनी चाहिए।

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